लखनऊ

डिफेंस एक्सपो में सजी हथियारों की मंड़ी, PM मोदी ने किया उद्घाटन, आम जनता भी इस दिन जा सकते है देखने

Sujeet Kumar Gupta
5 Feb 2020 4:07 PM IST
डिफेंस एक्सपो में सजी हथियारों की मंड़ी, PM मोदी ने किया उद्घाटन, आम जनता भी इस दिन जा सकते है देखने
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-पीएम मोदी ने कहा कि आज का ये अवसर भारत की रक्षा-सुरक्षा की चिंता करने वालों के साथ-साथ पूरे भारत के युवाओं के लिए भी बड़ा अवसर है। मेक इन इंडिया से भारत की सुरक्षा तो बढ़ेगी ही, डिफेंस सेक्टर में रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज से डिफेंस एक्सपो 2020 का आगाज हो गया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को 11वें डिफेंस एक्सपो का उद्घाटन किया। मोदी ने कहा- भारत केवल एक बाजार ही नहीं है। भारत पूरे विश्व के लिए अपार अवसर भी है। यह डिफेंस एक्सपो दुनिया के भारत के प्रति विश्वास को प्रकट करता है। उन्होंने कहा- दुनिया में भारत एक सशक्त भूमिका लेकर आगे बढ़ रहा है। आज का यह अवसर भारत की रक्षा और सुरक्षा करने के साथ-साथ देश के युवाओं के लिए बड़ा अवसर है।

मोदी ने कहा- मेक इन इंडिया से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिफेंस एक्सपो में अपने स्वागत संबोधन में कहा कि यूपी देश का सबसे महत्वपूर्ण राज्य तो है ही आने वाले समय में यूपी डिफेंस उपकरणों का हब बनेगा। यह डिफेंस एक्सपो अब तक का सबसे बड़ा एक्सपो है। प्रधानमंत्री मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्रालय व योगी सरकार को भी एक्सपो आयोजित करने की बधाई दी।

-डिफेंस मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र में भारत कई वर्षों तक भारत प्रमुख शक्तियों में से एक रहा। लेकिन आजादी के बाद हमने अपनी इस ताकत का उपयोग उस गंभीरता से नहीं किया, जितना हम कर सकते थे। हमारी नीति और रणनीति इंपोर्ट तक सीमित रह गयी।

-पीएम मोदी ने कहा कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेजी के विजन पर चलते हुए भारत ने अनेक डिफेंड उत्पादों के निर्माण में तेजी हासिल की।

2014 तक यहां सिर्फ 217 डिफेंस लाइसेंस दिए गये थे। बीते 5 वर्षों में ये संख्या 460 हो गई है। यानी दोगुनी से भी ज्यादा हो गई है।

-पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में जब 21वीं सदी की चर्चा होती है, तो स्वाभाविक रूप से भारत की तरफ ध्यान जाता है। आज का ये डिफेंस एक्सपो भारत की विशालता, व्यापकता, विविधता और विश्व में उसकी विस्तृत भागीदारी का सबूत है।

-पीएम मोदी ने कहा कि आज का ये अवसर भारत की रक्षा-सुरक्षा की चिंता करने वालों के साथ-साथ पूरे भारत के युवाओं के लिए भी बड़ा अवसर है। मेक इन इंडिया से भारत की सुरक्षा तो बढ़ेगी ही, डिफेंस सेक्टर में रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे।

-पीएम मोदी ने कहा कि इस बार 1,000 से ज्यादा डिफेंस मेनुफेक्चरर और दुनियाभर से 150 कंपनी इस एक्स्पो का हिस्सा हैं। इसके अलावा 30 से ज्यादा देशों के डिफेंस मिनिस्टर्स और सैकड़ों बिजनेस लीडर भी यहां उपस्थित हैं

-पीएम मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य तो है ही, आने वाले समय में ये देश में डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग के भी सबसे बड़े हब में से भी एक होने वाला है। ऐसे में नए दशक के इस पहले डिफेंस एक्स्पो का यहां होना अपने आप में प्रसन्नता का विषय है।

अंतिम दो दिन आमजन के लिए खोला जाएगा एक्सपो

5 से 9 फरवरी तक चलने वाले इस मेले में 70 देशों की रक्षा उपकरण बनाने वालीं 172 और भारत की 857 कंपनियां भाग ले रही हैं। इस रक्षा प्रदर्शनी में 40 देशों के रक्षामंत्री शामिल होंगे। डिफेंस एक्सपो 5 से 7 फरवरी तक आमंत्रित लोगों के लिए खुलेगा जबकि 8-9 फरवरी को इसे आम जनता के लिए खोला जाएगा। डिफेंस एक्सपो में 19 तकनीकी-व्यावसायिक सेमिनार होंगे। इसमें करीब 5 हजार छात्रों के शामिल होने की व्यवस्था की गई है। यहां दसौ एविएशन पहली बार तिरंगे के निशान वाले राफेल को एक्सपो में पेश करेगा।

डिफेंस एक्सपो पहले दिल्ली में होता था। मोदी सरकार में सभी डिफेंस एक्सपो रक्षामंत्रियों के गृह राज्य में हुए। 2016 में जब मनोहर पर्रिकर रक्षा मंत्री थे, तब यह गोवा में हुआ था। पर्रिकर गोवा के मुख्यमंत्री भी रह चुके थे। 2018 में डिफेंस एक्सपो तमिलनाडु में हुआ था, तब रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण थीं। सीतारमण तमिलनाडु से हैं। इस बार डिफेंस एक्सपो लखनऊ में हो रहा है क्योंकि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ से ही सांसद हैं। अमेरिका की कंपनी लॉकहीड मार्टिन भी एफ-35 लाइटनिंग सेकंड को पहली बार दुनिया के सामने लाएगी। अमेरिका यह विमान भारत को बेचना चाहता है।

थल सेना के हथियारों में- पिनाक मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर, धनुष तोप, इंटीग्रेटेड मल्टीफंक्शन साइट, स्मॉल आर्म्स एडवांस्ड होलोग्राफिक साइट, आई सेफ लेजर, नाइट विजन डिवाइसेज, बॉर्डर सर्विलांस सिस्टम, लेजर ऑर्डिनेंस डिस्पोजल सिस्टम, लेजर डैजलर्स, ऑप्टिकल टारगेट लोकेटर और एक्सप्लोसिव डिटेक्टर प्रदर्शित किए जाएंगे। वहीं, फाइटर जेट्स - सुखोई 30 एमकेआई, जगुआर फाइटर प्लेन, चिनूक और चीता हेलीकॉप्टर भी लखनऊ एयरपोर्ट और बक्शी का तालाब एयरपोर्ट से उड़ान भरेंगे।

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