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- 35 वीं राष्ट्रीय...
शशांक मिश्रा
कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों जीहां कुछ ऐसा ही करिश्मा कर दिखाया है. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के एक छोटे से गांव तिली का पूरा सोरांव से निकल कर एथलेटिक की दुनिया में कमाल कर रही दो बहनों की सुपर जोड़ी ने एक और गोल्डेन कारनामे को अंजाम दिया है। दोनों बहनों ने 35 वीं राष्ट्रीय जूनियर एथलीट चैंपियनशिप में दो अलग वर्ग में स्वर्णिम उपलब्धि हासिल की है। इसमे भी सबसे खास यह है कि एथलीट बहनों में छोटी बहन रेशमा ने न सिर्फ गोल्ड जीता, बल्कि अपनी आयु वर्ग में राष्ट्रीय रिकार्ड भी बना दिया है। रेशमा पटेल के नाम अब ने 3 किमी की रेस वाक में 14 मिनट 14 सेकण्ड के साथ भारतीय राष्ट्रीय रिकार्ड दर्ज हुआ है। यह रिकार्ड 16 वर्ष की आयु वर्ग में बना है।
35 वीं राष्ट्रीय जूनियर एथलीट चैंपियनशिप का आयोजन इस समय आंध्रप्रदेश के गुंटूर में चल रहा है। उसमे आज रेशमा और रोजी ने अलग अलग वर्ग में प्रतिभाग किया था और दोनों ने इतिहास रचते हुये प्रतियोगिता का गोल्ड जीता।
35 वीं राष्ट्रीय जूनियर एथलीट चैंपियनशिप के 3 किलो मीटर पैदल रेस प्रतियोगिता में रेशमा ने हिस्सा लिया था। रेशमा ने शुरू से ही बढ़त बनाये रखी और उसे अंतिम तक कायम रखने में सफल रही। बेहद ही उम्दा फार्मा में चल रही रेशमा ने रेस पूरी करने में मात्र 14 मिनट और 14 सेकंड का समय लिया। रेशमा ने गोल्ड मेडल के साथ 3 किलो मीटर में राष्ट्रीय रिकार्ड भी बना दिया है। वहीं, रोजी पटेल ने 10 किमी पैदल चाल रेस में हिस्सा लिया था और अपनी रेस पूरी करने में उन्होंने 52 मिनट और 21 सेकंड का समय लिया। इस टाइमिंग के साथ रोजी ने भी गोल्ड मेडल जीता। इस सीजन में लगातार रोजी और रशमा अपने फार्म को बरकरार रखे हुये हैं और बीते कयी प्रतियोगिताओं में लगातार मेडल पर कब्जा करने में सफलता हासिल कर रही हैं।
एथलीट की दुनिया में रोजी पटेल ने अपनी प्रतिभा के दम ही बेहद ही तेजी के साथ वर्ल्ड रैंकिंग में अपना स्थान बनाने में सफल रही है । 2018 — 19 में जारी हुई वर्ल्ड रैंकिंग में रोजी पटेल को सातवां स्थान मिला हुआ है। हालांकि अब इन प्रतियोगिताओं में जीत का प्रभाव भी उनकी रैंकिंग पर होगा और टाप 5 में इस बार पहुंचने का मौका पूरी तरह से रोजी के पास होगा।
गोल्डन सिस्टर रोजी और रेशमा को गोल्ड मेडल मिलने की सूचना जैसे ही उनके गांव तिली का पूरा सोरांव पहुंची परिजनों में जश्न शुरू हो गया । पिता विजय बहादुर पटेल व मां निर्मला देवी ने कहा इनके बच्चे देश का नाम रोशन कर रहे हैं। इससे ज्यादा उनके लिये खुशी की क्या बात हो सकती है। परिजनों ने मिठाईयां बांटकर लोगों के साथ खुशी व्यकत की, वहीं उनके घर बधाई देने वालों का भी तांता लगा हुआ है।एथलीट की दुनिया में यूपी एक्सप्रेस और टाइगर के नाम से मशहूर व इंडियन रिकॉर्ड, एशियन रिकॉर्ड बनाने वाले इंद्रजीत पटेल ने अपनी दोनों बहनों की इस बडी उपलब्धि पर कहा कि उनकी आंखों में आज खुशी के आंसू हैं। उनकी बहनों ना सिर्फ उनका नाम रोशन किया, बल्कि वह पूरे देश और बेटियों के लिये एक प्रेरणा बनकर उभर रही हैं, उन्हें दोनों पर गर्व है। बता दें कि रोजी पटेल इलाहाबाद के एक छोटे से गांव तिली का पूरा सोरांव की रहने वाली हैं और देहरादून में अपने बड़े भाई अंतर्राष्ट्रीय एथलीट इंद्रजीत पटेल के साथ तैयारी कर रही हैं। फोन पर हुई बातचीत के दौरान रोजी पटेल ने बताया कि वह कोच अनूप बिस्ट की देखरेख में अपनी टाइमिंग को लगातार सुधार रही है और उनके दिशा निर्देशन में ही उन्होंने यह लक्ष्य हासिल किया है। वहीं, रेशमा ने बताया कि अगले साल इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में भारत के लिये गोल्ड जीतना उनका लक्ष्य है और वह इसके लिये कड़ी मेहनत कर रही हैं।