लखनऊ

क्या विकास दुबे को पहले से थी पुलिस दबिश की जानकारी? डीजीपी ने दी जानकारी

Shiv Kumar Mishra
3 July 2020 3:29 AM GMT
क्या विकास दुबे को पहले से थी पुलिस दबिश की जानकारी? डीजीपी ने दी जानकारी
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पुलिस कार्मिको की शहादत को शत् शत् नमन करते हुए मुख्यमंत्री ने इनके शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है.

उत्तर प्रदेश के कानपुर में दबिश देने गई पुलिस टीम पर हमले और 8 पुलिसकर्मियों की शहादत पर पूरे प्रदेश में हड़कंप है. हमले में 7 पुलिसकर्मी घायल हैं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस घटना से सवेरे सवेरे यूपी दहल गया. हालांकि अभी पुलिस ने पूरा कानपुर मंडल की सील कर दिया है. पुलिस ने लगभग पांचसौ से ज्यादा मोवाइल नंबर सर्विलांस पर लगा दिए है.

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी ने कानपुर नगर में कर्तव्यपालन के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले 8 पुलिसकर्मियों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी है. पुलिस कार्मिको की शहादत को शत् शत् नमन करते हुए मुख्यमंत्री ने इनके शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है.

वहीं, मामले में डीजीपी एचसी अवस्थी (DGP HC Awasthi) ने कहा कि एसटीएफ की टीमों को जांच में लगा दिया गया है और अपराधियों को पकड़ने के लिए बड़ा ऑपरेशन जारी है. वहीं, एनकाउंटर से जुड़ी एक अहम जानकारी सामने आ रही है. पता चला है कि विकास दुबे को शायद पुलिस की दबिश की पहले से जानकारी थी. खुद डीजीपी का कहना है कि गांव में पुलिस की गाड़ियों को रोकने के लिए रास्‍ते पर जेसीबी मशीनें रख दी गई थीं.

डीजीपी एचसी अवस्थी ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के खिलाफ एक हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया था. इसी सिलसिले में उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम उसके गांव पहुंची थी. यहां जेसीबी मशीनें रास्ते में लगा दी गईं, जिससे पुलिस को अपने वाहन रोकने पड़े थे. जैसे ही फोर्स उतरी अपराधियों ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस ने जवाबी फायरिंग की लेकिन अपराधी ऊंचाई पर थे, इसलिए 8 पुलिसवाले शहीद हो गए. इस हमले में 7 पुलिसकर्मी घायल भी हैं.

ऑपरेशन जारी, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने संभाली कमान

हमले को अंजाम देने के बाद अपराधी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए. ऑपरेशन अभी भी जारी है. आईजी, एडीजी, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर को ऑपरेशन की जिम्मेदारी संभालने के लिए भेजा गया है. वहीं, कानपुर से फॉरेंसिक टीम भी पहुंच गई है. इसके अलावा एक एक्सपर्ट टीम भी लखनऊ से भेजी जा रही है.



एसटीएफ भी लगी जांच में

डीजीपी ने कहा कि एसटीएफ को तैनात कर दिया गया है. आईजी एसटीएफ मौके पर पहुंच रहे हैं. कानपुर एसटीएफ पहले से ही जिम्मेदारी संभाल चुकी है. इस संबंध में बड़े स्तर पर ऑपरेशन चलाया जा रहा है.

सर्च ऑपरेशन जारी

डीजीपी एचसी अवस्थी ने कहा कि हत्या के प्रयास मामले में दबिश देने गई टीम पर घात लगाकर फायरिंग की गई. एक सीओ, 1 एसओ, 1 चौकी इंचार्ज, 5 सिपाही शहीद हुए हैं. इसके अलावा 4 सिपाही घायल हैं, जिनमें एक गंभीर है. घायलों के उचित इलाज के निर्देश दिए गए हैं. आरोपी 7-8 के करीब हो सकते हैं. आरोपी विकास दुबे की गिरफ्तारी के लिए पड़ोसी जिलों की पुलिस को भी लगाया गया है. आरोपी की गिरफ्तारी में एसटीएफ को भी लगाया गया है. लखनऊ से एक फॉरेंसिक की टीम भी कानपुर जा रही है. कानपुर देहात में एनकाउंटर के बाद जिले की सभी सीमाएं सील कर दी गई हैं. पूरे गांव में पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी है.

मुठभेड़ में शहीद हुए पुलिसकर्मियों के नाम

1-देवेंद्र कुमार मिश्र, सीओ बिल्हौर

2-महेश यादव, एसओ शिवराजपुर

3-अनूप कुमार, चौकी इंचार्ज मंधना

4-नेबूलाल, सब इंस्पेक्टर शिवराजपुर

5-सुल्तान सिंह, कांस्टेबल थाना चौबेपुर

6-राहुल, कांस्टेबल बिठूर

7-जितेंद्र, कांस्टेबल बिठूर

8-बबलू, कांस्टेबल बिठूर

मुठभेड़ में घायल पुलिसकर्मियों के नाम

1-कौशलेंद्र प्रताप सिंह, एसओ बिठूर

2-अजय सिंह सेंगर, सिपाही बिठूर

3-अजय कश्यप, सिपाही शिवराजपुर

4- होमगार्ड जयराम पटेल

5-एसआई सुधाकर पांडे, चौबेपुर

6-शिव मूरत, सिपाही बिठूर

7-विकास बाबू, प्राइवेट व्यक्ति,चौबेपुर

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