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शिवसेना का सामना के जरिए CM योगी पर निशाना? हिटलरशाही से की यूपी सरकार की तुलना
लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के मुद्दे पर राजनीति लगातार जारी है. इसी कड़ी में अब शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में बिना नाम लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है.
शिवसेना के राज्य सभा संसाद संजय राउत ने अपने संपादकीय में यूपी सरकार की तुलना हिटलरशाही से की है. संपादकीय में राज्य के मजदूरों की विकट स्थिति को लेकर सवाल खड़े किए गए हैं.
संपादकीय में क्या लिखा?
"कश्मीरी पंडित भी भूमिपुत्र हैं, उन्हें भी अपने घर से निकाला गया था और अपने ही देश मे उनके साथ उन्हें अलग तरह से अनुभव करवाया गया था. कश्मीरी पंडितों के इस दुख पर आज तक राजनीति होती रही है. आज देश मे 5 से 6 करोड़ प्रवासी मजदूर उसी तरीके से जीवन जीने को मजबूर हैं. जहां पर पेट पालने के लिए काम करते थे, अब वहां उनके लिए काम बचा नही है. इसी कारणवश उन्होंने अपने घर की ओर पलायन शुरू किया. ये सभी लोग पैदल चलकर निकले, बहुत सारे लोगों की मौत भी हो गई. इसे सभी ने खुली आंखों से देखा, जिन्हें हिटलर की क्रूरता को लेकर गुस्सा है, जैसे हिटलर ने यहूदियों के साथ छल किया, मारा और दुःख दिया. उसने (राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा) प्रवासी मजदूरों के लिए क्या किया है. हुक्मरान भी अपनी प्रजा की चिंता करते हैं. अगर मजदूरों की ये तस्वीरें भी राज्य सरकार को विचलित नहीं करती तो कोरोना के कारण मानवता का ही अंत हो गया है. वाराणसी में प्रधानमंत्री मोदी जी ने 4 सफाईकर्मियों के पांव धोते हुए मानवता की तस्वीर दिखाई थी, अब वो मानवता पिछले तीन महीने में गायब हो गई है क्या?"
'एयरपोर्ट को खोलना बहुत बुरी सलाह'
मालूम हो कि इससे पहले महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) ने केंद्र सरकार की घरेलू उड़ाने शुरू करने के फैसले को एक बहुत बुरी सलाह बताया था. दरअसल गृह मंत्री अनिल देशमुख ने रविवार सुबह कहा कि "रेड जोन में हवाई अड्डों को फिर से खोलने की बहुत बुरी सलाह दी गई है."
देशमुख ने कहा, "यात्रियों की बिना स्वैब लिए केवल तापमान की स्कैनिंग करना अपर्याप्त है. वर्तमान परिस्थितियों में ऑटो / टैक्सी / बसें लेना असंभव है." उन्होंने आगे कहा कि ऐसे में पॉजिटिव यात्री रेड जोन में Covid-19 के तनाव को और बढाएंगे. वहीं इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने शनिवार को कहा कि राज्य ने अपने 19 मई के लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों में बदलाव नहीं किया है, जिसमें केवल विशेष उड़ानों की ही अनुमति दी गई है.