नोएडा

रेप पीडिता ने सीएम योगी और सांसद महेश शर्मा से लगाई न्याय की गुहार,तीन माह बीत जाने के बाद नही हुई कोई कार्यबाही

Desk Editor
13 Aug 2022 7:22 AM GMT
रेप पीडिता ने सीएम योगी और सांसद महेश शर्मा से लगाई न्याय की गुहार,तीन माह बीत जाने के बाद नही हुई कोई कार्यबाही
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नोएडा की ओमेक्स ग्रैंड हाउसिंग सोसाइटी में श्रीकांत त्यागी प्रकरण के बाद गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ.महेश शर्मा सुर्खियों में हैं। उन्हें महिला अधिकारों के लिए जागरूक और जुझारू नेता के तौर पर देखा जा रहा है, लेकिन उन्हीं के संसदीय क्षेत्र की एक महिला ने बड़ा सवाल खड़ा किया है। महिला का कहना है, "मैं रेप पीड़िता हूं और 6 वर्षों से न्याय मांगने के लिए दर दर की ठोकर खा रही हूं।" महिला ने सीधे आरोप लगाया है, "मेरे गुनहगार को सांसद डॉ.महेश शर्मा ने बचा रहे हैं। वही न्याय और गुनाहगार के बीच दीवार बनकर खड़े हुए हैं।" महिला ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ.महेश शर्मा से न्याय की मांग की है।

क्या हैं महिला के आरोप: यह महिला जेवर कस्बे की रहने वाली है। उसका कहना है, "मेरे साथ साल 2016 में भारतीय जनता पार्टी के नेता संजीव शर्मा ने रेप किया था। मैंने पुलिस से गुहार लगाई। उस वक्त राज्य में समाजवादी पार्टी की सरकार थी। संजीव शर्मा और गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ.महेश शर्मा कि रिश्ते बेहद घनिष्ठ हैं। डॉ.महेश शर्मा के यहां शादी-ब्याह से लेकर तमाम आयोजनों को संभालने की जिम्मेदारी संजीव शर्मा के पास होती है। जेवर में डॉ.महेश शर्मा का कैलाश अस्पताल संजीव शर्मा संभालते हैं। कैलाश अस्पताल में कभी भी संजीव शर्मा से जाकर मुलाकात की जा सकती है।

एक तरह से यह अस्पताल संजीव शर्मा का कार्यालय है।" महिला रक्षक हैं तो क्या मैं महिला नहीं? महिला ने सीधे तौर पर आरोप लगाया, "मेरे साथ संजीव शर्मा ने एक बार नहीं पिस्टल की नोंक पर कई बार रेप किया है। जब उसने न्याय की गुहार लगाई तो पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज कर ली लेकिन मुकदमे को रफा-दफा कर दिया।" महिला का आरोप है, "संजीव शर्मा को पुलिस ने बचाया। यह सबकुछ सांसद डॉ.महेश शर्मा की वजह से हुआ। महेश शर्मा ने संजीव शर्मा के पक्ष में अपनी राजनीतिक ताकत का इस्तेमाल किया है।" महिला ने सवाल किया, "नोएडा में श्रीकांत त्यागी ने एक महिला के साथ गाली-गलौज किया। इस पर डॉ.महेश शर्मा ना केवल सोसाइटी में पहुंचे और श्रीकांत त्यागी के खिलाफ कड़ा एक्शन लेने के लिए गौतमबुद्ध नगर पुलिस को मजबूर किया, बल्कि वह गुस्से में आपा तक खो बैठे।"

"मैंने तो सांसद से पल्ला फैलाकर न्याय मांगा था": पीड़ित कहती हैं, "सासंद जी को एक महिला के अपमान पर इतना गुस्सा आया, लेकिन मेरा सबकुछ चला गया उस पर डॉ.महेश शर्मा को दया नहीं आई। मैं गरीब महिला हूं। मैं भी किसी की बहन, बेटी, मां और पत्नी हूं।

मैं भी तो एक वोटर हूं और भाजपा को ही वोट देती आई हूं। क्या डॉ.महेश शर्मा के लिए मेरी इज्जत मायने नहीं रखती?" आंखों में आंसू और रुंधे गले के साथ महिला ने कहा, "जब मैंने डॉक्टर महेश शर्मा के खास संजीव शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी तो मैंने डॉक्टर महेश शर्मा से भी गुहार लगाई थी। सांसद जेवर कस्बे के बलदाऊ जी मंदिर में आए थे। मैं उनसे जाकर मिली थी। मैंने अपना एक एप्लीकेशन उन्हें दिया था। उनसे पल्ला फैलाकर भीड़ के बीच न्याय की मांग की थी। सांसद ने मुझे आश्वासन दिया था कि कार्यवाही

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