रायबरेली

स्वामी प्रसाद मौर्य के क़रीबी पर यूपी पुलिस का चला डंडा

Special Coverage News
18 March 2019 8:08 AM GMT
स्वामी प्रसाद मौर्य के क़रीबी पर यूपी पुलिस का चला डंडा
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राज्य मुख्यालय लखनऊ। स्वामी के करीबी पर यूपी पुलिस का डंडा ,मामूली बात पर बड़ी कार्यवाई रायबरेली। बसपा में मायावती के बाद कभी बड़ी हैसियत रखने वाले कद्दावर नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के करीबी पर यू पी पुलिस नें बड़ी कार्यवाई की है। रिश्तेदार के यहां मुंडन संस्कार मे हर्ष फायरिंग के वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस नें स्वामी के रिश्तेदार के लाइसेंसी रिवाल्वर को जब्त करने के साथ उनके ऊपर गंभीर धाराओं मे अभियोग दर्ज करके उन्हे गिरफ्तार कर लिया है।


मामला ऊंचाहार कोतवाली का है।ऊंचाहार विधान सभा स्वामी प्रसाद मौर्य का कर्म क्षेत्र रही है। ऊंचाहार से ही उन्होने सियासत की सीढ़िया चढ़ी और पिछड़े वर्ग के नेता के रूप मे यही से बड़ा मुकाम हासिल किया था। लेकिन ऊंचाहार से चुनाव हारने के बाद वह कुशीनगर के पडरौना को अपना कर्म स्थल बना लिया ,लेकिन ऊंचाहार से रिश्ता नही तोड़ा। यहां से उनके बेटे उत्कर्ष मौर्य अशोक चुनाव लड़ते रहे। बसपा समय मे उनकी तूती बोलती थी और पूरा सरकारी अमला उनकी चारणता मे लगा रहता था।


2017 के विधान सभा चुनाव मे वो अमित शाह के चाणक्य गणित मे फंसकर भाजपा मे शामिल हुए और इस समय प्रदेश मे कैबिनेट मंत्री है। लेकिन अब उनके भाजपाई रसूख की एक बानगी सामने आयी है।जिसमे उनके रिश्तेदार और ऊंचाहार मे उनका राजनैतिक काम देखने वाले दिलीप मौर्य पर पुलिस नें बड़ी कार्यवाई की है।घटनाक्रम के अनुसार प्रतापगढ़ जनपद के मूल निवासी दिलीप मौर्य विगत कुछ वर्षो से ऊंचाहार नगर मे रेलवे स्टेशन रोड पर मकान बनाकर रह रहे है।बीती 14 मार्च को उनके सजातीय पड़ोसी दीपू मौर्य के बेटे का मुंडन संस्कार था।मुंडन के समय दिलीप नें अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से हर्ष फायरिंग की।यह घटना वीडियो मे कैद हो गयी।


उसके बाद यह विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो योगी की पुलिस नें बड़ी तत्परता दिखाई और रविवार की शाम को कोतवाल बृज मोहन पुलिस फोर्स लेकर दिलीप मौर्य के यहां दबिश देने पहुंच गए।पुलिस नें उनके घर की तलाशी ली और उनकी रिवाल्वर को कब्जे मे लेकर उन्हे गिरफ्तार कर लिया है। सीओ विनीत सिंह नें बताया कि इस मामले मे धारा 144 के उल्लंघन ,आर्म्स के दुरुपयोग व न्यायालय के आदेश की अवहेलना का मुकदमा दर्ज किया गया है।


यहां पर उल्लेखनीय बात यह है कि इस समय रजनीति के गलियारे मे स्वामी प्रसाद द्वारा मंत्रिपरिषद छोड़कर बसपा मे वापसी या कांग्रेस मे जाने की चर्चा जोरो पर थी। इस समय उनके करीबी पर पुलिस की इस कार्यवाई को उनके भाजपा से तल्ख रिश्तो की ही कड़ी मे देखा जा रहा है।

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