वाराणसी

दुनिया भर में लोगों ने सरकारों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का विरोध किया, भारत में PM मोदी के नेतृत्व में पूरे देश ने कोविड के नियमों का पालन किया -योगी आदित्यनाथ

Shiv Kumar Mishra
11 Dec 2022 12:00 PM GMT
दुनिया भर में लोगों ने सरकारों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का विरोध किया, भारत में PM मोदी के नेतृत्व में पूरे देश ने कोविड के नियमों का पालन किया -योगी आदित्यनाथ
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सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस 2022 के उपलक्ष्य पर स्वास्थ्य मंत्रियों का दो-दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन आज वाराणसी में संपन्न हुआ

वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने रविवार को वाराणसी में आयोजित स्वास्थ्य मंत्रियों के दो दिवसीय सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित किया। यह कॉन्क्लेव यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज डे, 2022 के अवसर पर आयोजित किया गया था। इस आयोजन का विषय "बिल्ड द वर्ल्ड वी वांट: ए हेल्दी फ्यूचर फॉर ऑल" रहा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड महामारी के प्रबंधन में भारत की सफलता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत ने कोविड प्रबंधन और टीकाकरण के लिए दुनिया को एक उत्कृष्ट मॉडल दिया है। उन्होंने कहा कि "जब दुनिया भर में लोगों ने सरकारों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का विरोध किया, भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में, 140 करोड़ लोगों द्वारा कोविड दिशा-निर्देशों और नियमों का उत्साहपूर्वक पालन किया गया"। उन्होंने कहा कि भारत ने महामारी को अपने स्वास्थ्य ढांचे में तेज गति से सुधार करने के अवसर के रूप में लिया। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि भारत ने गुणवत्तापूर्ण टीके बनाए हैं, जिनकी प्रभावशीलता पूरी दुनिया में साबित हुई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में पिछले 8 वर्षों में उल्लेखनीय परिवर्तन हुआ है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि "वर्ष 2014 में केवल 6 एम्स थे, और वर्तमान में 22 एम्स हैं जो या तो चालू हैं या देश भर में संचालन शुरू करने के कगार पर हैं"। उन्होंने आयुष्मान भारत, पोषण अभियान और मिशन इन्द्रधनुष जैसी प्रमुख योजनाओं द्वारा स्वास्थ्य प्रदेय पर उल्लेखनीय प्रभाव पर भी जोर दिया। यूपी में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स एचडब्ल्यूसीएस के कामकाज को और मजबूत करने पर विस्तार से बताते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि "हर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में नियमित आधार पर टेली-परामर्श के साथ-साथ दवाई भी उपलब्ध होगी। इसके लिए सभी एचडब्ल्यूसी में हेल्थ एटीएम लगाए जाएंगे। उन्होंने स्वास्थ्य देखभाल परिणामों को प्राप्त करने के लिए अंतर-मंत्रालयी सहयोग के बारे में जनता के बीच जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि दो दिवसीय विचार-मंथन सत्र भारत के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में पुनर्विचार और सुधार के लिए अतिरिक्त बढ़ावा देने में योगदान देगा। उन्होंने कहा, "वाराणसी में चिंतन मनन के इन दो दिनों ने हमें नीतिगत सुधारों के माध्यम से एचडब्ल्यूसीएस को मजबूत करने के लिए उपयोगी ज्ञान के साथ समृद्ध किया है, यह सुनिश्चित करने के लिए कि वे समुदायों को स्वास्थ्य सेवाओं अंतिम मील तक उपलब्ध कराने के महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में कार्य करें।" एचडब्ल्यूसी की महत्वपूर्ण भूमिका की परिकल्पना करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि एचडब्ल्यूसी स्वास्थ्य और कल्याण के मंदिरों की तरह हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ) और आशा कार्यकर्ताओं जैसे कार्यान्वयन स्तर पर स्वास्थ्य कर्मियों के काम की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि "सीएचओ अग्रणी कड़ी हैं जो अत्याधुनिक रूप से काम कर रहे हैं और जमीनी स्तर पर प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। वे मैदान की स्वास्थ्य सेना हैं। सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज लक्ष्यों को प्राप्त करने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है।


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव, गोवा, गुजरात, जम्मू और कश्मीर, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, ओडिशा, पंजाब, सिक्किम और तेलंगाना को लक्ष्य के अनुसार एचडब्ल्यूसी के संचालन को प्राप्त करने के लिए सम्मानित किया। उन्होंने महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए और सशक्त पोर्टल का अनावरण किया।

स्वास्थ्य मंत्रियों के कॉन्क्लेव 2022 के दूसरे दिन प्रख्यात विचारकों के साथ रोग उन्मूलन और पीएमजेएवाई की प्रगति पर पैनल चर्चा हुई। इसमें आयोजित विभिन्न सत्रों में नैदानिक ​​और सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्य, प्रबंधकीय कार्य, सामुदायिक संपर्क, आयुष एकीकरण और आईटी के क्षेत्र में होने वाली पहल, चुनौतियों और सर्वोत्तम प्रथाओं पर सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा प्रस्तुतियां भी शामिल थीं।


कार्यक्रम में बन्ना गुप्ता स्वास्थ्य मंत्री झारखंड सरकार, एम के शर्मा स्वास्थ्य मंत्री सिक्किम सरकार, धन सिंह रावत स्वास्थ्य मंत्री उत्तराखंड सरकार और डॉ सपन राजन स्वास्थ्य मंत्री सिक्किम सरकार के अलावा उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, झारखंड और उत्तराखंड के लगभग 900 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी और चिकित्सा अधिकारी शामिल हुए।

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