लखनऊ

ओमप्रकाश राजभर और भीम आर्मी चीफ के बीच बंद कमरे में हुयी मंत्रणा, चंद्रशेखर ने कल ही कहा था की 15 मार्च को...

Sujeet Kumar Gupta
2 March 2020 8:01 AM GMT
ओमप्रकाश राजभर और भीम आर्मी चीफ के बीच बंद कमरे में हुयी मंत्रणा, चंद्रशेखर ने कल ही कहा था की 15 मार्च को...
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रविवार को भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने अपनी नई पार्टी बनाने की घोषणा कर दी. चंद्रशेखर की नई पार्टी का औपचारिक ऐलान होली के बाद 15 मार्च को होगा.

लखनऊ। यूपी में विधानसभा चुनाव भले ही 2022 में होने को है लेकिन अभी से यहां पर नेता चुनावी रणनीति बनाने में लगे है वही आज लखनऊ में दो पार्टी के अध्यक्षों की मुलाकात हुई है जिसमें सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने लखनऊ के वीआईपी गेस्ट हाउस में भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर से मुलाकात की चंद्रशेखर के नई पॉलिटिकल पार्टी बनाने के ऐलान के बाद यह मुलाक़ात अहम मानी जा रही है।

दोनों नेताओं के बीच बंद कमरे में हुई मुलाक़ात से कयास ले लगाय जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच 2022 विधानसभा चुनाव को को लेकर चर्चा हुई. सुभासपा की अगुआई में बनी भागीदारी संकल्प मोर्चा में भीम आर्मी शामिल हो सकती है. 2022 के चुनाव से पहले सभी पिछड़े, दलित व अल्पसंख्यकों को एक करने की कोशिश इस गठबंधन के सहारे हो सकती है.

इससे पहले रविवार को भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने अपनी नई पार्टी बनाने की घोषणा कर दी. चंद्रशेखर की नई पार्टी का औपचारिक ऐलान होली के बाद 15 मार्च को होगा. चंद्रशेखर की नई पार्टी के ऐलान के साथ ही बहुजन समाज पार्टी (BSP) में हलचल बढ़ गई है. बताया जा रहा है कि चंद्रशेखर की नई पार्टी में बसपा के कई पूर्व एमएलसी और लोकसभा प्रत्याशी शामिल हो सकते हैं।

'राजनीति महत्वाकांक्षा नहीं बल्कि मजबूरी'भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर का कहना है कि राजनीति उनकी महत्वाकांक्षा नहीं, बल्कि मजबूरी है. उन्होंने बताया कि पार्टी अपने मौजूदा स्वरूप में संगठन के समानांतर काम करती रहेगी. भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर ने कहा कि वह दिसंबर में एक राजनीतिक दल के गठन की घोषणा करना चाहते थे, लेकिन CAA लागू होने के कारण यह काम रुक गया. उन्होंने कहा कि सीएए के खिलाफ लड़ना चुनाव लड़ने से ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया था।

वही 27 फरवरी को विधानसभा में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के नेता ओमप्रकाश राजभर ने पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री अनिल राजभर को नकली राजभर बताते हुए नक्कालों से सावधान रहने का नारा दे दिया। वहीं अनिल राजभर ने भी ओमप्रकाश पर राजनीति का व्यापार कर गरीबों को धोखा देने का आरोप लगाया।

आगे ओम प्रकाश राजभर कहा कि दिव्यांगजन मंत्री अनिल राजभर नकली राजभर हैं, इनकी हिम्मत नहीं है कि ये मुख्यमंत्री के सामने पेंशन बढ़ाने की बात भी रख सकें। ओम प्रकाश ने कहा कि मुख्यमंत्री ने देवरिया और गोरखपुर में आयोजित दिव्यांगजनों के कार्यक्रम में हर लोकसभा क्षेत्र में 100-100 मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल देने का वादा किया था। लेकिन एक भी लोकसभा क्षेत्र में वितरण नहीं हुआ है। एक दो विधानसभा क्षेत्रों में केंद्र सरकार से मिले 25 हजार रुपये और 12-12 हजार रुपये विधायक एवं सांसद निधि से लेकर मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल वितरित की गई है।


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