लखनऊ

अभी अभी योगी के ऐलान से बरसात से दुखी किसानों को मिलेगी बड़ी राहत

Shiv Kumar Mishra
18 March 2023 7:50 AM GMT
अभी अभी योगी के ऐलान से बरसात से दुखी किसानों को मिलेगी बड़ी राहत
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दुखी किसानों के मन में राहत आई है।

उत्तर प्रदेश में पिछले दो दिनों से बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से किसानों की फसलें बरबाद हो गई। इस वजह से किसानों के घरों में मातम पसरा हुआ था। इसी बात को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चिंता जाहीर करते हुए उनकी नुकसान हुई फसल के मुआवजा देने का ऐलान कर दिया। सीएम के इस ऐलान से किसानों के घरों में पसरा मातम खत्म हो जाएगा।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, विभिन्न जनपदों में असमय बारिश और ओलावृष्टि हुई है। आपकी सरकार हर परिस्थिति में आपके साथ खड़ी है। संबंधित अधिकारियों को पूरी तत्परता से राहत एवं बचाव कार्य संचालित करने हेतु निर्देशित किया है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, जनहानि की दशा में प्रभावित परिवार को ₹4 लाख की अनुमन्य राहत राशि देने के साथ ही घरों के क्षतिग्रस्त होने व पशुहानि की स्थिति में भी अनुमन्य वित्तीय सहायता हेतु निर्देश दिए हैं।अधिकारियों को किसानों की फसल के नुकसान का आकलन कर शासन को आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।


इस आदेश के बाद उत्तर प्रदेश के किसानों के घरों में पसरे मातम में कुछ कमी हुई है। किसानों को लग रहा है कि अब कुछ न कुछ नुकसान जरूर मिल जाएगा। असमय बारिश और ओलावृष्टि से गेंहू, सरसों और आलू की फसल में नुकसान हो रहा है। क्योंकी कोल्ड में जाने वाले आलू की खुदाई का काम चल रहा है। वहीं मसूर, समेत दलहन और तिलहन की फसल में भी बड़ा नुकसान हुआ है।

बेमौसम बरसात की संभावना से कृषक रहे सतर्क

मौसम केंद्र लखनऊ के आंकड़ों के अनुसार चक्रवाती परिसंचरण के कारण पूर्वी उत्तर प्रदेश में अगले 5 दिनों में गरज चमक के साथ बेमौसम बरसात एवं 25 से 35 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावनाएं हैं। इस अवधि में कटाई एवं बुवाई के लिए किसानों को सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। बेमौसम बरसात की वजह से जिन स्थानों पर फसल खड़ी है एवं कटाई के योग्य है, विशेषकर गेहूं ,सरसों, चना, मटर इत्यादि में अधिकाधिक जल निकास का उचित प्रबंध करें एवं तैयार फसल की तुरंत कटाई करके उचित स्थान पर रख कर उपज को पॉलीथिन शीट से ढक दें।

विशेषकर आलू की फसल के लिए सुरक्षित भंडारण सुनिश्चित करें। मक्का ,उर्द ,मूंग की बुवाई को रोककर अधिक वर्षा जल जमाव की स्थिति में पानी को बाहर निकालने की उचित व्यवस्था करें। तेज हवाओं की स्थिति में गेहूं की सिंचाई तत्काल रोक दें एवं किसी प्रकार के उर्वरको एवं रसायनों का छिड़काव हवा के शांत होने पर ही करें। जायद फसलों यथा मक्का,उर्द,मूंग इत्यादि की यदि बुवाई हो गयी है तो अंकुरण के लिए खेत में उचित नमी बनाए रखें क्योंकि तेज हवाएं वाष्पीकरण द्वारा भूमि की नमी को उड़ा ले जाती हैं और अंकुरण के साथ-साथ फसल भी प्रभावित होती है ।

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