लखनऊ

केंद्रीय मंत्री ने दिया शिक्षा मित्रों को मंत्र, सपा सरकार का झेल रहे हो दंश, 2024 लोकसभा के बाद आपकी समस्या का करेंगे समाधान

Shiv Kumar Mishra
21 Feb 2023 7:37 AM GMT
केंद्रीय मंत्री ने दिया शिक्षा मित्रों को मंत्र, सपा सरकार का झेल रहे हो दंश, 2024 लोकसभा के बाद आपकी समस्या का करेंगे समाधान
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2016 और 2018 में भी शिक्षा मित्र और अनुदेशकों की यही कहानी सुनाई जा चुकी है। आज फिर वही कहानी लखनऊ में दोहराई गई है।

लखनऊ के शहीद पथ पर स्थित रमाबाई अंबेडकर रैली स्थल में मैदान में सोमवार को शिक्षामित्रों का महा सम्मेलन संपन्न हुआ। यूपी के कोने-कोने से आत्मिक अवकाश लेकर अपने परिवार के साथ आए लाखों शिक्षामित्रों ने आदर्श समायोजित शिक्षक शिक्षा मित्र वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश और उ.प्र.प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के बैनर तले महा सम्मेलन में भाग लिया।

इस मौके पर आदर्श समायोजित शिक्षक शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के कार्यकारी प्रदेश महामंत्री उमेश कुमार पांडे ने कहा कि महासम्मेलन में केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर से वार्ता होने के बाद आयोजित किया गया है। जिसमें सभी शिक्षामित्रों के संगठनों को एक मंच पर लाया गया है। महा सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर ने शिक्षामित्रों को अपने परिवार का सदस्य बताते हुए कहा कि वर्ष 2006 से वह शिक्षामित्रों के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं उनकी मांगों को पूरा करने के लिए लगातार कृति संकल्पित हैं।

इस मौकेउ.प्र.प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष शिवकुमार शुक्ला ने कहा कि महासम्मेलन में केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर से वार्ता होने के बाद आयोजित किया गया है जिसमें सभी शिक्षामित्रों के संगठनों को एक मंच पर लाया गया है। मेरा उद्देश्य प्रदेश के सभी पीड़ित शिक्षा मित्रों को न्याय दिलाना है। उन्हे नियमिति कराना है। उनकी मौतों को रोकना है ये तभी संभव होगा जब उन्हे न्याय मिलेगा।

महा सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर ने शिक्षामित्रों को अपने परिवार का सदस्य बताते हुए कहा कि वर्ष 2006 से वह शिक्षामित्रों के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं उनकी मांगों को पूरा करने के लिए लगातार कृति संकल्पित हैं। उन्होंने कहां की तत्कालीन सपा सरकार ने शिक्षा मित्रों के साथ अन्याय किया था सपा सरकार शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक घोषित करने की बजाय शिक्षामित्रों का वेतनमान सहायक अध्यापकों के बराबर कर देती शिक्षामित्रों को आज यह दिन देखने को ना मिलते सहायक अध्यापक की यात्राएं पूरी न करने की वजह से सुप्रीम कोर्ट में शिक्षामित्र केस हार गए।

उन्होंने आह्वान किया कि प्रदेश के सभी शिक्षामित्र आत्मनिर्भर भारत विकसित भारत विकसित उत्तर प्रदेश उद्यमी उत्तर प्रदेश एवं शिक्षित उत्तर प्रदेश बनाने में अपना योगदान देते हुए अपने विद्यालय में बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा देना और उन्हें पूर्ण शिक्षित बनाकर विकसित एवं शिक्षित बनाने में योगदान देने का आवान करता हूं।

केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर ने शिक्षामित्रों से वायदा किया कि आगामी वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद उनकी मांगों को पूरा करके शिक्षामित्रों के हित में सार्थक निर्णय लिया जाएगा।

बता दें कि यही बात 2016 और 2018 में भी इन्हीं नेता गणों द्वारा कहीं जा चुकी हैं। जहां पीएम मोदी से लेकर गृहमंत्री राजनाथ सिंह पहले भी यही घोषणा कर चुके हैं। जिसका सार्थक परिणाम आज तक नहीं निकला और शिक्षामित्र अनुदेशक आज भी वहीं का वहीं खड़ा नजर आता है। जब जब चुनाव आते हैं तब तक शिक्षामित्र और अनुदेशक सबको याद आता है और चुनाव खत्म होते ही सभी राजनीतिक दलों की एजेंडा से शिक्षामित्र और अनुदेशक गायब हो जाता है। इस गायब होने की समस्या आज तक कोई शिक्षामित्र तक नहीं समझ पाया है ना ही सरकारों द्वारा इसका कोई जवाब दिया गया है।

चूंकि बीते विधानसभा चुनाव में जहां सपा ने सरकार आने पर नियमित करने का वादा किया उससे बीजेपी के बड़े वोट बेंक में सेंध लगी और सपा को 1 करोड़ 90 लाख से सीधा 3 करोड़ 35 लाख वोट का इजाफा हुआ जबकि बीजेपी को पिछले विधानसभा चुनाव में भी 3 करोड़ 90 लाख वोट मिला था और इस बार भी उसे उतना ही वोट मिला। इस बढ़े वोट से बीजेपी परेशान नजर आ रही है अगर आपने अपनी हिम्मत और मांग को जोरदार तरीके से उठाया तो आपकी मांग पूरी हो सकती है।

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