प्रतापगढ़

राजा भैया के पिता राजा उदय प्रताप सिंह के इस ट्वीट से मचा हड़कंप

Shiv Kumar Mishra
3 Aug 2022 12:53 PM GMT
राजा भैया के पिता राजा उदय प्रताप सिंह के इस ट्वीट से मचा हड़कंप
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प्रतापगढ़ की राजनीति में आज सरगर्मी बढ़ी हुई नजर आ रही है, दरअसल जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के पिताजी राजा उदय प्रताप सिंह के एक ट्वीट ने आज प्रतापगढ़ में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है।

बता दें कि प्रतापगढ़ जिले के कुंडा क्षेत्र से विधायक रघुराज प्रताप सिंह 'राजा भैया' के पिता भदरी नरेश राजा उदय प्रताप सिंह का बेबाक अंदाज उनको सुर्खियों में बनाए रखता है। इस बार उन्होंने कुंडा क्षेत्र के शेखपुर गांव में मोहर्रम के लिए बनाए गेट पर आपत्ति जताई है। ट्वीट करके लोगों से गेट को हटवाने के लिए मुख्यमंत्री से मांग करने की अपील की है। एक बार फिर उदय प्रताप सिंह का ट्वीट सुर्खियों में हैं। इससे पहले भाजपा की प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा के समर्थन में उन्होंने जो ट्वीट किया था, वह काफी चर्चा में था।

मोहर्रम के पर्व पर हर साल शेखपुर आशिक में माहौल तनावपूर्व रहता है। मुस्लिम समुदाय के लोग ताजिया निकालने का प्रयास करते हैं, जबकि राजा उदय प्रताप सिंह हनुमान मंदिर पर भंडारा कराने की भरपूर कोशिश करते हैं। छह साल से मोहर्रम पर पुलिस को शेखपुर में खासी चौकसी बरतनी पड़ती है

दो दिन पहले एएसपी पश्चिमी रोहित मिश्रा शेखपुर आए थे और उन्होंने ताजियादारों से बात करके कोई नई परंपरा नहीं खोलने की बात कही थी। इसके बाद भी शेखपुर आशिक में मदरियापुर रोड पर नया गेट बना दिया गया। क्षेत्रीय लोगों में चर्चा है कि मोहर्रम के त्योहार पर यह नई परंपरा खोली गई है। इसके पूर्व जो भी गेट मोहर्रम के बनाए जाते थे, दोनों तरफ बल्ली लगाकर उस पर चांदनी लपेटी जाती थी, इस तरह का गेट नहीं बनाया जाता था।

दूसरी ओर इस गेट को बनाए जाने से नाराज उदय प्रताप सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा कि शेखपुर गांव में मुसलमानों ने सड़क के आर-पार मस्जिद का गेट बना दिया है, जिस पर उनकी भाषा में कई चीजें लिखी हैं और उस गेट के नीचे से हिंदुओं को आने-जाने के लिए बाध्य किया जा रहा है।

उन्होंने लोगों से अपील की है कि मुख्यमंत्री से शिकायत करके तत्काल गेट हटवाने की मांग करें। कुंडा कोतवाल प्रदीप कुमार ने बताया कि कोरोना काल में कोई गेट नहीं बना था।उसके पूर्व गेट बनाया जाता था, उसी परंपरा के तहत गेट बनाया गया है।

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