मुज्जफरनगर

यूपी में एनकाउंटर पर उठे सवाल, एनएचआरसी ने यूपी के प्रमुख सचिव और डीजीपी से मांगा जवाब

Special Coverage News
30 Nov 2018 6:03 AM GMT
यूपी में एनकाउंटर पर उठे सवाल, एनएचआरसी ने यूपी के  प्रमुख सचिव और डीजीपी से मांगा जवाब
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मुजफ्फरनगर के इरसाद की मंगलवार तड़के मेरठ में मुठभेड़ के दौरान हुई मौत की घटना ने तूल पकड़ना प्रारंभ कर दिया है. जहां पुलिस एनकाउंटर पर अपनी पीठ थपथपा रही थी अब बनी इरशाद के परिजनों ने एनकाउंटर पर सवाल खड़े कर दिए गुरुवार को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी को नोटिस जारी कर इस घटना का 4 हफ्ते में जवाब मांगा है

मीडिया में छपी खबरों पर संज्ञान लेते हुए एनएचआरसी मैं यूपी के चीफ सेक्रेट्री और डीजीपी को नोटिस जारी किया है आयोग ने 4 हफ्ते में पूरी घटना के संबंध में जानकारी मां की है आयोग का मानना है यदि मीडिया में छपी तक सही है तो मृतक व उसके परिवार के मानवाधिकार का गंभीर उल्लंघन है.

परिजनों का कहना है खेत जाते समय बदमाशों से ज्यादा उन्हें आप पुलिस से डर लगता है परिजनों ने पुलिस पर एनकाउंटर के नाम पर हत्या करने का आरोप लगाया है घरवालों ने सीबीआई जांच की मांग की है उनका कहना है कि ऐसा के खिलाफ कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था फिर भी पुलिस ने ऐसी मार दिया. इरशाद की मौत की खबर मिलने पर मुजफ्फरनगर से उनके परिजन मेरठ पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और वहीं हंगामा करना शुरू कर दिया. सीबीआई जांच कराने की मांग की दिलशाद ने बताया सहारनपुर में ट्रक चला करता था. घटना के 2 दिन पहले हादसे की वजह से घर आ गया था सोमवार की रात करीब 8:00 बजे जब खेत से घर वापस आया इरशाद घर पर ही था, फिर वह घटनास्थल पर कैसे पहुंचा पुलिस ने सीधे उसके सिर में गोली मारी है दिलशाद का कहना है कि सीबीआई की जांच ही इस घटना की सच्चाई सामने ला सकती है.





मुजफ्फरनगर स्तिथ इरशाद के गांव रतनपुरी के प्रधान यूनुस का कहना है कि इरशाद परिवार के लोगों की गांव में अच्छी छवि है उनका कोई आपराधिक इतिहास नहीं इस घटना से गांव के लोगों में भारी रोष व्याप्त है घटना के बाद इरसाद के पिता और मां का बुरा हाल है. दोनों एक तरह से सदमे में आ गये है. मां बार-बार उसका नाम पुकार रही है वही गांव वालों का कहना है जिस लड़के की आज तक गांव में किसी से लड़ाई हुई हो कभी धारा 151 में भी चालान न हुआ हो उसकी पुलिस से कैसे मुठभेड़ हो गई.

सरधना पुलिस ने दावा किया था कि इरसाद चार अन्य लोगों के साथ मिलकर पैरों को एक छोटे पिकअप में ले जा रहा था मेरठ एसपी ग्रामीण राजेश कुमार ने बताया जैसे ही पिक अप को रोकने का इशारा दिया वैसे ही उन्होंने उसकी रफ्तार बढ़ा दी. फिर पुलिस ने पीछा किया और उन्हें पकड़ लिया पिकअप में बैलों को लादकर ले जाया जा रहा था. उन लोगों ने पुलिस पार्टी पर पथराव शुरू कर दिया. पथराव में पुलिस की जीप टूट गई और सब इंस्पेक्टर घायल हो गए विरसा की ओर से फायरिंग का दावा करते हुए कहा बचने के लिए पुलिस ने गोली चला.ई आत्म रक्षार्थ चलाई गई गोली जा लगी और उसकी मौत हुई .

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