कन्नौज

मानव तस्करों से बचकर 2 साल बाद अपने घर कन्नौज पहुंची पीड़िता ने मानव तस्करो का किया चौकानें बाला खुलासा

Desk Editor
10 Sep 2022 5:07 AM GMT
मानव तस्करों से बचकर 2 साल बाद अपने घर कन्नौज पहुंची पीड़िता  ने मानव तस्करो का किया चौकानें बाला खुलासा
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मानव तस्करों से बचकर 2 साल बाद अपने घर कन्नौज पहुंची पीड़िता ने चौका देने वाला खुलासा किया है उसने बताया कि कुछ लोग उसको घर से बहला-फुसलाकर ले गए थे इसके पश्चात उसे कई जगह बेचा गया जहां पर उसे ड्रग्स देकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म को भी अंजाम दिया गया, जहां पर और लड़कियां भी फंसी हुई थी । मामले में पुलिस ने 8 लोगों के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया है । जबकि पीड़िता अपने को बेचे जाने की भी बात कह रही है । पीड़िता के द्वारा बताई गए पूरी कहानी कुछ और ही बयां कर रही है जबकि पुलिस की एफआईआर को देखें तो कहीं ना कहीं कुछ सवाल खड़े होते हैं । बाकी तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि पीड़िता द्वारा बताई गई कहानी में कितनी सच्चाई है ।

दरअसल पूरा मामला आपको विस्तार से बताते चलें कि कन्नौज शहर के एक काशीराम कॉलोनी की रहने वाली किशोरी जिसकी 2 साल पहले उम्र 16 वर्ष थी, कन्नौज के रहने वाले कुछ लोग उसको बहला-फुसलाकर अपने साथ दिल्ली ले कर गए जहां पर उसका सौदा किया गया और उसे बदायूं भेज दिया गया किशोरी ने बताया कि बदायूं में उसके साथ और भी कई लड़कियां बंद थी जो कि भागने का प्रयास कर रही थी लेकिन मौका नहीं मिल पा रहा था, जिसके पश्चात उसे बरेली में कुछ लोगों के हाथों बेच दिया गया जहां पर उसके साथ आए दिन सामूहिक दुष्कर्म होता था उसका कहना है उसे देह व्यापार के धंधे में लगाया गया जहां पर उसे ड्रग्स देकर उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया जाता था, देखिए यह पूरा मामला मानव तस्करी, देह व्यापार और सामूहिक दुष्कर्म से जुड़ा हुआ है


जिसके तार कन्नौज के साथ दिल्ली, बदायूं और बरेली से जुड़े हुए हैं वही करीब 2 साल बाद किसी तरह मानव तस्करों के चंगुल से छूट कर घर आई पीड़िता ने आपबीती सुनाई । पीड़िता की मां की माने तो मामले में पुलिस ने लापरवाही दिखाई कई महीनों के चक्कर काटने के बाद अब एफ आई आर दर्ज किए गई । वही मामले में पीड़िता अपने को बेचे जाने से लेकर और सामूहिक दुष्कर्म दुष्कर्म की बात कह रही है जबकि पुलिस ने 8 लोगों के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कर मुकदमा दर्ज किया है । पीड़िता के द्वारा बताई गए पूरी कहानी कुछ और ही बयां कर रही है जबकि पुलिस की एफआईआर को देखें तो कहीं ना कहीं कुछ सवाल खड़े होते हैं । बाकी तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि पीड़िता द्वारा बताई गई कहानी में कितनी सच्चाई है ।

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