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चुनाव से पहले उत्तराखंड में कांग्रेस को बड़ा झटका, महिला कांग्रेस अध्यक्ष सरिता आर्य हुईं बीजेपी में शामिल
उत्तराखंड (Uttarakhand) में चुनाव से पहले कांग्रेस (Congress) को बड़ा झटका लगा है और महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य (Sarita Arya) बागी होकर बीजेपी में शामिल हो गई हैं. सरिता आर्य नैनीताल सीट से 2012 में विधायक रही हैं और इस सीट से टिकट का दावा कर रही थी. लेकिन यशपाल आर्य के बेटे संजीव आर्य के कांग्रेस में शामिल होने के बाद उनकी दावेदारी कमजोर हो गई थी. लिहाजा उन्होंने पिछले दिनों ही कांग्रेस आलाकमान को महिलाओं को टिकट ना देने को लेकर घेरा था.
सरिता आर्य आज बीजेपी में शामिल हो गई हैं और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने देहरादून में उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलवाई. सरिता आर्या के साथ ही हीकांग्रेस महिला प्रदेश उपाध्यक्ष रेखा बोरा गुप्ता और वंदना गुप्ता भी बीजेपी में शामिल हुई हैं. इसे कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. असल में बीजेपी नेताओं से मुलाकात की खबर के बाद से इस बात की चर्चा जोरों पर थी कि वह बीजेपी में शामिल हो सकती है. लेकिन कल ही उन्होंने इस बात का खंडन किया था कि वह बीजेपी में शामिल हो रही हैं. उन्होंने कहा कि कि वह अभी कांग्रेस में हूं, मुझे आगे की जानकारी नहीं है. क्योंकि देश में लोकतंत्र है, हर कोई अपने लिए सोचने के लिए स्वतंत्र है. इसके बाद से उनके बयान के सियासी मायने निकाले जाने लगे थे.
यूपी में महिलाओं को 40 फीसदी टिकट के बाद सरिता आर्य ने कांग्रेस आलाकमान पर निशाना साधा और कहा था कि उत्तराखंड में पार्टी महिलाओं की अनदेखी कर रही है. वहीं सरिता आर्य की बीजेपी नेताओं से मुलाकात के बाद प्रदेश महासचिव संगठन मथुरादत्त जोशी ने उनसे मुलाकात की और उन्हें गेस्ट हाउस से कांग्रेस भवन लाया गया और उन्हें मनाने की कोशिश की गई.
संजीव आर्या के खिलाफ लड़ी थी चुनाव
असल में 2017 के विधानसभा चुनाव में सरिता आर्या ने संजीव आर्या के खिलाफ चुनाव लड़ा था. उस वक्त संजीव आर्या बीजेपी के प्रत्याशी थे. लेकिन यशपाल आर्या के बेटे संजीव आर्या के साथ कांग्रेस में वापस आने के बाद नैनीताल जिले का समीकरण बदल गया है. जबकि सरिता नैनीताल सीट से ही टिकट मांग रही थी. जबकि संजीव आर्या इसी शर्त पर कांग्रेस में शामिल हुए हैं कि उन्हें नैनीताल सीट से टिकट दिया जाएगा. जिसके बाद कांग्रेस ने सरिता आर्या का टिकट काटने का मन बना लिया है.