लखनऊ

यूपी में शिक्षा मित्र अनुदेशक रहें निश्चिंत, आपको नहीं निकाल सकती है सरकार, जानिए- क्यों?

Shiv Kumar Mishra
28 Feb 2023 2:35 PM GMT
यूपी में शिक्षा मित्र अनुदेशक रहें निश्चिंत, आपको नहीं निकाल सकती है सरकार, जानिए- क्यों?
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उत्तर प्रदेश में शिक्षा मित्र और अनुदेशक लगातार इस संसय में जीवन जी रहा है कि पता नहीं नई शिक्षा नीति के तहत हमें कब निकाल दिया जाए कोई भरोसा नहीं है

उत्तर प्रदेश में शिक्षा मित्र और अनुदेशक लगातार इस संसय में जीवन जी रहा है कि पता नहीं नई शिक्षा नीति के तहत हमें कब निकाल दिया जाए कोई भरोसा नहीं है. इस भय के चलते कि शिक्षा मित्र अपनी जान भी डे बैठे। आज आप जान लीजिए आपको कितना भी डराया धमकाया जाए लेकिन आप को कभी निकाला नहीं जा सकता है अगर आप कुछ गलती अपनी ओर से नहीं करेंगे तो। और अगर आपने एकजुटता दिखाई तो आपको ये आपके मांग के अनुसार वेतन भी देंगे इसके प्रमुख कारणों पर शायद आपने विचार भी नहीं किया होगा। आपको यह जानकार एक झटका लगेगा कि आपको आपके जॉब से सरकार कभी नहीं निकाल पाएगी।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने 3 अक्टूबर 2021 को एक रिपोर्ट जारी की। बताया कि यूपी में सहायक अध्यापकों की संख्या सरप्लस है। रिपोर्ट के अनुसार यूपी में 1.58 लाख स्कूल हैं। इस वक्त 3.79 लाख शिक्षक हैं। 1.40 लाख शिक्षामित्र हैं। कुल शिक्षकों की संख्या हुई 5 लाख 19 हजार। स्कूलों में छात्रों की नामांकन संख्या 1.76 करोड़ है। प्राइमरी स्कूल में शिक्षक अनुपात 30:1 यानी 30 छात्र पर एक शिक्षक हैं। ऐसे में कुल छात्रों का अनुपात निकालने पर 79,568 शिक्षक सरप्लस हुए।

आब आइए 3 लाख 79 हजार कुल शिक्षकों में 1 लाख चालीस हजार शिक्षा मित्र है यानि 33 प्रतिशत शिक्षा मित्र विभाग में कार्यरत है। उन सबको एक साथ सरकार निकाल करके क्या बेसिक शिक्षा विभाग का बेड़ा गरक करेगी। जिस दिन यकायक शिक्षा मित्र हड़ताल को घोषणा कर दें तो सरकार के हाथ पाँव खड़े हो जाएंगे हालांकि इससे एक बार फिर से सरकार नाराज हो जाएगी। चूंकि 1 लाख 58 हजार स्कूलों में 3 लाख 79 हजार शिक्षक पूरी तरह से शिक्षण कार्य नहीं कर पाएंगे। हालांकि इन्होंने विपक्ष को हिदायत देने के उद्देश्य से कहा है कि हमारे सरप्लस अध्यापक है जबकि एसा नहीं है क्योंकि कुल 1 करोड़ 76 हजार बच्चों के लिए 6 लाख के आसपास शिक्षक चाहिए। जबकि सरकार के पास सिर्फ 5 लाख 19 हजार शिक्षक है तो फिर सर प्लस कहाँ है। और 27000 हजार अनुदेशक है उन्हे भी जोड़ दें तो भी 5 लाख 46 हजार शिक्षक होते है।

दूसरी बात सपा विधायक ने शिक्षकों की कमी का मुद्दा उठाया तब संदीप सिंह ने आंकड़े गिनाते हुए कहा, "हमारे पास इस वक्त 6,28,915 शिक्षक हैं।" इसमें संदीप सिंह ने 1 लाख 47 हजार शिक्षामित्रों को और 26 हजार अनुदेशक अध्यापकों को भी जोड़ लिया। जबकि सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षा मित्रों को सहायक अध्यापक नहीं मानते हुए इनके समायोजन को रद्द किया था। तब भी इनके पास ज्यादा सरप्लस टीचर नहीं है।

इस लिहाज से सरकार कभी भी 1 लाख 75 हजार शिक्षकों को क्या कभी एक साथ निकाल पाएगी। इस लिहाज से शिक्षा मित्र अनुदेशक निश्चिंत होकर अपनी सर्विस करें और अपने वेतन के लिए सरकार से गुजारिस करें ताकि आपको आपकी मं मुराद पूरी हो सके।

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