
यूपी में बीजेपी ने दिया सपा को झटका, जीत लिया यह चुनाव

हरदोई : जिले के महत्वपूर्ण बावन ब्लाक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया। इस अविश्वास प्रस्ताव में 117 के मुकाबले 65 बीडीसी सदस्यों ने भाजपा नेता समीर सिंह के नेतृत्व में अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया। यह सीट सपा राष्ट्रीय महासचिव नरेश अग्रवाल की प्रतिष्ठा से जुड़ी है।
इस सीट पर समाजवादी पार्टी के जीते हुए ब्लाक प्रमुख अविश्वास प्रसताव में चुनाव हार गए है। इस सीट की हार से सपा नेता नरेश अग्रवाल को बड़ा झटका लगा है तो बीजेपी की एक बड़ी जीत है। आखिरकार, बावन ब्लॉक की सियासत का तख़्ता आज पलट गया। समीर सिंह ने नए साल की दावत के बहाने तख़्ता पलट की जो पटकथा लिखी थी, आज उसका ट्रेलर रिलीज़ हो गया। बावन ब्लॉक डेवलपमेन्ट कमेटी के 117 में 65 सदस्यों ने जिलाधिकारी पुलकित खरे के सामने प्रमुख धर्मेन्द्र सिंह के प्रति अविश्वास जता दिया और बहुमत के आधार पर प्रस्ताव पारित हो गया।
बता दें, बावन ब्लॉक प्रमुख का पद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव/सांसद नरेश अग्रवाल की प्रतिष्ठा से जुड़ा है। सूबे में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के गठन के ठीक बाद समीर सिंह ने धर्मेन्द्र सिंह के विरुद्ध अविश्वास का ताना-बाना बुना था, लेकिन तब कामयाब नहीं हुए थे। साल भर समीर अन्दरखाने काम करते रहे और करीब साल भर बाद उनके मंसूबों को कामयाबी का धरातल मिल गया। अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद प्रमुख पद के चुनाव की अधिसूचना जारी होगी और ज़ाहिर तौर पर अगले प्रमुख समीर सिंह होंगे।
नरेश अग्रवाल के गढ़ में सेंध लगाना आसान नहीं माना जाता है और विधानसभा चुनाव से लेकर सदर नगर पालिका अध्यक्ष चुनाव में यह नुमाया भी हुआ। लेकिन, समीर सिंह ने सदर विधानसभा क्षेत्र के बावन ब्लॉक की सियासत को साध कर भविष्य की राजनीति के लिए बड़े संकेत छोड़े हैं। बावन ब्लॉक की सियासत को नया मोड़ देने की क़वायद में समीर का साथ सदर विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार रहे राजाबक्स सिंह, सदर पालिकाध्यक्ष पद के भाजपा प्रत्याशी रहे पारुल दीक्षित और महोलिया शिवपार के पूर्व प्रधान प्रदीप गुप्ता ने दिया। अब नज़रें स्वाभाविक ही नरेश अग्रवाल की रणनीति पर लगेंगी कि वह अपने गढ़ में किस तरह 'डैमेज कन्ट्रोल करेंगे।
रिपोर्ट-ओम त्रिवेदी