गाजियाबाद

गाजियाबाद पुलिस ने किया 30 सालों से ज्वैलरी शॉप में चोरी करने वाले गिरोह का खुलासा, महिला समेत तीन गिरफ्तार

Shiv Kumar Mishra
19 Oct 2023 7:19 AM GMT
गाजियाबाद पुलिस ने किया 30 सालों से ज्वैलरी शॉप में चोरी करने वाले गिरोह का खुलासा, महिला समेत तीन गिरफ्तार
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आरोपियों से ज्वैलरी शॉप में चोरी किए सोने चांदी के जेवर बरामद

गाजियाबाद। कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच की टीम ने ज्वैलरी शॉप में चोरी करने वाले गिरोह का खुलासा किया है। पुलिस ने एक महिला समेत तीन अरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से एक ज्वैलरी शॉप में चोरी किए गए सोने चांदी के जेवर बरामद किए हैं। पूछताछ में पता चला है कि आरोपी ग्राहक बनकर ज्वैलरी की दुकानों में जाते हैं और नजर हटते ही जेवर कपड़े में छिपाकर फरार हो जाते हैं। आरोपियों हाल में ही एक दुकान में चोरी की थी। इस दौरान आरोपी दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हुए थे। पुलिस ने इस फुटेज के आधार पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। मामले में अभी अन्य आरोपियो की तलाश की जा रही है।

एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में अर्थला का निवासी कौशर उर्फ रवि, उसकी पत्नी खातून व विजयनगर के कैलाखेड़ा का नौशाद शामिल है। जबकि इनके साथी आशिया उर्फ लल्ली, नर्गिस, रुखसाना व नाजिम फरार है खातून गिरोह की सरगना है और उसके खिलाफ पूर्व में चार मामले दर्ज हैं जबकि उसके पति कौशर के खिलाफ दो मामले दर्ज हैं। पूछताछ में आरोपी नौशाद ने बताया कि हमारा ज्वैलरी शॉप में चोरी करने वाला एक संगठित गिरोह है। गिरोह के सदस्य दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ, हापुड़, हरिद्वार समेत अन्य शहरों में ज्वैलरी की छोटी दुकानों को निशाना बनाते हैं। घटना के पहले वह दुकान की रेकी करते हैं और गिरोह के कुछ सदस्य जेवर खरीदने के लिए ग्राहक बनकर अंदर जाते हैं। जबकि बाकी लोग आसपास की निगरानी के लिए बाहर रहते हैं। जब दुकानदार जेवर दिखाता है तो उसे बातों में लगाकर गिरोह की महिलाएं जेवर चोरी कर कपड़ों में छिपा लेती हैं और दुकानदार को झांसा देने के लिए कोई भी सामान पसंद न आने की बात कह कर छोटा-मोटा सामान खरीदकर वहां से फरार हो जाते हैं।

दिल्ली सीलमपुर व कैला भट्ठा में लगाते हैं चोरी का सामान ठिकाने

क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्धीकी ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि आरोपी सामान चोरी करने के बाद इसे दिल्ली के सीलमपुर व नगर कोतवाली के कैला भट्टा में खपाते थे। सीलमपुर में चोरी का सामान सतीश व कैला भट्टा में आस मोहम्मद खरीदता था। उनका तो कहना है कि दोनों आरोपियों की तलाश की जा रही है। इसके साथ ही मामले में आशिया उर्फ लल्ली, नर्गिस, रुखसाना व नाजिम फरार हैं, इनकी तलाश की जा रही है।

• 30 सालों में सैकड़ों दुकानों को निशाना बना चुके हैं आरोपी

एसीपी क्राइम अजीत कुमार रजक ने बताया कि गिरोह की सरगना खातून पर पहला मामला वर्ष 1992 में दर्ज हुआ था। वह ज्वैलरी शॉप में चोरी के मामले में वर्ष 1992 में जेल गई थी। जेल से छूटने के बाद उसने अपना गिरोह बना लिया था। गिरोह की कमान अधिकांश महिलाएं ही संभालती हैं। अंदेशा है कि गिरोह पिछले 1 30 सालों में ज्वैलरी शॉप में चोरी की सैकड़ों वारदातों को अंजाम दे चुका है।

ये हुई थी घटना

नंदग्राम साई एन्क्लेव के रहने वाले रमेश चंद्र सोनी की दीनदयालपुरी में सोनी ज्वैलर्स के नाम से दुकान है। वह अपनी दुकान पर बैठे थे। इस दौरान एक महिला जेवर देखने के बहाने आई और जेवर अपने बैग में डालकर फरार हो गए। उन्होंने जेवरों का मिलान किया कुछ सामान कम आया। इसके बाद उन्होंने सीसीटीवी फुटेज चेक की तो इसमें एक महिला चोरी करते हुए नजर आई। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरोह की सरगना खातून चोरी करते हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी।

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