लखनऊ

विधायक जी तब तो इसी थानेदार को टिकट दे देना चाहिए!

Shiv Kumar Mishra
4 Sep 2020 3:29 AM GMT
विधायक जी तब तो इसी थानेदार को टिकट दे देना चाहिए!
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अब अधिकारी अपने काम में लग गए थे और विधायक जी सडकों का जाल और नल लगबाने में जुट गये थे. लेकिन थानेदार का कुछ नहीं बिगड़ा.

अमूमन राज्यों में मुख्यमंत्रियों के खिलाफ विधायकों की नाराजगी की शुरुआत उनके काम न होने से होती है. विधायकों को यह बात ना काबिले बर्दाश्त होती है. उस पर उनके इलाके में तैनात थानेदार या इंजीनियर उनकी सिफारिशों को अगर नजरअंदाज करें. तब इस बात में और चार चांद लग जाते हैं.

यूपी में 2000 2002 के बीच में राजनाथ सिंह राज्य के मुख्यमंत्री हुआ करते थे. तत्कालीन मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह एक रोज दर्शन जनता दर्शन के कार्यक्रम में जनता की बात सुन रहे थे तो उसी दौरान उनकी ही पार्टी के विधायक जा धमके. विधायक जी बहुत ही ज्यादा नाराज थे. कहने लगे बीजेपी विधायक होने का कोई फायदा नहीं है. उसके बाद मैं सत्ता पक्ष का भी विधायक हूं. एक थानेदार को हटवाने की मेरी हैसियत नहीं रह गई है.

राजनाथ सिंह ने सबसे पहले उनका गुस्सा खत्म करवाया और सीएम सचिवालय के अफसर को संदेशा भिजवाया विधायक जी आ रहे हैं और उनकी बात बड़ी गौर से सुनी जाए. 15:20 मिनट के अंतराल में विधायक जी सीएम सचिवालय में संबंधित अफसर के सामने थे .अफसर ने पूछा विधायक जी इस थानेदार से आप इतना नाराज क्यों है? विधायक जी ने बताया अगर यह थानेदार रह गया तो वह अगला चुनाव हार जाएंगे.

अब अफसर ठहरे 24 कैरेट के आईएएस. चाय का प्याला विधायक जी की तरफ बढ़ाते हुए बोले अगर थानेदार इतना प्रभावशाली है कि वह एक विधायक को चुनाव हरवा सकता है तो मुझे लगता है पार्टी को अगली बार इसी थानेदार को टिकट दे देनी चाहिए. विधायक जी उस आईएएस अधिकारी की बात सुनकर सन्न हो गए. बल्कि उन्हें लगा की शिकायत करने आए थे अब तो उनकी टिकट भी करती नजर आ रही है.

विधायक जी ने तुरंत पाला बदला और हकलाते हुए बोले किसी ने माई का दूध नहीं पिया है जो मुझे विधायकी की हरवादे. इसके बाद २-4 तड़का लगी हुई गालियां उन्होंने थानेदार के खिलाफ उगली. अफसर को बड़ा ही बेहतर मौका लगा और बोला विधायकजी आप अपनी ऊर्जा इस थानेदार को हटाने में जो प्रयोग कर रहे हैं वह आप क्षेत्र के विकास के लिए क्यों नहीं प्रयोग करते?

अभी सीएम साहब ने मुझे आपका काम करने का निर्देश दिया है. ऐसे मौके का आप फायदा क्यों नहीं उठाते और अपने इलाके की सड़कें, हैंड पंप जैसी सुविधाएं क्यों नहीं ज्यादा से ज्यादा ले लेते जिससे जब आप चुनाव में जाएं तो आपको एक बड़ी लीड के साथ मैदान में उतरना पड़े जिससे आपकी जीत सुनिश्चित हो.

आईएएस अधिकारी का यह सुझाव विधायक जी के मन को भा गया. विधायक जी ने थानेदार के खिलाफ लाई हुई एप्लीकेशन को फाड़ डाला और क्षेत्रीय विकास के लिए सड़क और नलों की एप्लीकेशन लिखने को तुरंत बैठ गये. अब अधिकारी अपने काम में लग गए थे और विधायक जी सडकों का जाल और नल लगबाने में जुट गये थे. लेकिन थानेदार का कुछ नहीं बिगड़ा.

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