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BHU में चर्चा: वैज्ञानिक,लेखिका से लेकर सात समुद्र पार करने वाली जलपरी की
शिव कुमार मिश्र
9 Jan 2018 2:25 PM IST

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आशुतोष त्रिपाठी
वाराणसी। बीएचयू के महिला महाविद्यालय प्रांगण में '' महिला सशक्तिकरण '' विषय पर परीचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें विज्ञान से लेकर समाज के विभिन्न क्षे़त्रों में दिये गये महिलाओं के योगदान के विषय में चर्चा की गयी।
कार्यक्रम को सम्बाधित करते हुए डाॅ नीलम अत्रि ने स्वयं सेविकाओं को भारत की प्रसिद्ध महिला वैज्ञानिक जानकी अम्माल के विषय में बताया की अम्माल एक ख्यातिनाम वनस्पति और कोशिका वैज्ञानिक थीं जिन्होंने आनुवांशिकी, उद्विकास भूगोल तथा नृजातीय वानस्पतिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया। पद्श्री से सम्मानित जानकी अम्माल भारतीय विज्ञान अकादमी की संस्थापक फेलो भी रही हैं।
इसी क्रम में डाॅ0 शैलजा ने स्वयं सेविकाओं को सर्वश्री बुला चैधरी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बुला एक लम्बी दूरी तय करने वाली तैराक हैं, वह विश्व की प्रथम ऐसी महिला हैं जिन्होंने पाँचों महाद्वीप के सातो समुद्र तैर कर पार किए हैं उन्हें अर्जुन पुरस्कार एवं जल परी की उपाधि से भी सम्मानित किया जा चुका हैं।
तथा डाॅ0 गौतम गीता ने स्वंयसेविकाओं को एक प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता एवं लेखिका महाश्वेता देवी के बारे में बताया कि वह सामाजिक कार्यकर्ता के साथ-साथ लेखनी के क्षेत्र में भी अपना अहम योगदान दिया जिसके कारण उन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में स्वयंसेविकाओं द्वारा भी सावित्री बाई फूले, मलाला युसुफजई, चन्द्रा कोचर, इरोम शर्मिला आदि के बारें में अपने-अपने विचार प्रकट किए और समाज के प्रति आने वाले समय में अपनी-अपनी जिम्मेदारीयों को भी बखूबी समझा और योगदान देने का निश्चय किया।
कार्यक्रम का संचालन डाॅ. गौतम गीता ने तथा धन्यवाद ज्ञापन डाॅ शैलजा संकुरी ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से अनुप्रिया कुमारी, मानसी सिंह बिसेन, नुपूर, प्रसन्नता, स्नेहा वर्मा, सगुफ्ता नाज, अंकिता, सुष्मिता सोय, कंचन दोराय, अन्विता, अजिता, अनन्या आदि स्वयंसेविकाएँ कार्यक्रम में उपस्थित थीं।
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