लखीमपुर खीरी

जिला महिला अस्पताल के गर्भपात केंद्र पर डॉक्टर द्वारा की जा रही अवैध वसूली करवाई नहीं

Shiv Kumar Mishra
2 Feb 2021 11:33 AM GMT
जिला महिला अस्पताल के गर्भपात केंद्र पर डॉक्टर द्वारा की जा रही अवैध वसूली करवाई नहीं
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लखीमपुर खीरी।यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भले ही भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए लाख प्रयास किए हो लेकिन यहां के जनपद लखीमपुर खीरी में जिला महिला चिकित्साल के नसबंदी एवं गर्भपात केंद्र पर तैनात डॉ सुषमा सिंह के द्वारा लगातार भ्रष्टाचार किया जा रहा है और गर्भपात नसबंदी कराने के लिए आने वाली महिलाओं से अवैध वसूली डॉक्टर के द्वारा की जा रही है।अवैध वसूली की शिकायत यूपी सीएम हेल्पलाइन पर की गई है।

नसबंदी केंद्र में तैनात डॉ सुषमा सिंह के द्वारा मरीज देखे जाते हैं।शहर की एक महिला से उक्त मामले की जानकारी ली तो उसने अपना नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि डॉ सुषमा सिंह के द्वारा अपना रेट तय किया गया है।यदि किसी महिला को अपना गर्भ समापन कराना है तो डॉ उसकी फीस बताती है यदि उतने रुपये मरीज के तीमारदार दे देता है तो उसका काम होता है यदि कुछ कमी बताता है तो उसको अल्ट्रासाउंड रूम में भेज दिया जाता है और अधिक समय बताकर उसका काम नही किया जाता है।डॉक्टर सुषमा सिंह के इस काले कारनामे को और जानने के लिए जब अन्य महिलाओं से बात की गई तो सब हकीकत सामने आ गई।

यूपी सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज की गई शिकायत में कहा गया है कि नसबंदी एवं गर्भपात केंद्र पर तैनात डॉ सुषमा सिंह भ्रष्टाचार कर रही हैं और अवैध वसूली कर रही हैं।डॉ सुषमा सिंह के द्वारा कोई भी केस बिना रुपये लिए नहीं किया जाता है और एक हजार रुपये से लगाकर तीन हजार रुपए तक इनके द्वारा लिए जाते है।यह रुपये गर्भपात केंद्र के अन्दर डॉ लेती हैं जिससे कोई भी इनका रिकार्ड ना बनाने पाए।जिला महिला अस्पताल में अवैध वसूली का यह कोई पहला मामला नही है यहां पर ज्यादातर मामलों में अवैध वसूली किये जाने के आरोप लगते रहे हैं।

दूसरी महिला से मामले की जानकारी की तो उसने बताया कि हमारे पहले से तीन बच्चें हैं और अब आज यहां आई थी जब डॉ सुषमा सिंह को दिखाया तो उन्होंने तीन हजार रुपयों की मांग की जब हमारे घर के परिजनों ने कुछ रुपये कम करने के लिए कहा तो डॉ ने पहले कहा कि पैसे कम नहीं होंगे जो कहा है उतने ही देंने होंगे।जब डॉ से यह पूछा गया कि यह किस चीज के पैसे जमा होते हैं तो उनका जबाब मिला कि आप पहले अल्ट्रासाउंड करवाकर लाओ तब बात करो इसके बाद जब उक्त महिला ने अपना अल्ट्रासाउंड कराया तो उसकी रिपोर्ट देखकर डॉ ने यह कह दिया कि आपका समय ज्यादा हो गया है मैं इसको नहीं कर सकती हूं।

सबसे बड़ा सवाल अब यह आता है कि जब समय ज्यादा था तो डॉ ने पहले रुपयों की मांग किसलिए की थी।इससे साफ जाहिर होता है कि डॉ सुषमा सिंह के द्वारा गर्भपात केंद्र पर अवैध वसूली की जा रही है और जिला महिला अस्पताल की सीएमएस इस अवैध वसूली को देखकर भी अन्जान बानी हुई है।

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