कानपुर

भ्रष्ट अधिकारियों के सामने यहां के किसान आत्महत्या के लिए मजबूर, बिना शासनादेश व नोटिस के ट्रैक्टर चलवा कर खेत में खड़ी धान की फसल को तहस-नहस कर दिया

Desk Editor
11 Sep 2022 9:02 AM GMT
भ्रष्ट अधिकारियों के सामने यहां के किसान आत्महत्या के लिए मजबूर, बिना शासनादेश व नोटिस के ट्रैक्टर चलवा कर खेत में खड़ी धान की फसल को तहस-नहस कर दिया
x

भारत देश में किसानों का उत्पीड़न अक्सर होता रहता है देश का अन्नदाता लोगों के पेट भरने के लिए दिन-रात कठिन संघर्ष वह परिश्रम करता है लेकिन अन्नदाता को अपने ही परिवार को पालने के लिए संघर्ष से जूझना पड़ता है बीते दिन सरकार के तानाशाही रवैया को देखते हुए अन्नदाता आंदोलन पर उतर आए लेकिन हालात अभी किसानों के साथ वैसे ही बराबर बने हुए हम बात क्यों कर रहे हैं और किसके लिए कर रहे तो पूरी कहानी सुनने के लिए आपको बताते हैं उत्तर प्रदेश के जनपद कानपुर नगर के आउटर पर बसा ककवन गांव जहां पर कानपुर नगर के सिंचाई विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों के सामने यहां के किसान आत्महत्या के लिए मजबूर है

बीते 6 सितंबर 2022 को नहर अभियंता व जेई पूरे स्टाफ के साथ ककवन कस्बे में पहुंचकर रसूखदार राजू स्वर्णकार से सांठगांठ करके गरीब किसानों के खेतों में खड़ी धान की लहराती फसल पर बिना शासनादेश व नोटिस के ट्रैक्टर चलवा कर खेत में खड़ी धान की फसल को तहस-नहस कर दिया जब तक किसानों की इसकी भनक लगी तब तक खेत में खड़ी फसल पूरी तरीके से भ्रष्ट अधिकारियों ने रसूखदार के कहने पर तहस-नहस कर दी किसानों का कसूर इतना था कि इन भ्रष्ट नहर विभाग के अधिकारियों को रिश्वत के पैसे नहीं दे पाई आखिर में भ्रष्ट अधिकारियों ने कब्जा खाली कराने की नाम पर गरीब किसानों का शोषण करना शुरू कर दिया जबकि उत्तर प्रदेश सरकार ने कड़े शब्दों में अधिकारियों को चेताया है कि छोटे किसानों का जहां भी कब्जा है वहां से उन्हें ना तो खाली कराया जाएगा और ना ही सरकार के द्वारा कोई कार्यवाही की जाएगी लेकिन कानपुर कैनाल विभाग के अधिकारी सरकार की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं और गरीब किसानों को सरकार द्वारा बुलडोजर चलने की बात कहकर गरीब किसानों को डराया जा रहा और उनसे मोटी रकम की मांग की जा रही है

गरीब किसान भ्रष्ट अधिकारियों के सामने मजबूर नजर आ रहे सरकार को कोस रहे हैं। बीते दिन पहले ही कानपुर देहात के भारतीय जनता पार्टी के बीजेपी अनुसूचित मोर्चा के लेटर पैड से कानपुर नहर विभाग के अभियंता मोहम्मद यासीन खान के खिलाफ गरीब किसानों का उत्पीड़न व गाली गलौज करने का आरोप लगाकर मुख्यमंत्री संबंधित शिकायत की गई थी जिस पर जांच भी शुरू हो गई थी लेकिन पूरे मामले पर अभियंता मोहम्मद यासीन खान ने मीडिया से दूरी बना ली थी ऐसा ही मामला फिर का ककवन कस्बे में देखने को मिला जहां पर किसानों का आरोप है कि राजू रसूखदार के कहने पर अवर अभियंता मोहम्मद यसीन खान दलित ओबीसी किसानों का उत्पीड़न कर रहे हैं

बीते दिन पहले ही नहर विभाग की जमीन पर रसूख के दम पर राजू स्वर्णकार ने दुकानें बनवा ली । ग्रामीणों के द्वारा की गई शिकायत मैं सिंचाई विभाग जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई वही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़े शब्दों में अधिकारियों को चेताया है सिंचाई विभाग की जमीनों पर प्लाटिंग कर रहे भूमाफिया व जमीनों पर कब्जा करके निर्माण कर रखें लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी वही गरीब तबके की किसानों को राहत देते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उनके कब्जे ना खाली कराने की बात कही लेकिन एक्सईएन मोहम्मद यासीन खान के काले कारनामे की वजह से किसान परेशान नजर आ रहा है

और सरकार के आदेशों की उड़ाई जा रही धज्जियां सरकार की छवि को धूमिल किया जा रहा है किसानों ने बताया कानपुर नगर मैं वह वासियों ने नहर के किनारे अधिकांश कब्जे कर रखे हैं जहां पर गेस्ट हाउस से लेकर दुकानें व कई व्यवसाय संचालित है लेकिन उन पर कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति होती है और गरीब असहाय भूमिहीन किसानों से जमीनों का छीन कर सरकार से वाहवाही लूटते हैं भ्रष्ट अधिकारी रसूख दारो के सामने नतमस्तक दिखाई देते है कानपुर नगर के सिंचाई विभाग के जिम्मेदार अधिकारी किसानों का आरोप है कि कई वर्षों से सिंचाई विभाग की जमीन पर फसल बोते आए हैं और समय से जमीन का नवीनीकरण करके लगान जमा करते आए हैं

जहां विभाग के द्वारा हर 5 वर्ष में गरीब भूमिहीन किसानों परिवार के भरण-पोषण के लिए खेती-बाड़ी के लिए जमीन का नवीनीकरण कर दिया जाता था वही उत्तर प्रदेश सरकार के सिंचाई विभाग मंत्री ने शासन को रिपोर्ट भेजते हुए सिंचाई विभाग की जमीन पर बने गेस्ट हाउस आवास व प्लाटिंग को लेकर शिकायत की गई थी जिसके लिए टास्क फोर्स भी चयनित कर जमीन खाली कराने के आदेश सरकार के द्वारा दिए गए थे वही गरीब किसानों को छूट देते हुए सरकार ने किसानों को खेती-बाड़ी करने की छूट दी थी लेकिन सरकार के आदेशों को धराशाई करने के लिए भूमिहीन गरीब किसानों पर कैनाल विभाग के अधिकारी जोर आजमाइश करने लगे और सरकार की मंशा के अनुरूप किसानों का उत्पीड़न शुरू कर दिया

किसानों ने बताया कि खेतों में लगाई गई लागत से फसल खेत में धान की खड़ी थी वही बिना किसी आदेश व सूचना के बिना सरकार के शासनादेश के नहर विभाग के भ्रष्ट अधिकारी एक्स ई एन मोहम्मद यासीन खान ने गांव के ही राजू रसूख के द्वारा मोटी रकम लेकर किसानों की फसल को पूरी तरीके से तहस-नहस कर दिया किसानों का आरोप है कि सिंचाई विभाग के मोहम्मद यासीन खान रसूखदार राजू स्वर्णकार से मोटी रकम लेकर उसकी दुकान में बनवाई है इसकी बाबत शिकायत ग्रामीणों के द्वारा की गई थी

जहां पर नहर विभाग की जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा ना खाली कराने का ग्रामीणों ने जिम्मेदार अधिकारियों पर भेदभाव का आरोप लगाया था जिससे खुन्नस खाए रसूखदार राजू स्वर्णकार ने अधिकारियों को मोटी रकम देकर गरीब किसानों के खेतों पर ट्रैक्टर बिना शासनादेश के चलवा कर सरकार को छवि को धूमिल किया किसानों का आरोप है कि दबंग राजू व सिंचाई विभाग के एक्स ई एन मोहम्मद यासीन खान एक पार्टी के एजेंडे के अनुसार काम कर रहे और सरकार की छवि को धूमिल कर किसानों में भारतीय जनता पार्टी का खौफ पैदा कर रहे हैं और सरकार के प्रति गलत अवधारणा गरीब तबके किसानों के मन में बैठाई जा रही है जिससे सरकार की छवि धूमिल की जा रही है वही बिना सरकार के आदेश के बाद गरीब भूमिहीन किसानों की नष्ट की गई फसलों से किसान भुखमरी की कगार पर आ चुके हैं और ऐसे में सरकार की नीतियों पर सवाल उठा रहे हैं भूमि किसानों का कहना है

जैसे अन्य सरकारों में अधिकारी किसानों का शोषण करते थे तो अब ऐसे ही भारतीय जनता पार्टी की सरकार में घूसखोर अधिकारी किसानों को निशाना बना रहे हैं रमेश किसान ने बताया कि बिना शासनादेश के आदेश के बावजूद एक मोटी रकम लेकर सरकार की छवि धूमिल करने के लिए बिना किसी सूचना दिए ही खेतों में खड़ी फसल को तहस-नहस कर दिया गया जब इस बात का विरोध किया गया तो सरकार का आदेश बताकर जमीन वापस लेने का मामला बताया गया वहीं पर भैया लाल कश्यप वह महिला किसान रानी ने बताया बिना किसी के आदेश के बावजूद कानपुर नहर विभाग के एशियन मोहम्मद यासीन खान पूरे स्टाफ के साथ आकर चोरी चुपके से खेतों में ट्रैक्टर चलवा कर फसल को तहस-नहस कर दिया

वहीं उन्होंने बताया कि एक तरफ सरकार किसानों के हितों के लिए कानून बनाकर उन्हें मजबूत करने का काम करने लेकर उनके भ्रष्ट अधिकारी रिश्वत की मांग कर रहे हैं और रिश्वत ना मिलने से किसानों की नवीनीकरण को रद्द करके किसानों के खेतों में ट्रैक्टर चलाकर सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ा कर छवि धूमिल करी जा रही है किसानों ने कहा कि विभाग के अधिकारियों से शिकायत करने के बावजूद भी अभी तक न्याय नहीं मिला है किसानों ने कहा जल्दी अगर ऐसे भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई तो परिवार के साथ आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो जाएंगे

किसानों का आरोप है इससे पहले भी कई जगह पर शिकायतें की गई लेकिन नहर विभाग के अधिकारी फर्जी रिपोर्ट देकर सरकार को गुमराह करके किसानों की आरोपी बना देते हैं जबकि किसानों ने बताया निचली नहर के किनारे भू माफियाओं ने कब्जा कर रखा है और अधिकारियों की सांठगांठ से निर्माण भी हो रहा है जिनका कहीं भी किसी प्रकार के नवीनीकरण नहीं किया गया कई वर्षों से भू-माफिया अधिकारियों के सांठगांठ से कब्जा किए हुए हैं और कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है गरीब किसानों के नवीनीकरण के पड़ी फाइलों को भी रद्दी की टोकरी में फेंक दिया जाता है

और किसानों का उत्पीड़न करके किसानों को भूमाफिया बताकर सरकारों को गुमराह किया जाता है किसानों ने अपनी मांग रखते हुए बताया कि लगातार कई वर्षों से कैनाल विभाग के द्वारा नवीनीकरण जमीन का किया जाता था और इस वर्ष भी उनकी फाइलें पड़ी हुई है जो नवीनीकरण नहीं हो रही है किसानों का आरोप है कि वह सिर्फ अपने खेतों पर धान व गेहूं की फसल वह कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं अगर नवीनीकरण नहीं होता तो ऐसे में किसानों के सामने भुखमरी के कगार आ जाएंगे


वही ऐसे ही सरकार के द्वारा भू माफियाओं के कार्रवाई के आदेश छोटे तबके के किसानों पर होते रहेंगे और किसानों की फसलों को ऐसे ही भ्रष्ट अधिकारी उजाड़ कर सरकार को गुमराह करके किसानों को भूमाफिया साबित करते रहेंगे भूमिहीन किसानों ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि उनके फाइलों को नवीनीकरण किया जाए ताकि वह अपने भरण-पोषण कर सके और खेतों पर खड़ी फसल को भ्रष्ट अधिकारियों के नाकाम इरादों से बचाई जा सके

Next Story