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शादी के सामान वाली दुकानों पर बिकने लगा कफन

अब कफन, टिकटी, टिकटी बांधने के लिए कलावा, लोहबान, लोटा और चाकू रखने लगे हैं। इलाके में मरीजों की संख्या भी काफी बढ़ी है।

शादी के सामान वाली दुकानों पर बिकने लगा कफन
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प्रयागराज । महामारी का इससे बुरा रूप शायद ही दिखाई दे। एक दुकान जहां आप शाही ब्याह का सामान खरीदने जाते थे वहां अब कफन बिकने लगा। ये सुनने में भले ही अजीब लग रहा हो, लेकिन सच्चाई यही है। चौक कोतवाली के सामने दो दुकानें ऐसी हो गई हैं जहां दुल्हे की पकड़ी, कमरबंद, तलवार के बजाय अब कफन, कलावा, टिकटी बिक रहा है। पूछने पर दुकानदारों का कहना है कि शादियों का सीजन होता है, लेकिन मौत का नहीं। इन दिनों कोरोना काल में हर कोई यही सामान मांग रहा है तो दुकान पर कफन भी रखना शुरू कर दिया है।

चौक के अंकित अग्रवाल व उनके दोस्त की दुकान है। कोतवाली के सामने इस दुकान पर कुछ दिनों पहले साल भर शादी ब्याह का सामान रहता था। इसमें दुल्हे की पगड़ी, पगड़ी में लगाने वाला पंख, कमर में पहनने के लिए बंधा, मोती की माला, तलवार, शेरवानी के लिए जूती आदि सामान शामिल हुआ करता था। अंकित ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से कफन की मांग बढ़ गई है। लोग यहां पर यही मांगने आने लगे हैं। ऐसे में दुकान पर इसके सामान को भी शामिल किया गया। अब कफन, टिकटी, टिकटी बांधने के लिए कलावा, लोहबान, लोटा और चाकू रखने लगे हैं। इलाके में मरीजों की संख्या भी काफी बढ़ी है।

दूसरे सामान भी रखे हैं: दुकान पर शादी के सामान भी रखे हैं। लेकिन समय की नजाकत को देखते हुए सब अंदर है। पिछले दो सीजन से शादियों पर ग्रहण लग गया है। इस बार भी जिनके यहां शादियां होनी थी, उन्होंने सामान में कटौती कर दी है। ऐसे में वो सामान दुकान के अंदर रखे हैं। अगर ग्राहक पूछता है तो निकालकर देते हैं।

रिपोर्ट :-नितिन द्विवेदी, प्रयागराज l

Shiv Kumar Mishra
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