सुल्तानपुर

सुल्तानपुर: मैं अभी ज़िंदा हूँ, कह रहे है चीख चीख कर

Special Coverage News
15 Nov 2018 11:03 AM GMT
सुल्तानपुर: मैं अभी ज़िंदा हूँ, कह रहे है चीख चीख कर
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उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जनपद के कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के भदैंया में सरकारी व्यवस्था हाल का इससे भद्दा मजाक भला क्या हो सकता है कि एक जीवित वृद्ध को अधिकारियों व कर्मचारियों ने मृत दिखाकर उनकी जीविका पेंशन ही खत्म कर दी। खंड के पुरैना जुड़ारा गांव के 75 वर्षीय मंगरू को अपंग व्यवस्था ने जीते जी ही मार डाला। कागजों में मृत दिखाए जाने के बाद उनकी वृद्धावस्था पेंशन भी बंद कर दी। अब पीड़ित बुजुर्ग खुद को जिंदा साबित करने के लिए बैंक व अफसरों की परिक्रमा करने को मजबूर हैं, लेकिन कहीं से कोई राहत नहीं मिल पा रही है।

दरअसल मामला कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के पुरैना जुड़ारा गांव का है। मंगरू वर्मा पुत्र स्व.रामनाथ वर्मा बताते हैं कि लगभग दस वर्षों से उन्हें वृद्धा पेंशन का लाभ मिल रहा था, लेकिन 17 जुलाई 2017 से उनके खाते में पेंशन आना बंद हो गई। जब वह बैंक पता करने गए तो बताया गया कि आप तो मर चुके हैं। यह सुनकर मंगरू हैरान रह गए। वह कहते रहे कि साहब मैं तो जिंदा हूं, लेकिन बैंक कर्मीयों ने एक भी नहीं सुनी। इसके बाद वह विभिन्न अधिकारियों व कर्मचारियों के पास इस बाबत शिकायत करने गए, लेकिन उनकी आज तक किसी ने नहीं सुनी। अब वह खुद को जिंदा साबित करने के लिए अपनी बची हुई जिंदगी का आख़िरी संघर्ष कर रहे हैं। प्रधान से लेकर बीडीओ कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। इसे चाहे ग्राम प्रधान या ग्राम सेक्रेटरी की लापरवाही हुई और अधिकारियों की कहें या फिर जान बूझकर की गई गलती.


दस्तूर तो अब यह है कि सरकारी दस्तावेजों में उन्हें मृत दिखाए जाने से पेंशन मिलनी बंद हो गई। बुढ़ापे का एक मात्र सहारा पेंशन ही थी वह भी छिन गई, अब तो दो वक्त की रोटियां भी खाना मुश्किल हो गया। ग्राम सचिव सतेंद्र पांडेय का कहना है कि उनके संज्ञान में यह मामला नहीं है। मंगरू का कहना है कि वह कई प्रार्थना-पत्र संबंधित विभागों को दे चुके हैं, लेकिन कोई जिंदा मानने को तैयार नहीं है। जबकि असहाय मंगरु चीख चीख कह रहा है कि अभी मैं जिन्दा हूँ। 75 वर्षीय मंगरू को मृत दिखा बंद कर दी गई पेंशन, अब दर-दर की ठोकरें खा रहा वृद्ध मंगरू पेंशनधारक।

वही रामदीन,शोभावती परिजन तथा ग्रामीण पुष्पेंद्र ने बताया कि मंगरु लगभग 10 वर्षो से वृद्धा पेंशन मिलता था लेकिन साल भर से इनका पेंशन मृत्यु दिखा कर बंद कर दिया इसमें सेक्रेटरी से लेकर अधिकारीयों की लापरवाही के कारण हुआ है। गलती कोई और करें, भरे कोई और, यह एक नमूना आप के सामने है जो जिला सुल्तानपुर के भदैयां ब्लाक के पुरैना जुडारा गांव का है। हालांकि इस मामले में जब उच्चाधिकारियों से बात की गई तो कोई कैमरे के सामने बोलने को तैयार नहीं।

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