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नोडल अधिकारी एडीजी वी के सिंह ने दिया गाजियाबाद पुलिस को ट्रिपल एस फार्मूला
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपराधिक आंकड़े आने पहले प्रदेश के आला अधिकारीयों से की मीटिंग के बाद प्रत्येक जिले का एक नोडल अधिकारी बनाया। इन नोडल अधिकारीयों में डीजी , एडीजी आईजी रेंक से लेकर डीआईजी तक सभी को प्रदेश के एक एक जिले की जिम्मेदारी दी है। इन अधिकारीयों को कहा गया कि आप जिले में अपराध और पुलिस की छवि जनता में कैसे और अच्छी हो इस पर कार्य करें और उस जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक और पुलिस अधीक्षक के कार्यकलापों की जानकरी दें। इसी क्रम में जनपद गाजियाबाद जिले की जिम्मेदारी तेज तर्रार और ईमानदार छवि के अधिकारी एडीजी विनोद कुमार सिंह को दी गई है। विनोद कुमार सिंह अभी जिले में मंगलवार से दौरे पर है।
एडीजी विनोद कुमार सिंह ने कहा कि जिले में पुलिस और जनता के बीच ट्रिपल एस फ़ॉर्मूला की जरूरत है जिससे आपसी संबंध ही नहीं जिले में अपराध से लेकर सुरक्षा व्यवस्था सब कुछ बदली नजर आएगी, ट्रिपल एस में समन्वय , संवाद , सहयोग की इस समय बहुत बड़ी जरूरत है.
कौन है आईपीएस विनोद कुमार सिंह
एडीजी विनोद कुमार सिंह एक साफ सुथरी और ईमानदार छवि के अधिकारी है। एडीजी पीएसी से पहले मुरादाबाद रेंज के आईजी के पद पर तैनात थे। उसके बाद जब प्रमोशन हुआ तो एडीजी पीएसी ज़ोन लखनऊ की जिम्मेदारी निभा रहे है। सौम्य स्वभाव के बेहद सरल अधिकारी के रूप में जाने जाते है। इससे पहले वो बरेली में एसएसपी रहने के बाद केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गये थे। जहां एनएसजी से लेकर कई बड़ी जिम्मेदारी निभाते हुए पूर्व गृहमंत्री राजनाथ सिंह के ओएसडी के रूप में कार्य कर चुके है। उसके बाद यूपी में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के बाद राज्य को सेवा दे रहे है। हमेशा कमजोर और मजलूम व्यक्ति की मदद करना और इमानदारी से न्याय दिलाना उनका ध्येय रहा है। समय से अपने कार्य को निपटाना भी अपनी जिम्मेदारी समझते है।
एडीजी विनोद कुमार सिंह ने अपना मोबाइल नंबर वॉट्सऐप नंबर जारी
अपराध और अपराधी पर लगाम लगाने के लिए गाजियाबाद पुलिस ने एक नंबर जारी किया है। जिस पर लोग शिकायत कर सकते हैं। नंबर के बारे में जानकारी देते हुए जिले के नवनियुक्त नोडल अधिकारी एडीजी विनोद कुमार सिंह ने अपना मोबाइल नंबर वॉट्सऐप नंबर जारी किया। साथ ही कहा कि अगर पुलिस ठीक व्यवहार नहीं कर रही है या थाने में सुनवाई नहीं हो रही है तो जनता एडीजी के नंबर (9454400136) पर संपर्क कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकती है।
इस दौरान एडीजी विनोद कुमार सिंह ने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की और कहा कि क्राइम कंट्रोल की पुलिस की जिम्मेदारी है। लेकिन इसमे पब्लिक का सहयोग जरूरी है। इसलिए उन्होंने सभी पुलिसकर्मियों को जनता के बीच इमेज सुधारने की सलाह दी। अगर हम बेहतर होंगे तो लोग सुरक्षित महसूस करेंगे।
एडीजी ने कहा कि थानों में आने वाले फरयादियों के लिए बैठने की व्यवस्था और पीने के पानी भी रखे जाएंगे। उन्होंने कहा कि थानों में चोरी और स्नैचिंग जैसी घटनाओं की रिपोर्ट दर्ज नहीं होने का जिक्र करते हुए कहा कि अब 100 फीसदी रिपोर्ट दर्ज होगी, अगर ऐसा नहीं होगा तो शासन को दी जाने वाली रिपोर्ट को इसमें शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम संवाद, समन्वय और सहयोग की पॉलिसी पर काम करेंगे। जिसमें सभी सरकारी विभागों को शामिल किया जाएगा।
एडीजी विनोद कुमार सिंह ने जिले के दो थानों का औचक निरिक्षण भी किया। जहाँ जरूरत समझी सभी दिशा निर्देश भी दिए। मसूरी और कविनगर समेत पुलिस लाइन में सभी शाखाओं का विधिवत निरिक्षण किया। इस दौरान उनके साथ जिले के एसएसपी सुधीर कुमार, एसपी ग्रामीण नीरज कुमार जादौन , एसपी सिटी मनीष कुमार मिश्र समेत सभी उच्चाधिकारी मौजूद रहे।
बता दें नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो( NCRB ) ने हाल ही में देश में अपराधिक रिकॉर्ड का ब्योरा पेश किया था। जिसमें उत्तर प्प्र्देश के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। क्राइन कंट्रोल का दावा कर सत्ता में आई बीजेपी सरकार के राज में भी देश में होने वाले अलग-अलग अपराधों में यूपी पहले नंबर पर हैं। इस आंकड़ों के आने के बाद जहां प्रदेश सरकार विपक्ष के निशाने पर वहीं सरकार इस रिकॉर्ड को लेकर सफाई पेश कर रही है और जनसंख्या का हवाला दे रही है।