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एनकाउंटर मैनेज करने की बात करने वाला थानाध्यक्ष होगा सेवा से बर्खास्त: डीजीपी
शिव कुमार मिश्र
15 April 2018 6:16 PM IST

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क्या इस थानाध्यक्ष के साथ मैनेज करने वाले नेताओं पर भी बीजेपी की क्रपा द्रष्टि होगी या फिर गाडी यूँ ही चालेगी.
उत्तर प्रदेश में चल रहे ऑपरेशन क्लीन के तहत ताबड़तोड़ एनकाउंटर हो रहे हैं. इस बीच एक आॅडियो वायरल होने से यूपी पुलिस बैकफुट पर नजर आ रही है. मामले में डीजीपी ओपी सिंह ने रविवार को कहा कि जैसे ही वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने की सूचना हमें मिली, एसएचओ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया. साथ ही उसे सेवा से बर्खास्त किए जाने की प्रक्रिया भी चल रही है.
वायरल ऑडियो में झांसी का शातिर हिस्ट्रीशीटर एक पुलिस अधिकारी का सुनीत सिंह नाम लेते हुए बचाने की बात कह रहा है. इस पर दूसरी आवाज में खुद को भी अपराधी बताने वाले थानेदार शातिर हिस्ट्रीशीटर को ये सलाह दे रहे हैं कि वह बीजेपी के जिलाध्यक्ष संजय दूबे और बीजेपी विधायक राजीव सिंह परीक्षा को एनकाउंटर से बचने के लिए मैनेज कर ले.
मामला सामने आने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. आनन-फानन में एसएसपी ने थानेदार को सस्पेंड कर दिया है. एसएसपी ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दे दिए है. वहीं वायरल ऑडियो में पुलिस अधिकारी अपराधियों के खिलाफ प्रदेश सरकार की एनकाउंटर स्कीम का हवाला देकर खुद की मजबूरी भी जाहिर कर रहे है.
बता दें कि शुक्रवार को मऊरानीपुर थाने की पुलिस ने शातिर हिस्ट्रीशीटर को मध्य प्रदेश सीमा के पास मुठभेड़ हुई थी. जिसको लेकर एसएसपी विनोद कुमार सिंह ने ये पुष्टि की है कि बदमांशों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी.
इसके बाद पुलिस और बदमाशों के बीच फायरिंग हुई थी. वायरल ऑडियो के बाद इस चर्चा ने भी जोर पकड़ लिया है कि शुक्रवार को हुई मुठभेड़ से फरार हिस्ट्रीशीटर लेखराज सिंह यादव और मऊरानीपुर के मौजूदा कोतवाल सुनीत सिंह के बीच की है. वहीं इस बाबत डीआईजी जवाहर का कहना है कि मामला संज्ञान में आ गया है. जांच की जा रही है.
वायरल आॅडियो पर बबीना के भाजपा विधायक राजीव सिंह का कहना है कि इस तरह से जनता के प्रतिनिधि का सहारा लेकर बदमाशों से पुलिस अधिकारियों की बात सरकार की मंशा पर पानी फेरने जैसा लग रहा है. फिलहाल ऑडियो के वायरल होने के बाद विपक्ष और सपा के राज्य सभा सांसद चंद्रपाल सिंह यादव ने भी झांसी के पुलिस अधिकारियों समेत सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया है.
जब थानाध्यक्ष को बर्खास्त किया जाएगा तो मैनेज करने वाले नेताओं के खिलाफ भी बीजेपी कोई कार्यवाही करेगी या फिर पहले की तरह ही जिलाध्यक्ष और विधायक मैनेज किये जायेंगे.
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