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पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का निरीक्षण करने पहुंचे यूपी सीएम
एक्सप्रेस वे देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेस वे है जिसको देश के प्रधानमंत्री ने जुलाई 2018 को शिलान्यायस कर एक्सप्रेस वे निर्माण की शुरआत की थी. उक्त बातें सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्वांचल एक्सप्रेस के हो रहे निर्माण कार्यो के निरीक्षण के बाद जनपद के दोस्तपुर के थाव गांव में अधिकारियो के साथ समिक्षा बैठक कर मीडिया के समक्ष रूबरू होते हुए कहा कि एक्सप्रेस बे का निर्माण कार्य 24 माह में पूरा हो जायेगा.
उन्होंने आगे यह भी कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के निर्माण से दोनों ओर निर्मित औद्योगिक गलियारों के माध्यम से पूर्वी उत्तरप्रदेश व उत्तरप्रदेश के नौजवानों को वृहद स्तर पर रोजगार मिलेगा. जिसके लिए 14 जुलाई 2018 को प्रधानमंत्री ने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का शिलान्यास किया था. यह 340 मीटर प्रदेश का सर्वाधिक लम्बा एक्सप्रेस वे है. जिसके निर्माण के लिए सपा सरकार ने 15 हजार 200 करोड़ रुपये प्रस्तावित किए. लेकिन भूमि अग्रहित नही की गई थी. जब की 90 प्रतिशत भूमि अग्रहित होने के बाद ही निर्माण कार्य शुरु होना था.
उत्तर प्रदेश में सपा सरकार के जाने के बाद मौजूदा सरकार ने 95 प्रतिशत भूमि क्रय कर मात्र 11 हजार 800 करोड़ रुपए की लागत में निर्माण कर जनता के बीच पारदर्शी होने का परिचय दिया. जिसको पूर्व सपा की सरकार ने 15 हजार 200 करोड़ रूपये प्रस्तावित किये थे. जिसको सपा सरकार ने जनता के रुपयों पर डकैती डालने का काम किया था. वही मुख्यमंत्री ने आगे यह भी कहा का हार्ड पैकेज का कार्य प्रारंभ हो चूका है. जो आगामी 15 जून तक पूरा हो जायेगा प्रदेश सरकार की तरफ से व्यवस्था भी की गई है.
गांव व अन्य जगहों पर तालाब पोखरों की मुफ्त मिटटी एक्सप्रेस वे में उपयोग की जायेगी. जिससे जल की व्यवस्था हो सके उन्होंने आगे यह भी कहा कि एक्सप्रेस वे के निर्माण कार्यो में जिन किसानों अनन्य लोगो के जमीन में डम्फर चलेगा. उनको सरकार मुवावजा देगी मुख्यमंत्री ने आगे यह भी कहा कि जिन लोगो की जमीन एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्यो में लिया गया. उनको बहुत अच्छा कम्पन्न सेशन दिया गया है. उन्होंने अधिकारियो को निर्देशित करते हुए कहा कि एक्सप्रेस वे में जिन लोगो की जमीन क्रय किया गया हो. जिन लोगो की जमीनों पर डम्फर चले हो उनको तत्काल मुवावजा दिया जाये लापरवाही होने कड़ी कार्यवाही की जायेगी.