सहारनपुर

बीजेपी की सरकारों ने 14 महीने में भी अन्नदाता गन्ना किसानों को चीनी मिलों से गन्ने का भुगतान नहीं किया है - भगत सिंह

Shiv Kumar Mishra
11 Jan 2021 11:48 AM GMT
बीजेपी की सरकारों ने 14 महीने में भी अन्नदाता गन्ना किसानों को चीनी मिलों से गन्ने का भुगतान नहीं किया है - भगत सिंह
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चालू गन्ना सीजन 2020- 21 का उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों पर 10000 करोड रुपए से अधिक गन्ना भुगतान बकाया हो गया है यह कब होगा मालूम नहीं।

देवबंद: गाजीपुर बॉर्डर दिल्ली में देश के लाखों किसानों को संबोधित करते हुए पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार गन्ने का लाभकारी रेट ₹600 कुंटल तत्काल घोषित करें। गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदेश व देश के गन्ना किसानों की समस्याओं को जोरदार तरीके से उठाते हुए.

पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि 14 दिन में गन्ना भुगतान का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकारों ने 14 महीने में भी अन्नदाता गन्ना किसानों को चीनी मिलों से गन्ने का भुगतान नहीं करा है जिससे गन्ना किसान एक एक रुपए को मोहताज है उसके पास खेती में खर्च करने के लिए और अपने खर्चे चलाने के लिए पैसे नहीं हैं दो महा चीनी मिलों को चलते हुए हो गए हैं अभी तक उत्तर प्रदेश सरकार ने गन्ने का रेट घोषित नहीं किया है जबकि हरियाणा सरकार ने ₹350 कुंटल गन्ने का रेट पहले ही घोषित कर दिया है अभी भी पिछले वर्ष का उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों पर 1000 करोड रुपए गन्ना भुगतान वह पिछले वर्षों में देरी से किए गए गन्ना भुगतान पर लगा ब्याज 5000 करोड रुपए बकाया चला आ रहा है जिसे दिलाने के लिए भाजपा की योगी सरकार गंभीर नहीं है, चालू गन्ना सीजन 2020- 21 का उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों पर 10000 करोड रुपए से अधिक गन्ना भुगतान बकाया हो गया है यह कब होगा मालूम नहीं।

भगत सिंह वर्मा ने गाजीपुर किसानों को संबोधित करते हुए मंच से कहा की प्रधानमंत्री जी व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश गन्ना किसानों को गुमराह कर रहे हैं और झूठ बोल रहे हैं। वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री जी हस्तक्षेप करके उत्तर प्रदेश में गन्ने का लाभकारी रेट ₹600 कुंटल तत्काल घोषित कराएं और पिछले वर्षों का व इस वर्ष का गन्ना भुगतान एवं 5000 करोड़ रुपए ब्याज एवं गन्ना किसानों को दिलाएं। भगत सिंह वर्मा ने प्रधानमंत्री जी व केंद्र सरकार से इन तीन कृषि विरोधी कानूनों को तत्काल वापस लेकर महान कृषि वैज्ञानिक व हरित क्रांति के जनक डॉक्टर एम एस स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को तत्काल लागू करके देश के अन्नदाता किसानों को उनकी फसलों के लाभकारी मूल्य दिलाना सुनिश्चित करें। पिछले 47 दिन से देश के लाखों अन्नदाता किसान तड़पती हुई ठंड में दिल्ली के चारों ओर पढ़े हुए हैं।

उनकी प्रधानमंत्री मोदी जी को जरा सी भी चिंता नहीं है भारत की अर्थव्यवस्था देश के अन्नदाता किसानों पर ही टिकी हुई है जबकि प्रधानमंत्री जी सीधे-सीधे कारपोरेट घरानों के आगे घुटने टेक चुके हैं जो भारतवर्ष जैसे महान देश के लिए शर्मनाक है भारत एक कृषि प्रधान देश है भारत के किसानों की क्रय शक्ति बढ़ने से ही देश आर्थिक रूप से मजबूत होगा। पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा के साथ मुक्ति मोर्चा के प्रदेश महामंत्री वाजिद अली त्यागी मंडल उपाध्यक्ष सरदार गुलविंदर सिंह बंटी प्रदेश उपाध्यक्ष हाफिज मुर्तजा त्यागी प्रदेश सचिव विनोद सैनी जिला उपाध्यक्ष मोहम्मद अरशद वसीम जहीरपुर मांगेराम पवार चेयरमैन प्रीत चौधरी प्रवीण चौधरी सरदार परविंदर सिंह अमित कुमार सरदार संग्राम सिंह सरदार मनुराज सिंह भूरा भुल्लर अंकित भुल्लर संजय कुमार विनोद कुमार आदि पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा कार्यकर्ताओं ने गाजीपुर धरना प्रदर्शन में भाग लिया।

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