शामली

जिला कलेक्ट्रेट में भाकियू का अनिश्चितकालीन धरना, सरकार के खिलाफ किसानों के ट्रैक्टरों से भरा कलेक्ट्रेट

Shiv Kumar Mishra
29 Oct 2020 10:18 AM GMT
जिला कलेक्ट्रेट में भाकियू का अनिश्चितकालीन धरना, सरकार के खिलाफ  किसानों के ट्रैक्टरों से भरा कलेक्ट्रेट
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शामली: बीजेपी सरकार में केंद्र और राज्य सरकार का किसानों के प्रति दोहरा रवैया देखने को मिला है। जहाँ किसानो पर राजनीति कर बीजेपी पार्टी ने अपनी सरकार बनाई थी। वही 14 दिन के अंदर किसानो का गन्ना भुगतान का दावा करने वाली सरकार बैकफ़ुट पर आ गयी है। क्योकि 14 दिन के अंदर भुगतान का दावा करने वाली सरकार किसानों का गन्ना भुगतान 8 महीने तक भी नही कर पाई है। जिसकी वजह से किसान भुखमरी के कगार पर पहुँच गया है।

शामली जनपद में तीन शुगर मिल है। जिन पर शामली के किसानों का अभी भी 533 करोड़ रुपये बकाया है। वही किसान अब अपने गन्ने के भुगतान को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गया है। वही जब तक किसानो का सम्पूर्ण गन्ना भुगतान नही होगा तब तक जिला कलेक्ट्रेट में किसी भी अधिकारी को काम नही करने दिया जाएगा।

उत्तर प्रदेश के गन्ना राज्य मंत्री सुरेश राणा के गृह जनपद में अब किसान जिला कलेक्ट्रेट में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने को मजबूर हो गए हैं। क्योंकि सरकार ने किसानो के गन्ने का 14 दिन के अंदर भुगतान करने का दावा किया था। वही सरकार अपने ही दावे से मुकर गए है। जिसकी वजह से आज भारतीय किसान यूनियन के सैंकड़ों कार्यकर्ता जिला कलेक्ट्रेट में ट्रेक्टर ट्रॉली लेकर घुस गए हैं। इतना ही नही गुस्साए किसान जिलाधिकारी शामली के कार्यालय में भी गन्ना लेकर घुस गए है। क्योकि किसानो के गन्ने का भुगतान पिछले 8 महीने से नही हुआ है।

जबकि उत्तर प्रदेश के गन्ना राज्य मंत्री सुरेश राणा जनपद शामली के ही रहने वाले हैं। जनपद शामली में तीन शुगर मिल है। जिनमे सरशादी लाल शुगर मिल शामली, बजाज शुगर मिल थानाभवन ओर गौगर शुगर मिल ऊन शामिल है। वही इन तीनो मिलो पर शामली के किसानों का 533 करोड़ रुपये बकाया है। आपको यहां यह भी बता दे कि सुरेश राणा ने किसानों के बकाया गन्ना भुगतान को लेकर पिछली सरकार के खिलाफ गौगर शुगर मिल ऊन में 56 दिन का धरना दिया था।

वही पूर्व की सरकार में किसानों की आवाज उठाने वाले ओर वर्तमान बीजेपी सरकार में गन्ना राज्य मंत्री के पद पर तैनात सुरेश राणा अब किसानों की अनदेखी करते नज़र आ रहे है। क्योकि उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार बनने के बाद किसानों के गन्ना भुगतान के लिए 14 दिन का दावा किया गया था। वही बीजेपी सरकार का यह दावा खुद के लिए मुसीबत बन चुका है। क्योंकि किसानों का गन्ने का भुगतान पिछले 8 महीने से नही हुआ है।

जिसकी वजह से गुस्साए किसानों ने आज जिला कलेक्ट्रेट में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। वही गन्ने के भुगतान को लेकर जिला कलेक्ट्रेट में किसानों का यह धरना तब तक जारी रहेगा जब तक किसानों को गन्ने का संपूर्ण भुगतान नहीं मिल जाता है।

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