लखनऊ

यूपी में नए डीजीपी की तलाश, इन चार आईपीएस के नाम पर चर्चा तेज

Shiv Kumar Mishra
19 Jan 2024 10:44 AM GMT
यूपी में नए डीजीपी की तलाश, इन चार आईपीएस के नाम पर चर्चा तेज
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उत्तर प्रदेश पुलिस के महानिदेशक विजय कुमार 31 जनवरी को सेवानिवृत हो रहे है। प्रदेश में नए डीजीपी की चर्चा तेज है।

उत्तर प्रदेश में पुलिस महानिदेशक के पद पर कार्यरत कार्यवाहक डीजीपी विजय कुमार 31 जनवरी को सेवानिवृत हो रहे है। उनके स्थान पर नए नामों की चर्चा तेज हो गई है इन नामों में सबसे ज्यादा चार नामों की चर्चा तेज है। आईपीएस पीवी रमा शास्त्री, आईपीएस रेणुका मिश्रा , आईपीएस एस एन साबत और आईपीएस प्रशांत कुमार का नाम है।

आईपीएस पीवी रमाशास्त्री

आईपीएस पीवी रमाशास्त्री 1989 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस हैं। वे सुलतानपुर, हाथरस, बलिया, एटा और फर्रूखाबाद जिले के पुलिस कप्तान रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने सीबीआई और एनआईए में भी लंबे समय तक काम किया है। साथ ही इस बीच यूपी एडीजी कानून व्यवस्था भी रहे है। इस समय डीजी बीएसएफ के पद पर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति है।

पीवी राम शास्त्री एक भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी हैं जिनके पास कानून प्रवर्तन और भ्रष्टाचार विरोधी क्षेत्र में अनुभव है। उन्होंने विभिन्न पदों पर गुजरात पुलिस, उत्तर प्रदेश पुलिस और केंद्रीय जांच ब्यूरो में सेवा की है। उन्होंने एक वर्ष से अधिक समय तक प्रतिष्ठित सीबीआई अकादमी के निदेशक के रूप में भी कार्य किया, जहां उन्होंने अंतर-एजेंसी प्रशिक्षण सहयोग का बीड़ा उठाया। उन्हें सरकार की ओर से मेधावी पुलिस सेवा पदक से सम्मानित किया गया था। वर्ष 2006 में भारत के। अंतरराष्ट्रीय कानून प्रवर्तन और शासन के मुद्दों पर अपनी पकड़ के लिए जाने जाने वाले, वह सरकार को नीतिगत सलाह के लिए बुलाई गई समितियों में विभिन्न अवसरों पर शामिल थे।

आईपीएस रेणुका मिश्रा

उत्तर प्रदेश में 1990 बैच की आईपीएस अफसर रेणुका मिश्र (IPS officer Renuka Mishra) को बड़ी जिम्मेदारी है। रेणुका मिश्र को यूपी पुलिस भर्ती (UP Police Recruitment) एवं प्रोन्नति बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। 1988 बैच के आईपीएस अफसर और कार्यवाहक डीजीपी विजय कुमार 31 रिटायर हो रहे है।

सीनियारिटी के क्रम में 1990 बैच की रेणुका मिश्रा 4 सीनियर आईपीएस अधिकारियों से पीछे थी। 1988 बैच के आईपीएस विजय कुमार को कार्यवाहक डीजीपी की जिम्मेदारी दी गई थी। वहीं यूपी सरकार ने पिछले साल ही रेणुका मिश्र को डीजी पद पर प्रमोट किया था। मौजूदा समय में आईपीएस रेणुका मिश्र पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण की जिम्मेदारी संभाल रही थी।

रेणुका मिश्र का साल 1967 में जन्म हुआ था। वो 1990 बैच की आईपीएस अधिकारी है। उन्होंने बीकॉम कॉमर्स, इकोनॉमिक्स और पोस्ट ग्रेजुएशन में एमए पुलिस एडमिनिस्ट्रेशन से किया है। रेणुका मिश्र को 2005 में डीआईजी, 2010 में आईजी, 2014 में एडीजी और 2021 में डीजी पद पर प्रमोट किया गया था। आईपीएस रेणुका को 26 जनवरी 2023 को DGs COMMENDATION DISC PLATINUM पुरस्कार पा चुकी है।

आईपीएस एस एन साबत

कारागार मुख्यालय में 1990 बैच के IPS एस एन साबत ने पुलिस महानिदेशक/ महानिरीक्षक कारागार का पद पर तैनात है। साथ ही, वह कारागार विभाग के 102 वें मुखिया हैं। साबत अब तक उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन लिमिटेड के पुलिस महानिदेशक रह चुके है।

एस एन साबत एक लोकप्रिय और कुशल अधिकारी के साथ साथ विद्वान लेखक के रूप में भी जाने जाते हैं। IPS के रूप में चयनित होने के बाद जनपद वाराणसी से ASP के रूप में अपनी सेवाएँ प्रारंभ करने वाले श्री साबत अलीगढ़ और अयोध्या में भी ASP के रूप में कार्यरत रहे जबकि जालौन मिर्ज़ापुर मुज़फ़्फ़रनगर और बनारस ज़िलों में SP और SSP के रूप में सफलतापूर्वक कार्य कर चुके हैं। वह मिर्ज़ापुर कानपुर और बनारस के DIG भी रह चुके हैं। वह सीआरपीएफ और रेलवे में IG के रूप में जबकि पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड, इलाहाबाद व लखनऊ ज़ोन के ADG के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। लखनऊ ज़ोन के ADG रहते हुए उनका प्रमोशन पुलिस महानिदेशक के रूप में हुआ था। एस एन साबत ने संयुक्त राष्ट्र संघ की शांति सेना में मानवाधिकारों के लिए अपनी सेवाएँ दी हैं। संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में सराहनीय कार्य के लिए उन्हें विश्व शांति पदक प्रदान किया गया है।

आईपीएस प्रशांत कुमार

स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार (Prashant kumar promotion) का पुलिस महानिदेशक के पद पर प्रमोशन का आदेश जारी कर दिया गया है। 1990 बैच के आईपीएस प्रशांत कुमार तेजतर्रार अधिकारी होने के चलते सीएम योगी आदित्यनाथ के भरोसेमंद अफसरों की लिस्ट में शामिल है।यूपी पुलिस में स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था के पद पर तैनात प्रशांत कुमार 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी है। बिहार के सिवान जिले में जन्मे प्रशांत कुमार का चयन तमिलनाडु कैडर में हुआ था। लेकिन निजी कारणों के चलते साल 1994 में उनका ट्रांसफर यूपी कैडर में हो गया था। प्रशांत कुमार को खासतौर पर क्राइम में अंकुश लगाने के लिए जाना जाता है। यही वजह है कि योगी सरकार में उन्हें बेहद महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है जिसपर प्रशांत कुमार खरे भी उतर रहे हैं।

कहा जाता है कि प्रशांत कुमार ने अबतक 300 से अधिक एनकाउंटर को अंजाम दिया है, जबकि एक हजार से ज्यादा अपराधियों का एनकाउंटर उनकी निगरानी में हुआ है। अपनी वीरता के लिए प्रशांत कुमार कई अहम पदकों से भी सम्मानित किए जा चुके हैं। प्रशांत कुमार अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की रूपरेखा तैयार करने के साथ ही सिंघम टाइप मूछों के लिए भी चर्चा में आ चुके हैं। इसके साथ ही कावड़ियों पर पुष्पवर्षा करने के लिए वो काफी सुर्खियों में रहे हैं।

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