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- अब हमारी सत्ता, कौन...
मेरठ में इन दिनों हिंदुओं के पलायन का मुद्दा गरम है. नमो एप पर शिकायत के बाद सीएम कार्यालय ने इस बाबत रिपोर्ट तलब की है. इस मामले में रविवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब हम सत्ता में आ गए हैं, अब कौन पलायन करेगा? उन्होंने कहा कि कुछ लोग निजी वजहों से इलाका छोड़ सकते हैं, लेकिन पलायन जैसी कोई बात नहीं है. दरअसल, आरोप है कि मेरठ शहर के बीच में स्थित लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र अंतर्गत मुस्लिम बहुल प्रह्लादनगर में बहुसंख्यक वर्ग के 425 परिवारों में से करीब 125 परिवार अपना मकान बेचकर पलायन कर चुके हैं.
आरोप है कि यहां के वाशिंदे दूसरे समुदाय के लोगों को औने-पौने दाम पर मकान बेचकर अन्यत्र जाने को मजबूर हैं. यहां कई मकानों और प्लाट के गेटों पर अभी भी बिकाऊ लिखा हुआ है. पलायन के संबंध में स्थानीय बीजेपी नेता और बूथ अध्यक्ष भवेश मेहता ने 11 जून को नमो एप पर पूरे प्रकरण की जानकारी देते हुए मदद की गुहार लगाई गई थी.
पीएओ ने लिया था संज्ञान
पीएमओ से 11 जून को ही (ऑनलाइन) यूपी के मुख्यमंत्री कार्यालय को इस बारे में उचित कदम उठाने के लिए कहा था. स्थानीय महिलाओं का आरोप है कि स्टंटबाजी, फायरिंग, बहुसंख्यक समाज की महिलाओं से छेड़छाड़, पर्स, चेन, मोबाइल और कीमती सामान की लूटपाट होने लगी थी. विरोध करने पर मारपीट हो रही थी. लोगों का ये भी आरोप है कि उनके घर के सामने आपत्तिजनक चीजें भी फेंकी जा रही थीं. इस कारण से उनका जीना दुश्वार हो गया था.
स्थानीय संसद ने बताया स्थित गंभीर
स्थानीय बीजेपी सांसद राजेंद्र अग्रवाल प्रह्लाद्नगर इलाके से बहुसंख्यक वर्ग द्वारा हो रहे पलायन पर कहा कि पहले भी इस तरह की कुछ खबरें आती थी, प्रह्लादनगर मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र है. तीन तरफ से मुस्लिमों से घिरा हुआ है. पहले छोटी-मोटी घटनाओं की बात आती थी, लेकिन अब यह गंभीर स्थिति है.
भू - माफियाओं के आतंक से यहां मकान बिकाऊ है
जनपद शामली की वीआईपी टीचर्स कालोनी में दीवार के प्रकरण को लेकर कालोनी की चार गली के लोगों ने अपने-अपने घरों के बाहर यह मकान बिकाऊ है के पर्चे चस्पा कर दिए. कालोनी वासियों ने कहा कि अगर दीवार तोड़कर कालोनी से रास्ता दिया गया तो वे अपना मकान बेचकर चले जाएंगे. एसडीएम और सीओ ने कालोनी में पहुंचकर मामले की जांच की.
आपको बता दें शामली शहर में करनाल रोड स्थित टीचर्स कालोनी में गली नंबर पांच में पीछे की दीवार तोड़कर रास्ता बनाने को लेकर कालोनीवासी विरोध कर रहे हैं. कालोनी के लोगों ने इस मामले की शिकायत डीएम और एसपी से की थी। डीएम के आदेश पर दो लोगों का शांति भंग की आशंका में चालान कर दिया था. कालोनीवासी सनसपाल सिंह, सविता, अर्जुन आदि ने बताया कि उनकी जानकारी में आया है कि एक मकान मालिक ने रास्ते के लिए अपनी कुछ भूमि दे दी है. इसके बाद टीचर्स कालोनी की चार गलियों में रहने वाले लोगों ने अपने-अपने घरों के बाहर भूमाफिया के आतंक की वजह से यह मकान बिकाऊ है के पर्चे चस्पा कर दिए. सूचना पर एसडीएम सदर सुरजीत सिंह और सीओ एके सिंह कालोनी में पहुंचे और मौके का निरीक्षण किया.
इस दौरान कालोनी के लोग इकट्ठे हो गए. कालोनीवासियों ने एसडीएम से कहा कि कि कालोनी की सभी गली के रास्ते पीछे से बंद है, लेकिन कालोनी में अवैध रूप से रास्ता बनाया जा रहा है। कालोनीवासियों का आरोप है कि कालोनी के पीछे हरा-भरा बाग है, जिसमें प्लाटिंग करने के लिए रास्ता निकालने की कोशिश की जा रही है. चेतावनी दी कि अगर कालोनी से रास्ता दिया गया तो वे मकान बेचकर चले जाएंगे. एसडीएम और सीओ ने कालोनीवासियों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया.