उत्तर प्रदेश

कबाड़ी में बेचा गया स्कूल का भविष्य, जानें पूरा मामला

Sakshi
6 March 2022 3:15 AM GMT
कबाड़ी में बेचा गया स्कूल का भविष्य, जानें पूरा मामला
x
बरेली में कबाड़ी के यहां सरकारी स्कूल की किताबें बेचे जाने के मामले में आउटसोर्सिंग से रखे गए कर्मचारियों पर गाज गिरा मामले को निपटा दिया गया है...

उत्तर प्रदेश से हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है| यहां बरेली में कबाड़ी के यहां सरकारी स्कूल की किताबें बेचे जाने के मामले में आउटसोर्सिंग से रखे गए कर्मचारियों पर गाज गिरा मामले को निपटा दिया गया है। बीएसए ने फरीदपुर बीआरसी के सहायक लेखाकार और ब्लॉक एमआईएस की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। फरीदपुर बीईओ के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की रिपोर्ट शासन में भेजी गई है|

बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से जनवरी माह में फरीदपुर ब्लॉक के जूनियर हाई स्कूल के बच्चों को अभ्यास पुस्तिकाएं वितरित करने के लिए बीआरसी केंद्र भेजी गई थी। यह किताबें बच्चों को न बांटकर कबाड़ में बेच दी गई। फरीदपुर बीएसए शशांक शेखर मिश्रा ने कबाड़ी की दुकान से किताबें बरामद करके अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। बीएसए विनय कुमार ने मुख्यालय और भुता के बीईओ को संयुक्त जांच करने के दिए।

मुख्यालय के बीईओ शीशपाल एवं भुता के बीईओ भानु शकर गंगवार ने जांच की। पिकअप से उतारकर किताब बेचे जाने का मामला सामने आया। मुख्यालय और भुता के बीईओ ने संयुक्त जांच रिपोर्ट बीएसए को सौंपी। इसमें फरीदपुर बीआरसी पर तैनात सर्विस प्रोवाइडर से रखे गए आउटसोर्सिंग के सहायक लेखाकार शैरव और ब्लॉक एमआईएस शिव ओम यादव को दोषी माना गया। वह दोनों पिकअप से किताबें बांटने के लिए स्कूलों में गए थे।

शनिवार को बीएसए विनय कुमार ने किताबें बेचे जाने के मामले में दोषी मानते हुए सहायक लेखाकार शैरव एवं फरीदपुर ब्लॉक के एमआईएस शिवम यादव को बर्खास्त कर दिया। फरीदपुर बीईओ शशांक शेखर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की संस्तुति करके शासन में रिपोर्ट भेज दी गई। बीएसए विनय कुमार ने बताया कि मामले में किसी भी आरोपी को नहीं बख्शा जाएगा।

फरीदपुर ब्लॉक की तरह भुता ब्लॉक के बीआरसी केंद्र फैजनगर में जूनियर हाई स्कूल के बच्चों के लिए अभ्यास पुस्तिकाएं भेजी गई। दो महीने बाद भी स्कूलों में किताबें नहीं भेजी गईं। भुता के बीईओ भानुशंकर गंगवार ने बताया चुनाव ड्यूटी की वजह से किताबों को स्कूलों में नहीं भेजा जा सका। वर्तमान सत्र समाप्त होने की ओर की बात पर उन्होंने तर्क दिया कि अगले साल बच्चों को यही किताबे दे दी जाएंगी।

Next Story