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- 1947 में मिली आजादी...
1947 में मिली आजादी भीख थी.. कंगना रनौत के इस बयान पर भड़के बीजेपी नेता वरुण गांधी, कहा- ऐसी सोच को मैं पागलपन कहूं या देशद्रोह?
![1947 में मिली आजादी भीख थी.. कंगना रनौत के इस बयान पर भड़के बीजेपी नेता वरुण गांधी, कहा- ऐसी सोच को मैं पागलपन कहूं या देशद्रोह? 1947 में मिली आजादी भीख थी.. कंगना रनौत के इस बयान पर भड़के बीजेपी नेता वरुण गांधी, कहा- ऐसी सोच को मैं पागलपन कहूं या देशद्रोह?](https://www.specialcoveragenews.in/h-upload/2021/11/11/331488-varun-gandhi-and-kangana-ranaut.webp)
हाल ही में पद्म पुरस्कार से सम्मानित की गई अभिनेत्री कंगना रनौत ने एक विवादित बयान देकर खलबली मचा दी है. टाइम्स नाऊ के समिट 2021 में बॉलीवुड एक्ट्रेस रनौत ने कहा था "आजादी अगर भीख में मिले, तो क्या वो आजादी हो सकती है?
कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) November 11, 2021
इस सोच को मैं पागलपन कहूँ या फिर देशद्रोह? pic.twitter.com/Gxb3xXMi2Z
1947 में मिली आजादी भीख थी, असली आजादी 2014 में मिली". जिस पर बीजेपी सांसद वरुण गांधी भड़क उठे और उन्होंने ट्वीट कर कहा "कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार. इस सोच को मैं पागलपन कहूँ या फिर देशद्रोह?"
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