कानपुर

विकास कांड : 12 दिन बाद शिकायतकर्ता आया सामने, बोला- जनेऊ का हवाला देकर SO ने विकास से बचाई थी जान

Arun Mishra
15 July 2020 1:27 PM GMT
विकास कांड : 12 दिन बाद शिकायतकर्ता आया सामने, बोला- जनेऊ का हवाला देकर SO ने विकास से बचाई थी जान
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विकास दुबे के खिलाफ एफआईआर लिखवाने वाला राहुल तिवारी कानपुर कांड के 12 दिन बाद अपने घर लौट आया है?

कानपुर : उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur) में विकास दुबे एनकाउंटर (Vikas Dubey Encounter) के बाद रोज नए तथ्य सामने आ रहे हैं. अब मामले में मामले में विकास दुबे के खिलाफ एफआईआर लिखवाने वाला राहुल तिवारी (Rahul Tiwari) कानपुर कांड के 12 दिन बाद अपने घर लौट आया है. यहां उसने मीडिया से विकास दुबे की दबंगई की दास्तान बयां की है.

विकास दुबे ने पीटने के बाद तान दी थी रायफल

बता दें राहुल की एफआईआर के बाद ही पुलिस विकास दुबे के घर बिकरु गांव में दबिश देने गई थी, जिसके बाद जघन्य हत्याकांड हुआ और 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए. राहुल के अनुसार पूर्व एसओ चौबेपुर विनय तिवारी घटना से एक दिन पहले 1 जुलाई को उसे लेकर बिकरू गांव ले गया था. यहां बिकरू में एसओ के सामने विकास ने उसकी पिटाई की. पीटने के बाद सीने पर रायफल तान दी थी. इस दौरान एसओ विनय तिवारी को भी विकास ने धमकाया. विनय तिवारी ने जनेऊ का हवाला देकर उसकी जान बचाई थी.

27 जून को मारपीट कर छीन ली थी मोटरसाइकिल

राहुल ने बताया कि उसके ससुराल की जमीन को लेकर विकास दुबे से नहीं बनती थी. 27 जून को मोटरसाइिकल पर घर वह घर लौट रहा था. रास्ता में विकास के गुर्गों ने मोटरसाइकिल छीन ली और पैसे भी छीन लिए. इसके बाद उसने थाने तहरीर दी. 1 जुलाई को एसओ विनय तिवारी ने कहा कि चलो, मामले की तफ्तीश कर लें. इसके बाद वह उनके साथ घटनस्थल पर गया. इसके बाद उनके साथ बिकरू पहुंचे. वहां विकास दुबे के गुर्गों ने बहुत मारा-पीटा और हमारे सीने पर रायफल लगा दी. एसओ साहब को भी बहुत हड़काया, गाली-गलौज की.

गंगाजल हाथ में लेकर कसम खाई थी विकास दुबे ने

एसओ साहब को लगा कि ये इसको मार देगा, तब एसओ साहब ने अपना जनेऊ निकाला और कहा कि भइया पंडितों की इज्जत रखो. फिर विकास दुबे ने गंगा जल निकाला और हमें भी दिया, एसओ साहब को भी दिया. इसके बाद उन्होंने कसम खिलाई. इसके बाद विकास दुबे को भी कसम खिलाई कि राहुल तिवारी को मारोगे नहीं. उसने कहा कि नहीं मारेंगे.

हत्या के डर में कप्तान के पास लगाई गुहार

इसके बाद हाते में हमसे विकास दुबे ने पूछताछ की और गाड़ी दे दी. इसके बाद हम दहशत में आ गए कि हमें ये कल मार देगा. इसके बाद हम कप्तान के यहां आए. यहां से थाने भेजा गया, थाने में एसओ साहब ने एक एप्लीकेशन लिखी और उसके बाद पुलिस कार्रवाई करने गई.

खेती का विवाद आया सामने

राहुल ने बताया कि हमारी ससुराल की खेती का मैटर था. बुआ की नीयत खराब है. मेरे ससुर की बहन का लड़का सुनील कुमार की शादी बिकरू में बाल गोविंद के यहां हुई थी. बाल गोविंद और विकास दुबे की करीबी थी. उसी में ये मामला हुआ.

इसलिए इतने दिन तक रहा गायब

राहुल ने बताया कि घटना के बाद वह दहशत में आ गया था कि उसने मोबाइल बंद कर दिया था और छिपा था. एनकाउंटर के बाद वह कप्तान साहब के पास पहुंचा और बताया, तब कप्तान की हिदायत पर वह अब अपने गांव आया है.



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