नोएडा

नोएडा बना आत्महत्या का हब, आज भी दो लोंगों ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

Shiv Kumar Mishra
13 Oct 2020 10:05 AM GMT
नोएडा बना आत्महत्या का हब, आज भी दो लोंगों ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
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नोएडा: पिछले कई महीनों से नोएडा में आत्महत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. जबसे कोरोना काल चला नोएडा में आत्महत्या का ग्राफ बढना शुरू हो गया है. अब एक भी ऐसा दिन बाकी नहीं जाता है जिस दिन कोई न कोई आत्महत्या की खबर न आ जाती हो. अभी तीन दिन पहले पति पत्नी तो उसके बाद गार्ड , तो कभी नौकरी करने वाला आदमी. आखिर अब आदमी का मन इतना कमजोर क्यों हो गया है जो आपसी भाईचारे में भी जानकारी नहीं लगती और व्यक्ति निराशा वादी होकर आत्महत्या का रास्ता चुन लेता है.

आज मिली जानकारी के मुताबिक नोएडा ज़ोन प्रथम में पहली घटना तिलक पुत्र जंग बहादुर निवासी 90 क्वार्टर के पास अशोक के मकान में किराएदार ग्राम निठारी ने 112 नंबर पर सूचना दी कि उसके साथ विगत चार-पांच दिन से रह रहे उसके परिचित अविनाश पुत्र दशरथ सूरी निवासी मकान नंबर 26 खिजराबाद न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी साउथ दिल्ली (आधार कार्ड के अनुसार )ने गले में फंदा लगाकर पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली है. यह बात रात्रि 10:00 बजे की है जब वह काम से लौटा तो खिड़की से झांकने पर जानकारी हुई. सूचना पर चौकी प्रभारी निठारी थाना सेक्टर 20 द्वारा शव के पंचायत नामा की कार्रवाई की जा रही है, मृतक के परिजनों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है.

दूसरी घटना भी इसी ज़ोन में आशुतोष कुमार महतो पुत्र चिरंजीव कुमार महतो निवासी मोहल्ला हुनसे, छपरा सिटी, बिहार, हाल पता जीतपाल गुर्जर का मकान, बरौला, थाना सेक्टर 49 ने थाना इकोटेक 3 पर तहरीरी सूचना दी कि उनका चचेरा भाई उमाशंकर प्रसाद महतो, उम्र करीब 30 वर्ष, पुत्र राजबल्लभ प्रसाद महतो निवासी मोहल्ला हुनसे, छपरा सिटी, बिहार पिछले सात-आठ महीने से प्रमोद मिश्रा पुत्र शिवजी मिश्रा सी ब्लॉक, विद्यापति नगर, जलपुरा, ग्रेटर नोएडा के मकान में किराए पर रहता था.

उमाशंकर प्रसाद महतो फेस टू क्षेत्र में एक फैक्ट्री में प्राइवेट नौकरी करता था. पिछले दो-तीन हफ्ते से उसकी नौकरी छूट गई थी. उसके चचेरे भाई उमाशंकर प्रसाद महतो ने छत के पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली है.मृतक उमाशंकर प्रसाद महतो द्वारा एक सुसाइड नोट भी छोड़ा गया है जिसमें उसने परिवार से माफी मांगते हुए, स्वयं को ही घटना का उत्तरदाई बताते हुए, किसी किसी को दोष नहीं देने के लिए लिखा है.

बता दें कि नोएडा में अब आत्महत्या के ग्राफ बुरी तरह बढ़ गया है. इसकी सबसे बड़ी वजह परिवार है. क्योंकि नौकरी करने वाला व्यक्ति शाम को थककर घर आता है और उससे पहले उस पर उसके परिजन सवार हो जाते है. कि अपने यह नहीं किया आपने ये नहीं किया वो नहीं किया. इसी में उलझकर वो परेशान हो जाता है और फिर बो एक दिन टूटकर आत्महत्या की सोच लेता है . क्योंकि मरना चाहता कोई नहीं है ये कदम मजबूरी में उठाता है.

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