उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश का ऐतिहासिक देवी पाटन मंदिर,जहां भक्तों की मुरादें होती हैं पूरी

Satyapal Singh Kaushik
27 Sept 2022 11:15 AM IST
उत्तर प्रदेश का ऐतिहासिक देवी पाटन मंदिर,जहां भक्तों की मुरादें होती हैं पूरी
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उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में स्थित यह मंदिर माता जी के 51 शक्तिपीठों में से एक है।

नवरात्रि का पर्व चल रहा है।इस समय माता जी के दरबार में भक्तों की काफी भीड़ उमड़ रही है।इस अवसर पर भक्त माता का दर्शन कर अपनी मुरादें मांगते हैं।

माता जी के 51 शक्तिपीठों में से एक देवी पाटन मंदिर जोकि उत्तर-प्रदेश के जनपद बलरामपुर (नेपाल की सीमा से मिला हुआ) की तहसील तुलसीपुर नगर से 1.5 कि॰मी॰ की दूरी पर सिरिया नाले के पूर्वी तट पर स्थित है, जो देशभर में फैले 51 शक्तिपीठों में मुख्य स्थान रखता है। यह शिव और सती के प्रेम का प्रतीक स्वरूप है।

जानिए मंदिर का इतिहास

अपने पिता प्रजापति दक्ष के यज्ञ में अपने पति महादेव का स्थान न देखकर नाराज सती ने अपमान से क्रोधित होकर अपने प्राण त्याग दिये। इस घटना से क्षुब्ध होकर शिव दक्ष-यज्ञ को नष्ट कर सती के शव को अपने कंधे पर रखकर तीनों लोक में घूमने लगे, तो संसार-चक्र में व्यवधान उत्पन्न हो गया। तब विष्णु ने सती-शव के विभिन्न अंगों को सुदर्शन-चक्र से काट-काटकर भारत के भिन्न-भिन्न स्थानों पर गिरा दिया। पृथ्वी पर जहाँ-जहाँ सती के शव के अंग गिरे, वहाँ-वहाँ शक्तिपीठ स्थापित हुए। सती का बायां कंधा पाटम्बर अंग यहाँ आकर गिरा था, इसलिए यह स्थान देवी पाटन के नाम से प्रसिद्ध है। यहीं भगवान शिव की आज्ञा से महायोगी गुरु गोरखनाथ ने सर्वप्रथम देवी की पूजा-अर्चना के लिए एक मठ का निर्माण कराकर स्वयं लम्बे समय तक जगजननी की पूजा करते हुए साधनारत रहे। इस प्रकार यह स्थान सिद्ध शक्तिपीठ के साथ-साथ योगपीठ भी है।

नाथ संप्रदाय की महत्वपूर्ण पीठ है

ऐसी लोक मान्यता है कि यहां विद्यमान सूर्यकुंड, त्रेतायुग से जल रही अखंड ज्योति में मां दुर्गा के शक्तियों का वास है। ऐसे भी इतिहास साक्षी है कि सिद्ध रत्ननाथ (नेपाल) व गुरु गोरखनाथ को सिद्धि यहीं प्राप्त हुई थी। इसके साथ ही यहां के कण-कण में देवत्व का वास होने से इस मंदिर में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु मनोकामना पूर्ण करने के लिए अनुष्ठान, व्रत एवं पूजन करने के लिए बारह मास आते रहते हैं। वहीं मंदिर में मां पाटेश्वरी की भव्य प्रतिमा के साथ ही नौ देवियों की प्रतिमाएं भी विद्यमान हैं।

Satyapal Singh Kaushik

Satyapal Singh Kaushik

न्यूज लेखन, कंटेंट लेखन, स्क्रिप्ट और आर्टिकल लेखन में लंबा अनुभव है। दैनिक जागरण, अवधनामा, तरुणमित्र जैसे देश के कई प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में लेख प्रकाशित होते रहते हैं। वर्तमान में Special Coverage News में बतौर कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं।

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