गाजियाबाद

गाजियाबाद के छात्र की कनाडा में गोलीबारी में मौत, परिवार ने सरकार से लगाई ये गुहार

Arun Mishra
9 April 2022 10:44 AM IST
गाजियाबाद के छात्र की कनाडा में गोलीबारी में मौत, परिवार ने सरकार से लगाई ये गुहार
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गाजियाबाद के रहने वाले एक छात्र की कनाडा के टोरंटो में गोलीबारी में मौत हो गई।

गाजियाबाद के रहने वाले एक छात्र की कनाडा के टोरंटो में गोलीबारी में मौत हो गई। गाजियाबाद के साहिबाबाद इलाके का रहने वाला कार्तिक वासुदेव कनाडा के टोरंटो में ग्लोबल मैनेजमेंट की पढ़ाई करने गया था साथ ही वह एक रेस्टोरेंट में नौकरी कर रहा था।

कार्तिक जनवरी में पढ़ाई करने के लिए कनाडा गया था उसके परिवार ने बताया कि जैसे ही वह कनाडा समय के अनुसार करीब शाम को 5 बजे मेट्रो स्टेशन से बाहर निकला तभी किसी ने उस पर गोली चला दी उन्हें आशंका है की लूटपाट के चलते उस पर गोली चलाई गई।

उनके पास टोरंटो पुलिस का फोन आया जिसमें उन्होंने बताया कि कार्तिक अब इस दुनिया में नहीं रहा। फिलहाल उनके पास अधिक जानकारी नहीं है वह कनाडा में सुबह होने का इंतजार कर रहे हैं जिसके बाद वह अधिक जानकारी ले सकें। कार्तिक दो भाइयों में सबसे बड़ा था कार्तिक के पिता गुरुग्राम में नौकरी करते हैं और गाजियाबाद के साहिबाबाद में रहते हैं।

नोएडा से बीबीए करने के बाद जनवरी में कार्तिक टोरंटो चला गया था। वह टोरंटो की सेनिका यूनिवर्सिटी से मास्टर करने के साथ-साथ रेस्टोरेंट में जॉब भी करने लगा था। कार्तिक के पिता जितेश वासुदेव ने बताया गुरुवार रात करीब साढ़े 12 बजे (भारतीय समयानुसार) अंतिम बार कार्तिक से बात हुई थी। वह खाना खाने के बाद रेस्टोरेंट पर काम करने के लिए निकलने ही वाला था।

गुरुवार शाम पांच बजे के बाद (कनाडा समयानुसार) पुलिस को शेयरबोर्न मेट्रो स्टेशन सबवे के बाहर पांच फुट छह-सात इंच के एक युवक के गोली मारे जाने की सूचना मिली थी। पुलिस ने प्रारंभिक जांच में एक संदिग्ध को चिन्हित किया है। कार्तिक के शरीर में एक से ज्यादा गोली लगने की जानकारी पुलिस ने दी है। कनाडा पुलिस टोरंटो ट्रांजिट कमीशन(टीटीसी) की मदद से फुटेज चेक करा रही है।

केशव कुंज सोसायटी में रहने वाले लोग शुक्रवार को यकीन ही नहीं कर पाए कि कार्तिक की कनाडा में मौत हो गई। घर पहुंचने वाला कोई भी व्यक्ति मौत पर अपने आंसू नहीं रोक पा रहा है। सोसाइटी निवासी मनीष महेता ने बताया कि वह बहुत ही मिलनसार था। हमेशा अपनी पढ़ाई से ही मतलब रखता था। बुजुर्ग राकेश कुमार ने बताया कि कार्तिक जब भी मिलता था तो हमेशा आदर सत्कार करता था। उसकी मौत की सूचना से सभी हैरान हैं। पिता और अन्य परिवार जनों ने भारतीय दूतावास से छात्र के शव को लाने की मांग की है।

अरुण चंद्रा की रिपोर्ट

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