उत्तर प्रदेश

मुख्तार अंसारी की मुश्किलें बढ़ी, अब यूपी नहीं पंजाब में होगा ठिकाना!

Special Coverage News
23 Jan 2019 3:53 AM GMT
मुख्तार अंसारी की मुश्किलें बढ़ी, अब यूपी नहीं पंजाब में होगा ठिकाना!
x
बसपा विधायक मुख्तार अंसारी को मोहाली के एक बिल्डर से दस करोड़ की रंगदारी मांगे जाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है?

यूपी के बांदा जेल से पंजाब के मोहाली जेल लाए गए बसपा विधायक मुख्तार अंसारी को मोहाली के एक बिल्डर से दस करोड़ की रंगदारी मांगे जाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। गैंगस्टर से राजनेता बने अंसारी को इस मामले में मंगलवार को यहां न्यायिक दंडाधिकारी अमित बक्षी की अदालत में पेश किया गया जहां से उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। हालांकि पुलिस इस मामले में चुप्पी साधे हुए है।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि मोहाली के सेक्टर 70 में रहनेवाले एक बिल्डर ने शिकायत दर्ज कराई कि फोन पर एक ब्यक्ति ने खुद को मुख्तार अंसारी बताते हुए उससे दस करोड़ रुपये की मांग की। इसके बाद मोहाली पुलिस उसे उच्च सुरक्षा में मोहाली जेल ले आई। पुलिस ने यहां अंसारी के खिलाफ मौत का डर दिखाकर वसूली करने, आपराधिक धमकी आदि धाराओं में मामला दर्ज किया है।

मोहाली के एसएसपी कुलदीप सिंह चहल ने कहा, 'हम इस मामले के साथ ही अंसारी के खिलाफ आर्म्स ऐक्ट के पुराने मामले पर भी गौर कर रहे हैं।'उन्होंने कहा कि जांच जारी है लेकिन इससे अधिक उन्होंने और खुलासा नहीं किया। अंसारी पर इससे पहले से भी 45 मुकदमें चल रहे हैं। इनमें 2005 में भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या और एक स्थानीय ठेकेदार की हत्या में गवाह राम सिंह मौर्य की हत्या का मामला भी है। 1990 से अपराध जगत में कदम रख चुके अंसारी को 2006 से ही जेल में रखा गया है।

पहली बार अंसारी ने 1995 में राजनीति में कदम रखा और बसपा से मऊ से विधायक बनने के बाद लगातार छह चुनाव जीता। 2010 में बसपा ने अंसारी को पार्टी से निष्कासित कर दिया। इसके बाद अंसारी ने कौमी एकता दल नामक पार्टी बनाई और मऊ से 2012 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की। इसके बाद इस पार्टी का बसपा में विलय हो गया और अंसारी ने 2017 का विधानसभा चुनाव फिर मऊ से ही जीता।

Next Story