वाराणसी

बीएचयू में सुरक्षा कर्मियों एवं छात्रों के बीच में विवाद! छात्रों ने आयुर्वेद का ओपीडी किया बंद

Gaurav Maruti Sharma
17 Oct 2022 9:07 AM GMT
बीएचयू में सुरक्षा कर्मियों एवं छात्रों के बीच में विवाद! छात्रों ने आयुर्वेद का ओपीडी किया बंद
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काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्रों ने आज आयुर्वेद विभाग की OPD बंद कर दी। OPD के मेन गेट पर ताला जड़ने के बाद छात्र वहीं धरने पर बैठ गए। 11 दिन से आयुर्वेद संकाय में पीजी की सीट बढ़ाने की मांग पर वीसी आवास के बाहर धरने पर बैठे BAMS के छात्रों ने पूरे आयुर्वेद विभाग परिसर जमकर नारेबाजी की। इलाज कार्य को भी बाधित कर दिया। वहीं, छात्रों का विरोध देख डॉक्टर भी भाग निकले। छात्रों ने जब OPD की तालाबंदी कर दी, तो वहां पहुंचे सुरक्षाकर्मियों ने जबरन OPD का ताला खुलवाने का प्रयास किया।

इस दौरान सुरक्षाकर्मियों और छात्रों के बीच जमकर धक्का-मुक्की और मारपीट हुई। छात्र जोर-जोर से नारे लगा रहे थे। कह रहे थे कि BHU प्रशासन की मनमानी नहीं चलेगी। BHU प्रशासन हाय-हाय। बवाल के दौरान कई छात्र-छात्राओं को चोटिल होने की बात सामने आ रही है। काफी देर धक्का-मुक्की के बाद भी छात्रों ने सुरक्षाकर्मियों को ताला नहीं खोलने दिया। वहीं मौके पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स भी पहुंच गई और छात्रों को नियंत्रित करने में जुट गई।

इस बीच छात्र वहीं गेट के सामने ही धरने पर बैठ गए। छात्रों ने प्रॉक्टोरियल बोर्ड पर धक्का-मुक्की का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें जबरदस्ती मारा-पीटा गया। पुरुष सुरक्षागार्डों ने छात्राओं को खींच-खींचकर बाहर फेंका है। इनके पास कोई महिला गार्ड भी नहीं थी, जो छात्राओं को हटाए। सभी सुरक्षाकर्मी बिना फीमेल गार्ड के आए थे। उन पर हथौड़े से भी प्रहार किया गया है। कमर में चोटें भी आईं हैं। छात्रों ने कहा कि अब तो हम यहां से हरगिज नहीं उठेंगे।

क्या है पूरा मामला

बीते 11 दिन से छात्र पीजी की 50 सीट बढ़ाने के लिए वीसी आवास के सामने धरने पर बैठे हैं। उनका कहना है कि सीट बढ़ाने के लिए NCISM पोर्टल पर अप्लाई करना पड़ेगा। इसके लिए आयुर्वेद फैकल्टी को 80 लाख रुपए की जरूरत है। इस पैसे में NCISM की BHU विजिट के साथ कई अन्य खर्चे हैं। मगर, BHU प्रशासन फंड नहीं जारी कर रहा है। वहीं, अक्टूबर महीना बीत गया, तो फिर पोर्टल पर अप्लाई करने के लिए चांस अगले साल मिलेगा। हम सभी धरनारत छात्र अंडर-ग्रेजुएट प्रोग्राम से हैं। हम इस साल पासआउट हो जाएंगे तो फिर अगले साल क्या करेंगे।

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