नोएडा

पूर्व जिलाधिकारी बीएन सिंह पर दांव लगा सकती है भाजपा, जानिए क्यों?

Shiv Kumar Mishra
29 Jan 2024 8:06 AM GMT
पूर्व जिलाधिकारी बीएन सिंह पर दांव लगा सकती है भाजपा, जानिए क्यों?
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लोगों में ये चर्चा आम है कि अब सिर्फ पूर्व जिलाधिकारी बीएन सिंह ही डॉक्टर महेश शर्मा का सही विकल्प है।

धीरेन्द्र अवाना

नोएडा।आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा पूरी तरह से तैयार है।अधिक से अधिक सीटें हासिल करने के लिए पार्टी अब रणनीति बना रही है।गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट के लिए दावेदार अपने अपने तरीके से हाई कमान को अपनी ताकत का प्रदर्शन करके टिकट की मांग कर रहे है।वही हाई कमान भी दावेदारों को चुनाव की जिम्मेवारी देकर दावेदारों की लिस्ट को कम करने में लगा है।बात करे गौतमबुध नगर की यहा दावेदारों की लिस्ट लंबी थी।जिसको अब छोटा किया जा चुका है।

दावेदारों की बात करे तो यहा से मौजूदा सांसद महेश शर्मा,राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र नागर, पूर्व मंत्री नवाब सिंह नागर, गोपाल कृष्ण अग्रवाल और पूर्व जिलाधिकारी बीएन सिंह प्रमुख दावेदार है।जिसमें से राज्य सभा सदस्य सुरेंद्र नागर को हरियाणा का सह प्रभारी व पूर्व मंत्री नवाब सिंह नागर को सहारनपुर लोकसभा प्रभारी की जिम्मेदारी सौंप कर दावेदारों की लिस्ट में से उनका नाम काट दिया है। अब बात करे भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल की तो भले ही वो टिकट पाने के लिए तमाम दावे कर रहे है फिर भी वो अपना मुकाम बनाने में असफल होते नजर आ रहे है।

हम ये इसलिए कह रहे है क्योंकि 26 जनवरी को गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने भारत के टॉप 50 सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर के साथ एक मीटिंग करने की योजना बनायी थी जिसमें गोपाल कृष्ण अग्रवाल की तमाम प्रसासों के बावजूद उनकी सोशल मीडिया मीट में एक दर्जन इनफ्लुएंसर भी नहीं पहुंच पाए थे।इस मीट में लोगों के ना आने से गोपाल कृष्ण अग्रवाल का टिकट पाने का सपना भी टूट सा गया।

सूत्रों की माने तो गोपाल कृष्ण अग्रवाल तो टिकट पाने के लालच में अब तक लाखों रुपए बर्बाद कर चुके है।फिर भी पार्टी और जनता की नजरों में उनकी छवि शून्य बनी हुई है।शायद वो भूल गए है कि जनता के दिल में जगह बनाने के लिए अच्छे काम करने पड़ते है नाकी पैसे और प्रचार से जनता रिझती है।गोपाल कृष्ण अग्रवाल की टिकट पाने की लालसा इतनी अधिक बढ़ चुकी है कि अब वो जिले में पार्टी को ही नुकसान पहुंचाने में लगे हैं।वह खुद को प्रत्याशी मानकर जिले के लिए विजन डॉक्यूमेंट ला रहे हैं जिससे यह प्रदर्शित हो रहा है कि जिले में वर्तमान सांसद ने कुछ भी काम नहीं किया है और वह अगर सांसद बनेंगे तो ही जनता की समस्या हल होंगी।

विशेष सूत्र बताते है कि पार्टी की छवि खराब करने वाले ऐसे व्यक्ति को पार्टी टिकट नहीं दे सकती है।अब बचते है मौजूदा सांसद महेश शर्मा तो जनता द्वारा उनका विरोध देखते हुए शायद ही भाजपा हाई कमान उनको टिकट दे।लेकिन राजनीति में माहिर महेश शर्मा कोई भी मौका खोना नहीं चाहते इसीलिए वो बोखलाहट में अपने ही चहिते के बीच फोटो खिचवा कर ये दिखाने का प्रयास कर रहे है कि सब ठीक है।लेकिन शायद अब हाई कमान अपना मन बना चुकी है बस घोषणा करने की देर ही बाकी है।

लोगों में ये चर्चा आम है कि अब सिर्फ पूर्व जिलाधिकारी बीएन सिंह ही डॉक्टर महेश शर्मा का सही विकल्प है।

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