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गाजियाबाद की हसीना ने अपनी अदाओं से रिझाया तो अच्छे-अच्छे ने लाखों लुटा दिया, अब हुआ इस गेंग का पर्दाफास
अरुण चंद्रा
वह अपनी अदाओं से भी रिझाया करती थी और अच्छे-अच्छे लाखों लुटा दिया करते थे। मामला लग्जरी कार चोरी गिरोह का है जो फॉर्च्यूनर और स्कॉर्पियो जैसी कार चुराता और एक महिला आगे आकर उसे बेचती। महिला होने के कारण कोई शक नहीं करता था। इस गैंग में हर आदमी का काम फिक्स था । कोई रेकी कोई बेचता तो कोई चोरी करता तो कोई कागज बना था तो कोई नंबर प्लेट बदलता। गाजियाबाद क्राइम ब्रांच ने 8 गाड़ी इन से बरामद की है जिसमें से चार फॉर्च्यूनर एक स्कॉर्पियो एक क्रेटा एक निशान और एक स्विफ्ट डिजायर है।
गाजियाबाद के पुलिस लाइन में यह गाड़ियों का मेला देखिए। यह देखकर आप समझेंगे कि आप किसी कार सेल की दुकान पर आ गए । लेकिन दरअसल यह एक गिरोह से गाजियाबाद की क्राइम ब्रांच ने बरामद की है। इसमें चार फॉर्च्यूनर है एक स्कॉर्पियो है एक क्रेटा है एक निशान की कार है और एक स्विफ्ट डिजायर है। गाजियाबाद पुलिस के मुताबिक इस गैंग का काम बेहद शातिर आना तरीके से चलता था।
इस गैंग में लखनऊ की मधु और मेरठ के इरफान का काम था जो पता लगाते थे कि किसको कौन सी कार चाहिए। उसके बाद तौसीफ आदिल और इस्माइल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के माध्यम से कार चुराते थे। उससे पहले राहुल त्यागी कार की रेकी किया करता था।
गाड़ी चुराने के बाद यह इरफान और मधु को गाड़ी भेज देते थे। उससे पहले यह लोग उसकी नंबर प्लेट चेंज कर देते थे चेसिस नंबर और इंजन नंबर भी बदल दिया करते थे। साथ ही फर्जी कागज भी बना देते थे। उसके बाद इरफान और मधु पार्टी से ऐसे मिलते थे जैसे यह गाड़ी उनकी हो और उसे बेचकर पैसे ले लिया करते थे ।
गाजियाबाद पुलिस का मानना है कि अब तक यह लोग 2 दर्जन से अधिक गाड़ियां बेच चुके हैं। फिलहाल जो पुलिस ने पकड़े हैं उसमें तौसीफ , राहुल त्यागी, इरफान मलिक और मधु अग्रवाल है । साथ ही आदिल इस्माइल फरार है।
अब पुलिस में इन को गिरफ्तार करके आज गाड़ी बरामद कर ली है लेकिन अभी भी इनके गैंग के बाकी सदस्यों का पकड़ा जाना बाकी है