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किसानों की समस्याओं को लेकर भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद से मिले रविन्द्र भाटी
(धीरेन्द्र अवाना)
नोएडा। नोएडा में कुछ दिन पर्व प्राधिकरण की दमनकारी नीतियों के खिलाफ शांतिपूर्ण धरना दे रहे किसानों पर मुकदमा दर्ज करना व जेल भेजने की घटना का अखिल भारतीय गुर्जर परिषद ने कड़े शब्दों में निंदा की और जेल में गए किसानों की रिहाई की मांग की।किसानों की रिहाई के संबंध में प्रदेश अध्यक्ष अखिल भारतीय गुर्जर परिषद व भीम आर्मी राष्ट्रीय कोर कमेटी के सदस्य एडवोकेट रविंद्र भाटी ने कल भीम आर्मी प्रमुख एडवोकेट चंद्रशेखर आजाद से दिल्ली में मुलाकात की।
रविन्द्र भाटी ने उनको अवगत कराया कि नोएडा प्राधिकरण को बने 44 साल में ग्रेटर नोएडा को बने 29 साल हो चुके हैं लेकिन अभी तक किसानों की समस्याओं का कोइ भी समाधान नहीं किया गया है और तो और किसानों के घर और आवास भी सुरक्षित नहीं है।प्राधिकरण और सरकार द्वारा किसानों की जमीन से करोड़ों और अरबों रुपए कमाने के बाद भी प्रधिकरण उनकी मूल आबादी को भी छोड़ने को तैयार नही है। यदि कोई किसान अपना हक मांगने का प्रयास करता है तो उसे जेल भेज दिया जाता है या अपनी ही जमीन का भूमाफिया घोषित किया जाता है।
इसके अतिरिक्त किसानों की जमीन पर जबरन अधिग्रहण करके बड़े-बड़े घोटाले किए जा रहे हैं लेकिन वही दूसरी ओर किसानों के बच्चों के लिए रोजगार के लिए कोई ठोस नीति तक नही है।बातचीत के दौरान भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि किसानों का शोषण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा लोकतंत्र में सबको अपनी बात कहने का अधिकार है।यदि जेल में बंद किसानों को 10 दिन के अंदर रिहा नहीं किया गया तो नोएडा में एक बड़ा आंदोलन होगा।एडवोकेट रविंद्र भाटी ने कहा कि यदि किसानों को जल्द रिहा नहीं किया गया तो भीम आर्मी व गुर्जर परिषद संयुक्त रूप से आंदोलन करेगी।