संभल

राम मंदिर पर बोले शफीकुर्रहमान- अयोध्या में मस्जिद थी, है और रहेगी, मुसलमान खौफ ना खाएं

Arun Mishra
6 Aug 2020 2:01 PM GMT
राम मंदिर पर बोले शफीकुर्रहमान- अयोध्या में मस्जिद थी, है और रहेगी, मुसलमान खौफ ना खाएं
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समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा है कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद थी, है और हमेशा रहेगी।

संभल : उत्तर प्रदेश की संभल लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी (एसपी) के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा है कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद थी, है और हमेशा रहेगी। उन्होेंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने ताकत के बलबूते संग-ए-बुनियाद (नींव) रख ली और कोर्ट से भी अपने पक्ष में फैसला करा लिया। अपने बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले बर्क ने कहा कि मुसलमान मोदी-योगी के नहीं अल्लाह के भरोसे है, संग-ए-बुनियाद से मुसलमान को खौफ खाने की जरूरत नहीं है।

शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा, 'संग-ए-बुनियाद रखना, जम्हूरियत का कत्ल करना है। इस जम्हूरी मुल्क में यह जो अमल हो रहा है, उन्होंने शायद इसपर कभी गौर नहीं किया कि हम जो कुछ भी यहां कर रहे हैं, वह किस बुनियाद पर कर रहे हैं। खैर, ठीक है। उनकी सरकार है, उन्होंने ताकत के बलबूते पर संग-ए-बुनियाद रख दी। अदालत से भी अपने पक्ष में फैसला करा लिया।'

'हमारे साथ नाइंसाफी हुई लेकिन मस्जिद कोई मिटा नहीं सकता'

संभल से सांसद बर्क ने आगे कहा, 'यह कानूनी इंसाफ नहीं है बल्कि हमारे साथ बहुत बड़ी नाइंसाफी हुई है लेकिन हमने सब्र से काम लिया है। आज भी हम अल्लाह के भरोसे पर यह उम्मीद करते हैं कि इंशाअल्लाह यह जगह हमेशा मस्जिद थी, मस्जिद है और मस्जिद ही रहेगी। इसको कोई मिटा नहीं सकता है।'

ओवैसी ने पीएम मोदी के जाने को बताया असंवैधानिक

इससे पहले हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट में लिखा था, 'बाबरी मस्जिद थी, है और रहेगी इंशाअल्लाह।' एआईएमआईएम नेता ने हैशटैग बाबरी जिंदा है के साथ इस ट्वीट को शेयर किया। बताते चलें कि ओवैसी ने पीएम मोदी के भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होने पर सवाल उठाते हुए कहा था कि यह संविधान सम्मत नहीं होगा।

मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने भी कहा- मस्जिद है और रहेगी

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी मौलाना वली रहमानी ने भी बयान जारी करके कहा था कि बाबरी मस्जिद कल भी थी, आज भी है और कल भी रहेगी। मस्जिद में मूर्तियां रख देने से या फिर पूजा-पाठ शुरू कर देने या एक लंबे अर्से तक नमाज पर प्रतिबंध लगा देने से मस्जिद की हैसियत खत्म नहीं हो जाती। उन्होंने कहा कि हमारा हमेशा यह मानना रहा है कि बाबरी मस्जिद किसी भी मंदिर या किसी हिंदू इबादतगाह को तोड़कर नहीं बनाई गई। कहा कि हालात चाहे जितने खराब हों हमें हौसला नहीं हारना चाहिए। खालिफ हालात में जीने का मिजाज बनाना चाहिए।

'मंदिर गिराकर बनाएंगे मस्जिद'

ऑल इंडिया इमाम असोसिएशन के अध्यक्ष साजिद रशीदी ने भी इसी तरह का भड़काऊ बयान दिया था। साजिद रशीदी ने कहा था, 'इस्लाम कहता है कि मस्जिद हमेशा मस्जिद ही रहेगी। कुछ और निर्माण करने के लिए मस्जिद को तोड़ा नहीं जा सकता। हमारा मानना है कि बाबरी मस्जिद वहां थी और वह हमेशा मस्जिद के रूप में वहां रहेगी। मंदिर को गिराकर वहां मस्जिद नहीं बनाई गई थी लेकिन अब अब ऐसा हो सकता है। मंदिर गिराकर वहां फिर से मस्जिद बनाई जाएगी।'

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