कासगंज

अनामिका शुक्ला को नौकरी दिलाने वाला मुख्य आरोपी प्रधानाध्यापक जसवंत गिरफ्तार

Shiv Kumar Mishra
11 Jun 2020 9:40 AM GMT
अनामिका शुक्ला को नौकरी दिलाने वाला मुख्य आरोपी प्रधानाध्यापक जसवंत गिरफ्तार
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वर्तमान समय में प्रधानाध्यापक के पद पर इसी विद्यालय में तैनात है.

उत्तर प्रदेश में फर्जी शिक्षका अनामिका शुक्ला/ अनामिका सिंह की खबर कई दिनों से सुर्खी में बनी हुई थी. जिसमें कासगंज पुलिस ने फर्जी शिक्षका अनामिका शुक्ला उर्फ़ प्रीति जातव को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया. उसने इस मामले में राज नामक युवक का नाम लिया जिसने उसे नौकरी दिलवाई थी.

कासगंज पुलिस ने देर रात मैनपुरी जनपद से राज नामक व्यक्ति को गिरफ्तार करते हुए इस मामले में बड़ा खुलासा किया है. इस खुलासे की जानकारी एसपी सुशिल कुमार घुले ने किया. चूँकि यह मामला यूपी सरकार की नाक का बाल बन गया था. इस पर मंत्री से लेकर सीएम तक से जबाब पूंछा जा रहा था.

एसपी सुशिल कुमार घुले ने बताया कि बीते दिनों बेसिक शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट पर इस्तीफा देने आई प्रीती जाटव को गिरफतार करके जेल भेजा गया. जानकारी करने पर उसने मैनपुरी जनपद निवासी राज नामक व्यक्ति का नाम लिया कि उसने ही उसे नौकरी दिलवाई थी. इस मामले की जाँच कर रहे सोरों कोतवाली निरीक्षक रिपुदमन सिंह को एएसपी डॉ पवित्र मोहन त्रिपाठी के निर्देशन में उक्त आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए लगाया गया. जल्द ही इसमें पुलिस को कामयाबी भी मिली. पुलिस राज उर्फ़ जसवंत निवासी नगला खरा थाना भोगांव को गिरफ्तार कर लिया है.

एसपी ने बताया कि गिरफतार हुए अभियुक्त जसवंत से पूछताछ करने में पता चला कर उसने अपने भाई के साथ मिलकर फर्जी शिक्षकों की भर्ती है. फर्जी दस्तावेज तैयार करा कर कई जिलों में फर्जी शिक्षकों की नियुक्ति कराई है.अभियुक्त द्वारा यह भी जानकारी दी गई है कि वह भी विभव कुमार पुत्र विनोद कुमार निवासी हसनपुर मोटा थाना भोगांव जनपद मैनपुरी के नकली नाम से पूर्व माध्यमिक विद्यालय रामपुर बरौली थाना इंदरगढ़ ब्लॉक हसेरन जनपद कन्नौज में 22 सितंबर 2015 से फर्जी शिक्षक के रूप में नियुक्त है. वर्तमान समय में प्रधानाध्यापक के पद पर इसी विद्यालय में तैनात है.



पूछताछ में यह भी जानकारी में आया उक्त अभियुक्त द्वारा अपने भाई पुष्पेंद्र के साथ मिलकर पूरे उत्तर प्रदेश में विभिन्न जनपदों में कस्तूरबा गांधी स्कूल व प्राइमरी स्कूलों में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 20 से अधिक फर्जी नियुक्तियां कराई गई हैं. जिसमें जनपद कन्नौज मैनपुरी व पूर्वांचल के कई जिलों में फर्जी नियुक्तियों की बात द्वारा स्वीकार की गई है. अभियुक्त के भाई पुष्पेंद्र फर्जी भर्ती का एक संगठित गिरोह चलाते हैं जो फर्जी डिग्रियों के आधार पर फर्जी शिक्षकों की नियुक्ति कराने का कार्य पूरे प्रदेश में करते हैं. कासगंज पुलिस ने इस फर्जी गैंग का खुलासा किया है और अभियुक्त जसवंत को जेल भेज दिया है. एसपी कासगंज ने बताया जल्द ही इस गैंग के सभी आरोपी जेल भेजे जाएंगे.

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