मेरठ

पशिचमी यूपी में बीजेपी को नगर निगम जीतने के बाद भी लगा बड़ा झटका, देखिए 9 जिलों को 90 सीटों में से सिर्फ 26 सीटें जीती, देखिए पूरा जिले वाइज परिणाम

Shiv Kumar Mishra
15 May 2023 11:59 AM GMT
पशिचमी यूपी में बीजेपी को नगर निगम जीतने के बाद भी लगा बड़ा झटका, देखिए 9 जिलों को 90 सीटों में से सिर्फ 26 सीटें जीती, देखिए पूरा जिले वाइज परिणाम
x
नगर निकाय चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन मेरठ सहारनपुर मंडल में ठीक नहीं रहा।

उत्तर प्रदेश में जहां बीजेपी नगर निकाय चुनाव में फुली नहीं समा रही है तो यह उसके लिए गलत सोचना है। फिलहाल नगर निगम में परचम लहराकर गदगद हो रही बीजेपी के लिए स्थानीय रिपोर्ट ठीक नहीं है। पश्चिम के प्रत्येक जिले में सूबे के मुख्यमंत्री ने रैली की थी और केंद्र सरकार के दो मंत्री और राज्य की योगी सरकार में पाँच मंत्री है। उसके बाद सहारनपुर मंडल और मेरठ मंडल में बीजेपी की हालत बहुत अच्छी नहीं रही है।

बात करें तो मेरठ-सहारनपुर मंडल में दोनों मंडल में 90 नगर पालिका, नगर पंचायतें की सीटें हैं। जिनमें से बीजेपी ने सिर्फ 26 सीटें जीती है यानी 30 प्रतिशत सीटें जीत सकी है जबकि 64 सीटें हार गई है जो 70 प्रतिशत से एक सीट ज्यादा है। इसके वावजूद बीजेपी ने इन दोनों मंडलों में तीन नगर निगम में अपना परचम जरूर लहराया है। इस चीज को भी समझाना जरूरी है कि सत्यपाल मलिक फैक्टर पहलवानों का फ़ैक्टर क्या नगर निकाय चुनाव में हावी हुआ है। जहां बीजेपी अपनी पीठ थपथपा रही हो तो क्या उसके लिए ये परिणाम सटीक है।

वहीं बीजेपी नगर निगम में अपनी जीत का परचम लहराकर बीजेपी अपनी पीठ जरूर थपथपा रही है।


आइए अब जिले वार आँकलन करते है।

सहरानपुर मंडल की बात करेंगे जिसमें तीन जिले आते है और इन जिलों में जाटों का दबदबा माना जाता है। इन जिलों में ही भारतीय किसान यूनियन का भी बड़ा तबका निवास करता है। इन जिलों में सहारनपुर, शामली , मुजफ्फरनगर जिले है। इन जिलों में 31 नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत की सीटें आती है। जिसमें से बीजेपी ने 6 सीटें जीती है। बाकी 25 सीटें सपा बसपा कांग्रेस और निर्दलियों ने जीती है। लिहाजा इन सीटों में बीजेपी को बड़ा झटका माना जाएगा। सबसे पहले हम सहारनपुर जिले की बात करेंगे।

सहारनपुर

सहारनपुर जिलें में 4 नगर पालिका परिषद की सीटें है जबकि 7 नगर पंचायत की सीटें है। इन सीटों में देवबंद की सीट पर बीजेपी ने पहली बार परचम लहराया है यह प्रदेश की मुस्लिम बाहुल्य सीट में गिनी जाती है। इन सीटों में से नगर पालिका परिषद की दो सीटें जीत पाई जबकि एक सीट बसपा और एक सीट पर निर्दलीय हावी रहा है। -


इसी तरह नगर पंचायत की सात सीटों में से बीजेपी ने एक सीट जीत पाई है जबकि इन बाकी की छ सीटों में से सपा ने दो दो सीटों पर निर्दलीय और एक एक सीट बसपा और रालोद ने जीती है।


शामली जिला

शामली जिले में तीन नगर पालिका परिषद है जिसमें से एक सीट शामली नगर की बीजेपी ने जबकि एक सीट निर्दलीय और एक सीट पर सपा ने कब्जा जमाया है।


वहीं जिले में 7 नगर पंचायत की सीटें है जिनमें से बीजेपी ने एक सीट जीती है जबकि तीन सीटों पर निर्दलियों ने बाजी मारी है और दो सीट रालोद ने और एक सीट पर बसपा ने कब्जा जमाया है।


मुजफ्फरनगर जिला

मुजफ्फरनगर जिले में दो नगर पालिका परिषद है जिसमें से एक सीट नगर की बीजेपी ने जबकि खतौली सीट पर रालोद ने कब्जा जमाया है।


वहीं जिले में 8 नगर पंचायत है जिसमें से बीजेपी ने अपना खाता भी नहीं खोल सकी है इन सीटों में से 5 सीटों पर निर्दलियों ने बाजी मारी है जबकि एक एक सीट सपा , रालोद और आम आदमी पार्टी ने हासिल की है। इसके बाबजुद भी बीजेपी अपनी जीत पर इतराती नजर आ रही है।


लिहाजा आपको बता दें कि प्रदेश के सहारनपुर मंडल में बीजेपी का चुनाव संतोष जनक नहीं रहा न ही उसे एक सफलता मिली। यहाँ जात बाहुल्य और मुस्लिम बाहुल्य इलाका माना जाता है। अब बात मेरठ मंडल के जिलों की करते है।

बागपत जिला

बागपत जिले में तीन नगर पालिका परिषद है। इन तीनों सीटों में से बीजेपी ने एक सीट जीती है जबकि रालोद ने दो सीटें जीत ली है। इसमें भी बीजेपी ने कुछ कार्य नहीं कर पाई है।


अब अगर बागपत जिले की छ नगर पंचायत सीटों की की जाए तो बीजेपी को एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई यहाँ सभी राजनैतिक दलों को जनता ने नकार दिया और निर्दलियों ने कब्जा जमा लिया।


मेरठ

मेरठ जिले में दो नगर पालिका परिषद की सीटें आती है। जिसमें बीजेपी ने एक सीट पर जीत हासिल की है तो एक सीट सपा के खाते में गई है।


वहीं जिले में नगर पंचायत की 13 सीटों में से 3 सीटें बीजेपी ने जीती है। सपा ने एक सीट जीती है, बसपा तीन सीटों पर जीती जबकि एक सीट ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक ने जीती है। 5 सीटों पर निर्दलियों ने कब्जा जमा लिया है। इस जीत पर बीजेपी खुश नजर आ रही है यह बात समझ से परे लग रही है।


गाजियाबाद जिला

गाजियाबाद जिले में नगर पालिका परिषद की चार सीटों में से बीजेपी ने एक सीट जीती है तो एक सीट बसपा और रालोद ने जीत ली है जबकि एक सीट सपा से विधायक का चुनाव लड़ चुके अमर पाल शर्मा की पत्नी ने निर्दलीय के तौर पर जीत लिया है।


जिले में नगर पंचायत की चार सीटों में से एक एक सीट सपा बसपा रालोद और आजाद समाज पार्टी ने जीती है। बीजेपी ने नगर निगम में बड़ी जीत केबाद भी नगर पंचायत में अपना खाता भी नहीं खोल पाई है।


गौतमबुद्ध नगर जिला

बीजेपी ने गौतमबुद्ध नगर की एकलौती नगर पंचायत सीट दादरी पर कब्जा जमा लिया है।


जिले की पाँच सीटों में से दो सीटों पर बीजेपी ने जीती है जिसमें से एक सीट पर निर्विरोध कब्जा किया है। एक सीट पर तीन निर्दलीय उम्मीदवारों ने कब्जा किया है।


बुलंदशहर जिला

बुलंदशहर जिले में बीजेपी का प्रदर्शन सबसे उचकोटी का रहा है जहां 9 नगर पालिका परिषद की सीटों में से 7 सीटों पर जीत हासिल की है। दो सीटों पर निर्दलियों ने बाजी मारी है। किसी भी विपक्षी पार्टी का कोई खाता नहीं खुला है।


जिले में नगर पंचायत 8 सीटों में से दो सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की है। जबकि बसपा ने तीन सीटों पर जीत दर्ज की है वहीं पश्चिमी यूपी में कांग्रेस ने इस जिले में अपना खाता खोल लिया है। दो सीटों पर निर्दलियों ने बाजी मारी है।


हापुड़ जिला

हापुड़ जिले के एक नगर पालिका परिषद पर बीजेपी ने अपना परचम लाहरया है।


जिले में नगर पंचायत की तीन सीटों में से दो पर बीजेपी ने अपना परचम लहराया है जबकि एक सीट पर बसपा ने कब्जा जमाया है। इस लिहाज से बीजेपी का हापुड़ और बुलंदशहर जिले में ठीक ठाक प्रदर्शन रहा है।


















Next Story