

काशी भगवान शिव के त्रिशूल पर स्थित है यहां के संत ने काशी की परंपरा को बनाये रखा है। हर प्रान्त हर जगह से लोग यहाँ आये है और यही तो आस्था है। देश यही उत्तर से दक्षिण व पूरब से पश्चिम को जोड़ती है। जब इस आस्था से कोई खिलवाड़ करता है, तो चकनाचूर हो जाता है। उन्होने कहा कि भारत की योग परम्परा को संतो नें पूरी दुनिया में सर्वोच्च शिखर पर स्थापित किया है। योग के चमत्कार को अब यूनिस्को भी मानता है। उन्होने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वयं आना चाहते थे पर व्यस्तता के कारण वे नहीं आ पाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैने विधायको और अधिकारियों को निर्देशित किया है कि इस पवित्र स्थल पर विकास का नया खाका खीचा जाए। सुन्दरीकरण के लिये योजना बनाकर शासन को उपलब्ध कराये। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीरगोवर्धन को तीर्थ स्थल के रूप में विकसीत करने के लिये हर सम्भव प्रयास किया जायेगा।