उत्तर प्रदेश

ओवैसी-शिवपाल के बाद संजय सिंह से मिले ओम प्रकाश राजभर, गठबंधन पर चर्चा

Arun Mishra
19 Dec 2020 4:09 AM GMT
ओवैसी-शिवपाल के बाद संजय सिंह से मिले ओम प्रकाश राजभर, गठबंधन पर चर्चा
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ओम प्रकाश राजभर इन दिनों यूपी के सियासत के नए खिलाड़ियों को गोलबंद करने में जुटे हैं.

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में एक साल से ज्यादा का वक्त है लेकिन राज्य में सियासी गोलबंदी अभी से ही शुरू हो गई है. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर इन दिनों यूपी के सियासत के नए खिलाड़ियों को गोलबंद करने में जुटे हैं. पिछले तीन दिनों में तीन बड़े नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं.

इसी सिलसिले में ओम प्रकाश राजभर ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह से लखनऊ में मुलाकात की. बता दें कि आम आदमी पार्टी यूपी विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी है. दिल्ली में सीएम अरविंद केजरीवाल ने खुद इसका ऐलान किया था.

तीन दिन में तीन नेताओं से मुलाकात

संजय सिंह से मुलाकात से पहले ओम प्रकाश राजभर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी और पुराने समाजवादी और वर्तमान में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल यादव से भेंट कर चुके हैं. ओम प्रकाश राजभर इन नेताओं को भागीदारी संकल्प मोर्चा के बैनर तले एककर यूपी के विधानसभा चुनाव में उतरने की तैयारी कर रहे हैं.

लखनऊ में शुक्रवार रात को ओम प्रकाश राजभर और आप सांसद संजय सिंह के बीच देर तक चर्चा हुई. इस दौरान यूपी चुनाव के संभावित समीकरणों और चुनावी संभावनाओं पर विचार किया गया. हालांकि दोनों नेताओं ने इस मुलाकात को लेकर कोई बयान जारी नहीं किया है.

भागीदारी संकल्प मोर्चा के बैनर तले एकजुटता

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के नेतृत्व में बाबू सिंह कुशवाहा की जनाधिकार पार्टी, अनिल सिंह चौहान की जनता क्रांति पार्टी, बाबू राम पाल की राष्ट्र उदय पार्टी और प्रेमचंद्र प्रजापति की राष्ट्रीय उपेक्षित समाज पार्टी ने भागीदारी संकल्प मोर्चा के नाम से नया गठबंधन तैयार किया है.

ये संगठन यूपी की पिछड़ी जातियों के नेताओं का गठबंधन है. बता दें कि एक आकलन के मुताबिक यूपी के 52 फीसदी वोटर ओबीसी हैं. इनमें से 43 मतदाता गैर यादव मतदाता हैं. इस मोर्चे की नजर इन्हीं वोटरों पर है.

इसके अलावा ओम प्रकाश राजभर की पूर्वांचल के गाजीपुर, बलिया, मऊ, आजमगढ़, चंदौली, भदोही, वाराणसी और मिर्जापुर में अच्छी खासी पकड़ है.

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