गाजियाबाद

गाजियाबाद पुलिस ने छात्रा कीर्ति सिंह मामले का दूसरा आरोपी पुलिस मुठभेड़ में मारा

Shiv Kumar Mishra
30 Oct 2023 3:39 AM GMT
गाजियाबाद पुलिस ने छात्रा कीर्ति सिंह मामले का दूसरा आरोपी पुलिस मुठभेड़ में मारा
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लुटेरों से भिड़ने वाली बहादुर छात्रा कीर्ति सिंह जिंदगी की जंग हार गई। गाजियाबाद के यशोदा हॉस्पिटल में इलाज के 48 घंटे बाद दम तोड़ा। इस मामले में एक आरोपी बोबिल उर्फ बलवीर गिरफ्तार है। दूसरा आरोपी जितेंद्र उर्फ जीतू मारा गया।

गाजियाबाद जिले में लुटेरों से भिड़ने वाली बहादुर छात्रा कीर्ति सिंह जिंदगी की जंग हार गई। गाजियाबाद के यशोदा हॉस्पिटल में इलाज के 48 घंटे बाद दम तोड़ा। इस मामले में एक आरोपी बोबिल उर्फ बलवीर गिरफ्तार है। जबकि दूसरा आरोपी जितेंद्र उर्फ जीतू फरार है। हालांकि इस मामले में मसूरी थाना प्रभारी समेत अब तक तीन इंस्पेक्टर हटाए जा चुके हैं।

आरोपी जितेंद्र उर्फ जीतू की देर रात गाजियाबाद पुलिस से मुठभेड़ हो गई जिसमें मारा गया। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक देर रात चेकिंग के दौरान यह मुठभेड़ हुई जिसमें जीतू को गोली लगी। घायलवस्था में जीतू को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉ ने उसे मृत घोषित कर दिया।

डीसीपी ग्रामीण ने बताया देर रात्रि मे थाना मसूरी पुलिस टीम द्वारा गंगनहर पटरी के किनारे चेकिंग की जा रही थी। चेकिंग के दौरान पुलिस को सामने से 2 मोटर साइकिल पर सवार 2 लोग आते हुए दिखे जब पुलिस टीम द्वारा इन्हे रोकने का प्रयास किया गया तो यह पुलिस टीम को चकमा देकर भागने लगे तथा पुलिस पर लक्ष्य करके फायरिंग की । इस फायरिंग मे 1 उप निरीक्षक घायल हुआ। आत्मरक्षार्थ पुलिस द्वारा फायरिंग की गई तो इसमे एक बदमाश घायल हो गया तथा दूसरा बदमाश मौके का फायदा उठाकर फरार हो गया । घायल बदमाश को तत्काल उपचार हेतु अस्पताल भेजा गया जहां पर उसे उपचार के दौरान मृत घोषित कर दिया गया।

डीसीपी ने बताया, अभियुक्त की पहचान जितेन्द्र उर्फ जीतू पुत्र गंगाराम निवासी मिशलगढी थाना मसूरी के रुप मे हुई है जिसके विरुद्व पूर्व मे 12 अभियोग पंजीकृत है जिसमे आधा दर्जन से अधिक लूट के अभियोग पंजीकृत है तथा वर्ष 2020 मे गैंगस्टर एक्ट का अभियोग भी पंजीकृत है। 27.अक्टूबर को थाना मसूरी क्षेत्र मे एक छात्रा के साथ लूट की घटना कारित की गई थी जिसमे जितेन्द्र उर्फ जीतू तथा इसका दूसरा साथी सम्मिलित था। लूट के दौरान छात्रा गम्भीर रुप से घायल हो गई थी जिसकी उपचार के दौरान अस्पताल मे मृत्यु हो गई। इस अभियोग मे यह अभियुक्त फरार चल रहा था तथा इस पर 25,000 रु0 का ईनाम घोषित किया गया था। समस्त घटनाक्रम के सम्बन्ध मे अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।

अरुण चंद्रा

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