सुल्तानपुर

योगीराज में खतरे में व्यापारी, बीजेपी नेता से मांगी रंगदारी

Special Coverage News
27 Dec 2018 9:15 AM GMT
योगीराज में खतरे में व्यापारी, बीजेपी नेता से मांगी रंगदारी
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पिछली सरकारों की फेल कानून व्यवस्था को मुद्दा बनाकर प्रदेश में काबिज हुई भाजपा की योगी सरकार कानून व्यवस्था के मुद्दे पर औंधे मुंह गिरी है। ताजा मामले में भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष के भतीजे व व्यापारी नेता को जेल से मिली धमकी ने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया । पीड़ित ने कुख्यात बदमाश रिशू सिंह के खिलाफ रंगदारी व धमकी का मुकदमा कादीपुर कोतवाली में दर्ज कराया है ।

एसपी के निर्देश पर पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गई है। मिली जानकारी के अनुसार भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष के भतीजे नारायण गैस एजेंसी के मालिक भाजपा नेता आनंद द्विवेदी को चार दिन पूर्व रात में जेल से कुख्यात हिस्ट्रीशीटर बदमाश रिशू सिंह ने फोन पर रंगदारी मांगी व रुपया ना मिलने पर अंजाम भुगतने की चेतावनी भी दे डाली।

बताते चलें शहर के प्रसिद्ध व्यवसाई हाजी मुन्ने की वर्षों पूर्व शहर के पलटन बाजार इलाके में हुई सारे शाम हत्या के बाद जरायम की दुनिया में कादीपुर निवासी रिशु सिंह का नाम तेजी से उभरा था। तत्कालीन तेजतर्रार कप्तान सोनिया सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए पूर्वांचल के डान के करीबी फिरोज अहमद उर्फ जलीस को साजिशकर्ता के तौर पर गिरफ्तार करते हुए रिशु सिंह,राहुल धुरिया,सौरभ सिंह व उनके सहयोगियो को आरोपी बनाते हुए गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया था। उक्त घटना के बाद कादीपुर अखंडनगर थाना क्षेत्रों में रुपया लेकर गोली मारने छिनैती ,लूट रंगदारी जैसे मामलों को अंजाम देने वाले अपराधियों की बाढ़ सी आ गई जिसमे 50 हजार के इनामिया पंकज सिंह व उसका गैंग भी शामिल रहा।

जिले में दर्जनों गैंग सक्रिय हो गए जो शहर व बाजारों के नजदीक प्रॉपर्टी कब्जाने,रंगदारी मांगने व प्रॉपर्टी डीलिंग का कार्य करने लगे। बदमासो नेे शहर के पूर्वी व दक्षिणी इलाको में एक तरह से साम्राज्य बना लिया इसमे वर्षो से जमे लेखपालो व राजस्व कर्मियो ने इन बदमासो की प्रॉपर्टी के क्षेत्र में जड़े जमाने मे महती भूमिका निभाई सूत्र बताते है शहर के बदमास भू माफियाओं से पार्टनर शिप कर दर्जनों कर्मियो ने करोड़ो की सम्पत्ति बनाई। वह आज भी शहरी इलाको में जमे हुए है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रदेश पदाधिकारी व भाजपा नेता अवंतिका टावर के मालिक आलोक आर्य पर हुए जानलेवा हमले को भी रिशू गैंग ने अंजाम दिया था जिसके बाद आधा दर्जन हिस्ट्रीशीटर को पुलिस ने आरोपी बनाते हुए जेल भेजा था। अखंड नगर थाना क्षेत्र में पुलिस से हुई मुठभेड़ के बाद घायल बदमास अम्बुज यादव की गिरफ्तारी के बाद इन बदमाशों ने जान बचाने को अपने ऊपर मुकदमों में जमानत उठाकर जेल में सुरक्षित रहने का रास्ता अपनाया था।

विश्वस्त सूत्रों की माने तो जिले भर के अपराधियो का व्योरा खंगाल कर कठोर कार्यवाही करने के अभियान में कादीपुर कोतवाली में तैनात एक कोतवाल ने रिशु सिंह व उसके साथियों को बचाने का पूरा प्रयास किया तत्कालीन क्राइम ब्रांच प्रभारी रहे आजाद सिंह केसरी को मदद से इनकार कर दिया था।

वही गैंगस्टर ,रासुका समेत मुकदमे बढ़ाने के लिए जब इस अफसर से सहयोग मांगा तो तत्कालीन कादीपुर कोतवाली ने अपेक्षित सहयोग न करते हुए इन बदमाशों की परोक्ष रूप से मदद कर दी थी। जबकि इसी अभियान में फिरोज उर्फ जलीस ,सिंराज अहमद, अजय सिंह सिपाही, राहुल सिंह ,प्रदीप मिश्र पर जिला बदर ,गैंगेस्टर व जपती करण जेल भेजने जैसी अलग अलग कार्यवाही को पुलिस द्वारा अंजाम दिया गया।


पुलिस में ही है बदमासो के मददगार

कहते है यदि पुलिस की मर्जी न हो तो अपराध का पत्ता नही हिलता पुलिसिया लापरवाही, हीलाहवाली कमजोर मुखबिरों का नेटवर्क व गाहे बगाहे संलिप्तता जिले में भूमाफियाओं, बदमाशो नशे के कारोबारियो सटोरियो के बढ़ने के कारण बनते है। शहर के शाहगंज चौराहे के पान व्यवसाई बिरेंद्र जयसवाल के अपहरण व हत्या और दो दिन बाद अवंतिका टावर के मालिक आलोक आर्य पर हुए जानलेवा हमले के बाद एसपी अमित वर्मा को जिले से बेजार होकर रुखसत होना पड़ा था।

वहीं नवागत कप्तान अनुराग वत्स ने जिले में क्राइम को खत्म करने, गैंगस्टर, माफिया भूमाफिया के बड़े नेटवर्क को तोड़ने के लिए नई टीम की तैनाती की और संदिग्धों को किनारे कर दिया, बीते सप्ताह शिक्षिका को प्रधान द्वारा धमकी व मासूमों के अपहरण व हत्या की वारदात के बाद अब रंगदारी व धमकी मामले ने जिले के तेजतर्रार कप्तान अनुराग वत्स की चुनौती को बढ़ा दिया है।

देखना यह है कि वे अच्छे अफसरों पर भरोसा व संदिग्ध मातहतों की क्रास चेकिंग किस प्रकार कर भूमाफियाओं व बदमाशो का नेटवर्क तोड़ते है।

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