नोएडा

नोएडा में लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर हमला

Special Coverage News
2 Nov 2018 8:07 AM GMT
नोएडा में लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर हमला
x
काफी समय से ललित मोहन मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों के खिलाफ खबर लगा रहे है। जिसको लेकर उनका कुछ तथाकथित पत्रकारों से विवाद भी चल रहा था।

धीरेन्द्र अवाना

नोएडा। नोएडा शहर की गिनती हाइटेक शहरों में की जाती है व प्रदेश सरकार द्वारा शहर की सुरक्षा को दुरुसत करने के लिए तरह तरह की सुविधाए दी जाती है।पर फिर भी कही न कही कमी रह जाती है।आम जनता की आवाज बन जनता को सच से परिचित कराने वाले लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर आए दिन हमले बढ़ते जा रहे है। फिर भी समाज को आइना दिखाने का काम पत्रकार बड़ी ही शिद्दत के साथ कर रहे है।लेकिन फिर भी उसपर दिन प्रति दिन हमले होने का सिलसिला बढ़ता जा रहा है ऐसा लगता है मानो वो पत्रकार न होकर सभी का दुश्मन हो गया हो।ऐसे में अगर सरकार इसी तरह कुम्भकर्णी नीद से सोती रही तो ना जाने कितने पत्रकारों के ऊपर हमले होते रहेगे।


कुछ दिन पूर्व मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा था कि पत्रकारों के मामले बेहद संवदेनशील तरीके से देखे जायें। मगर पुलिस इस विषय पर ज्यादा गंभीर नजर नही आती तबही ऐसी घटानाए कम होने के नाम नही ले रही है। पत्रकारों पर कहीं नेता,मंत्री हमला करवा रहे हैं तो कहीं खाकी का कहर पत्रकारों की जान ले रहा है। इसीलिए आये दिन पत्रकार गोरखधंधा करने वालों का शिकार हो रहे हैं।सर्दी हो या बरसात दिन-रात खबरों का संकलन करके जन-जन तक जनता की आवाज पहुंचाने वाले पत्रकार ही सुरक्षित नही है तो जनता का क्या हाल होगा।

ताजा मामला नोएडा के सैक्टर-27 का है। यहा इंडिया न्यूज के संवाददाता ललित मोहन पर कुछ अज्ञात बदमाशों ने रोड से हमला किया। भीड़ भाड होने की वजह से गोली मारने में कामयाब नही हो सके बदमाश।तीन अलग अलग गाड़ियों में आये बदमाशों ने रोड से चेहरे पर किये कई वार। ललित मोहन को कैलाश अस्पताल में भर्ती कर दिया था। फिलहाल उनकी गंभीर हालात को देखकर अस्पाताल ने उन्हे आईसीयू में रखा गया। आप को बता दे कि ललित मोहन इडिंया न्यूज में कई सालों से संवाददाता के पद पर तैनात है।


ललित मोहन निर्भीक एंव खोजी पत्रकारिता के लिए जाने जाते है। इसी वजह से इनके कई दुश्मन बन चुके है। काफी समय से ललित मोहन मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों के खिलाफ खबर लगा रहे है। जिसको लेकर उनका कुछ तथाकथित पत्रकारों से विवाद भी चल रहा था।

मामला थाना-20 क्षेत्र यहा मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले की भरमार है। इसी थाना क्षेत्र में कई आपराधिक घटनाए घटित हो चुकी है फिर भी पुलिस की अपराधियों पर पकड़ कम होती जा रही है। अब देखना है कि पत्रकारों पर यूही हमले होते रहेगे या फिर पुलिस कुछ सख्त कदम उठा कर दिखाती है।

Next Story