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सपा विधायक ललई ने सदन में उठाया पर्यावरण का मुद्दा

लखनऊ। जौनपुर के शाहगंज विधायक शैलेंद्र यादव ललई ने बजट सत्र के दूसरे दिन विधानसभा में पर्यावरण को बढ़ावा देने का मुद्दा उठाया है। बुधवार कों ललई यादव ने सदन में चर्चा के दौरान सदन में पहला प्रश्न करते हुए सरकार से पूछा कि वर्ष 2017/18/19 में सरकार द्वारा स्वीकृत पैसे से वन विभाग द्वारा नर्सरियों में कितने वृक्ष पैदा किये गये? और कितने वृक्ष बाहर से खरीदे गये? उसका लेखा जोखा कि जानकारी माँगी।
दूसरा सवाल करते हुए सरकार से प्रश्न पूछा कि सरकार के स्वीकृत बजट द्वारा विभिन्न जनपदवार में जो पौधे लगाये गये उसका जिलेवार अब तक दोनो वर्षो में कितने जीवित हैं और कितने पौधे समाप्त हो गये क्या सरकार के पास कोई आंकड़ा हैं उसकी जानकारी दे, तीसरा सवाल करते हुए कहा क्या सरकार जानकारी देने कि कृपा करेगी जैसे कि समाजवादी सरकार में एक मानक तैय था कि दस फीट बाहर फीट के पौधे वन विभाग द्वारा वृक्षारोपण में लगाये जाएंगे। और पौधे जो लगते थे वो अधिकांश पौधे लग जाते थे अभी जो दो वर्षो में वृक्षारोपण किये गये हैं। वह एक - एक फीट दो - दो फीट तीन-तीन फीट के पौधे लगा दिये गये और ये पौधे अधिकांश विलुप्त हो गये।
हम पूछना चाहतें हैं सरकार से कि क्या ऐसी कोई नीति हैं जिसमें एक निश्चित लम्बाई तक के पौधे लगाए जाए या उसके नीचे के पौधे जो लगाने के बाद समाप्त हो जाते हैं व ना लगाये जाए। इसके बाद सरकार के वन मंत्री ने अनुमति आकड़े के साथ उत्तर दिया जिससे शाहगंज विधायक असंतुष्ट थे पुनः प्रश्न करते हुए कहा जो पौधे नष्ट हुए क्या उनकी जाँच करायेगी सरकार, प्रश्न करते हुए सरकार के विधायक आवाज लगा रहे थे जिससे विधायक ने अध्यक्ष जी से आक्रमक होकर कहा कि अध्यक्ष जी जहाँ तक मेरी जानकारी हैं, किसी भी प्रश्न का जवाब देना मंत्रिमंडल का सामूहिक जिम्मेदारी होती हैं।
किसी सवाल का जवाब कोई मंत्री दे सकता हैं लेकिन आजकल इधर एक नई परिपाटी बन गयी हैं कुछ लोग बेचारे वेंटिग में हैं, वेंटिग वाले ज्यादा जवाब देते हैं, ये वेटिंग वाले धैर्य रखे आगे पता नही क्या होगा। इसके बात आगे पूछा कि जो पौधे लगाये गये हैं अगर वह पौधे मानक से कम जिंदा हैं और ज्यादा संख्या में मर गये हैं। क्या सरकार जाँच करा कर संबधित जिले के दोषी अधिकारियों के खिलाफ कारवाही करेंगी।